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सारे तिकड़म बेकार : चुनाव से पहले ही यशवंत ने मानी हार
द्रौपदी के समर्थन की होड , एकतरफा हुई चुनावी दौड़ विरोधियों को पडा चांटा , विपक्ष में सन्ाटा
दलित आंदोलन पलरिका ब्यूरो jk
ष्ट्रपति चुनाव करी ताररीख नजदरीक आते हरी सियासरी खेमों में हलचल बढ़ गई है । भाजपा करी अगुआई वालरी एनडरीए करी प्रतराशरी द्ौपदरी मुर्मू और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिनहा जोरशोर से प्रचार करने में जुट़े हैं । दोनों अलग-अलग राजरों में जाकर राजनरीतिक दलों से समर्थन मांग रहे हैं । इस बरीच , विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिनहा के ऐसे बयान चर्चा में आ रहे हैं जिसे राजनरीतिक जानकार संभावित हार करी हताशा से जोड कर देख रहे हैं । यह हार करी हताशा हरी तो है कि यशवंत ने द्ौपदरी पर निजरी हमला करना आरंभ कर दिया है और लगे हाथों वह उनहें राष्ट्रपति बनने के बाद निष्पक्ष बने रहने करी सलाह भरी दे रहे हैं । इस बयान के आने के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि चुनाव से पहले हरी यशवंत सिनहा ने हार मान लरी है । वैसे जमरीनरी ्िर पर देखा जाए तो आंकड़े भरी यशवंत के खिलाफ हरी हैं ।
हार की हताशा में दिया बयान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिनहा ने अपने प्रचार अभियान के दौरान कहा , ' वह ( द्ौपदरी मुर् ) मू यह संक्प
लें कि चुनाव जरीिने के बाद वह एक ' रबर ्टामप राष्ट्रपति ' नहीं होंगरी । देश में सांप्रद्ातरक ध्रुवीकरण के प्रयासों के खिलाफ बोलेंगरी ।' सिनहा के इस बयान पर जहां , भाजपा ने पलटवार किया है तो सियासरी पंडित इसे उनकरी हार करी आहट बता रहे हैं । राजनरीतिक विशलेिकों का कहना है कि , ' कहीं न कहीं यशवंत सिनहा को इस बात का एहसास होने लगा है कि वह आंकडों में द्ौपदरी मुर् मू से काफरी परीछ़े चल रहे हैं । यहरी कारण है कि वह इस तरह के हमले कर रहे हैं ।' सिनहा के ऐसे बयानों को सुनकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह खुद करी हार मान चुके हैं । यहरी कारण है कि वह अब निजरी तौर पर सत्ा पक्ष को निशाने पर ले रहे हैं । वर्ना आमतौर पर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ऐसे बयान देने से बचते हैं और बेहद गरिमापूर्ण ढ़ंग से अपना प्रचार करते हैं ।
सिन्ा के बयान पर भडकी भाजपा
भाजपा के राष्ट्ररीय महासचिव सरीटरी रवि ने सिनहा के बयान पर पलटवार किया है । उनहोंने कहा , ' एक आदिवासरी महिला इस पद के लिए
सक्षम नहीं है , सिनहा करी यह सोच उनकरी बुररी मानसिकता को दशा्यिरी है ।' सरीटरी रवि ने कहा , तनकशचि रूप से देश को रबर ्टैंप राष्ट्रपति करी जरूरत नहीं है , लेकिन उसरी तरह अपने दम पर आगे बढ़री आदिवासरी महिला के खिलाफ झूठा प्रचार करने करी मानसिकता खतरनाक है । उनहोंने कहा कि मुर्मू ने झारखंड करी राजरपाल के रूप में , ओडिशा में एक मंत्ररी और विधायक के रूप में और एक कॉलेज में ले्चरर के रूप में अपनरी क्षमताओं को पहले हरी साबित कर दिया है । यह महसूस करना कि आदिवासरी महिला सक्षम नहीं है , किसरी करी घटिया मानसिकता को दर्शाता है ।
सिन्ा को मिल रहा सीमित समर्थन
यशवंत सिनहा को अब तक कांग्ेस , एनसरीपरी , टरीएमसरी , सरीपरीआई , सरीपरीआई ( एम ) समाजवादरी पाटटी , रालोद , आरएसपरी , टरीआरएस , डरीएमके , नेशनल कांफ्ेंस , भाकपा , आरजेडरी , केरल कांग्ेस ( एम ) जैसे कुछ गिने — चुने दलों का हरी समर्थन मिल सका है । यशवंत के पास अभरी कररीब
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