eMag_July2021_Dalit Andolan | Page 46

miyfC / k

हम जिन पितधा की रधात कर रहे हैं , उनकधा नधाम है बिजेंद्र कु मधार , जो एक सफ़ाई कर्मचधारी हैं और अपने बेटे की कधामयधारी के रधारे में यधाद करते 10 िधाल पहले कधा किस्सा बतधाते हए कहते हैं कि उस वक़्त जब उन्होंने अपने गधांव के ही कु छ व्यवतियतों को अपनी इच्छा बतधाते हए किधा थधा कि ‘ मैंने झधाडू उठधाई लेकिन मेरधा बेटधा अब बंदूक लेकर देश की सेिधा करेगधा ’, तो उनकी यह रधात सुनकर वे सभी हंसने लगे थे ।
दौरान कहा कि ‘ मैंने झाड़ू उठाई , पर मेरा बेटा अब बंदूक लेकर देश की सेवा करेगा । वह सेना में अधिकारी बनेगा ’ यद्यपि अपने इस सपने को पूरा होता देखने के लिए सुजीत का परिवार पासिंग आउट परेड में शामिल नहीं हो पाया थिा , कयोंकि कोरोना महामारी में सुरक्षा
नियमों की ि्ह से प्तिभागियों के परिजनों को इस समारोह में शामिल होने की आज्ा नहीं दी गई थिी । इस कारण से सुजीत के परिवार ने टीवी पर ही इस पासिंग आउट पैरेड का लाइव टेलीका्ट देखा । वैसे सुजीत भी चिाहते थिे कि वह इस ख़ास अवसर पर उनके माता-पिता
समारोह में आ पाते और वे उनके चिेहरों पर गौरव के भाव को देखें ।
सुजीत के पिता बिजेंद्र कुमार की चिार संतान हैं । उनहोंने जैसे अपने बड़े बेटे सुजीत को पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाया , उसी प्कार वे अपने बाक़ी बच्चों को भी उच्च शिक्षा प्दान कराना चिाहते हैं । उनका छोटा बेटा आईआईटी की पढ़ाई करना चिाहता है और उनकी दो बेटियों में से एक बेटी डॉकटर व दूसरी प्रासनिक अधिकारी बनना चिाहती है । पिता बिजेंद्र कहते हैं कि बच्चों की पढ़ाई के लिए वे उनहीं के साथि वाराणसी में रहा करते हैं , लेकिन उनकी पत्ी एक आशा कार्यकर्ता हैं , इसलिए उनहें गाँव में अकेले ही रहना पड़ता है । जब समय मिलता है तो बिजेंद्र अपने गाँव में जाते रहते हैं । इस प्कार से बच्चों की शिक्षा और भविषय के लिए माता-पिता दोनों ही तयाग कर रहे हैं । उनहोंने िैसला किया कि बच्चों के उज्िल भविषय हेतु वे हरसमभि प्यास करेंगे । �
46 Qd » f ° f AfaQû » f ³ f ´ fdÂfIYf tqykbZ 2021