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पास्टर धर्मपाल बैरवा व उनकी ्टीम ने क्ेत् में धर्म के प्रचार के लिए काम कर रही है । राजसथान के बारां जिले में धर्म परिवर्तन का एक बड़ा मामला सामने आया था । मीडिया रिपोटसखा के अनुसार , गाँव में मां दुर्गा आरती का आयोजन कराने वाले दलित युवकों से मारपी्ट की गई । पूरे घ्टनारिम से गुससाए दलितों ने सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन कर लिया । कांग्ेस सरकार जब राजधानी में ही धमाांतरण को नहीं रोक पा रही है , तो जिलों में ऐसे मामलों में उससे कार्रवाई की कया ही उममीद करें ।
धर्मान्तरण गिरोह के तार आतंकी संघटनों से
उत्तर प्रदेश और महाराषट् में अवैध धमाांतरण गिरोह चलाने वालों के तार पाकिसतानी आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़ रहे हैं । ये गिरोह पैसे का लालच देकर मूक-बधिर और मामूली दिवयांग लोगों को अपना पहला ्टारगे्ट बनाता था । इस गिरोह के सदसय प्रतिबंधित संगठन सिमी से तो पहले से ही जुड़े हुए थे । अब यूपी ए्टीएस के हतथे चढ़े अवैध धमाांतरण में संलिपत आरोपियों के पास के ऐसे साक्य मिले हैं , जिससे इनका कनेकशन अलकायदा से भी जुड़ रहा है । इस मामले में पूर्व में महाराषट् से गिरफतार
एडम और कौसर आलम के पास से जो साक्य मिले हैं , उससे पता चला है कि दोनों जिहाद की हिंसातमक विचारधारा अलकायदा से प्रभावित और पोषित हैं । अबदुलला धमाांतरण गिरोह के लिए फंडिंग जु्टाने का काम करता था
आप की दिल्ी में सररिय हैं ईसाई मिशनरी
दिलली के मुखयमंत्ी अरविंद केजरीवाल ईसाई संत मदर ्टेरेसा के शिषय रहे हैं । इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो किस विचारधारा से प्रेरित है । आम तौर पर माना जाता है कि शिषय पर गुरु के उपदेशों का असर होता है । केजरीवाल पर भी उनके गुरु के उपदेश का असर दिखाई दे रहा हैे । वो उनहीं के बताये रासते पर चल रहे हैं । जिस तरह मदर ्टेरेसा ने गरीबों की मुफत सेवा के बहाने दलितों और आदिवासियो के बीच पैठ बनाई । उसके बाद ईसाई मिशनरियों ने चमतकारिक मुफत इलाज , मुफत शिक्ा और पैसे का लालच देकर और ऊंच-नीच , जात-पात का एहसास दिलाकर गरीब दलितों और आदिवासियों का धमाांतरण कराया । उसी तरह केजरीवाल भी मुफत रेवड़ी कलचर के जरिए गरीब दलितों , आदिवासियों , सिखों में पैठ बनाकर उनके बौद्ध और ईसाई धर्म में धमाांतरण
को बढ़ावा दे रहे हैं ।
सुप्रीम कोर्ट से धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कानून बनाने की मांग
सुप्रीम को्टटि में धमाांतरण को रोकने के लिए दायर याचिका की । सुप्रीम को्टटि के वरिषठ वकील और भाजपा नेता अश्वनी उपाधयाय ने पिछले वर्ष 23 सितंबर को याचिका दाखिल की थी । सुप्रीम को्टटि के जस्टिस एमआर शाह और हिमा कोहली की बेंच ने जबरन धमाांतरण के खिलाफ याचिका की सुनवाई करते हुए मौखिक ल्टपपणी में इसे गंभीर मामला बताया । को्टटि ने कहा कि जबरन धमाांतरण न सिर्फ धार्मिक सवतंत्ता के अधिकार के खिलाफ बशलक देश की सुरक्ा के लिए भी खतरा हो सकता है । याचिका में धर्म परिवर्तनों के ऐसे मामलों को रोकने के लिए अलग से कानून बनाए जाने की मांग की गई है । या फिर इस अपराध को भारतीय दंड संहिता ( IPC ) में शामिल करने की अपील की गई है ।
सुप्रीम को्टटि ने जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान यह ल्टपपणी करते हुए केंद्र सरकार से जवाब दाखिल करने को कहा है । सुप्रीम को्टटि ने इसके लिए केंद्र सरकार को नोल्टस जारी करते हुए जवाब देने का आदेश दिया है । सुप्रीम को्टटि ने भी याचिका में दी गई दलीलों से सहमत होकर जबरन धर्मपरिवर्तन को गंभीर विषय माना और केंद्र सरकार से कहा है कि अगर यह सच है तो वह इसे रोकने के लिए गंभीरता से कदम उठाए । उच्चतम नयायालय ने सरकार को चेतावनी भी दी कि यह एक कठिन शसथलत है जिस पर काबू नहीं पाया गया तो देश की सुरक्ा के लिए गंभीर खतरा पैदा होगा और नागरिकों के ‘ धार्मिक सवतंत्ता के अधिकार ’ प्रभावित होंगे । सुप्रीम को्टटि ने सॉलललस्टर जनरल तुषार मेहता से कहा कि इस पर एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है । उनहोंने कहा कि जलद कदम उठाना होगा , ताकि इसे रोका जा सके । अगर ऐसा नहीं किया गया तो कठिन समय आ जाएगा ।
( साभार )
28 tqykbZ 2023