eMag_Aug2021_DA | Page 49

fjiksVZ

ग्रयामीण परिवयारों को ही पयानी के कनेकशन उपलबध करयाए गए थे । 1 फरवरी 2021 तक देश के 6.56 करोड़ ग्रयामीण आवयासों तक नल से जल पहतुंिया्या जया ितुकया है । प्रतिदिन दो ियाख से अधिक घर जल जीवन मिशन से जतुड रहे हैं
जममू-कशमीर के पहयाडों पर बने घर हों ्या फिर हिमयािि प्रदेश में तिबबत सीमया से महज 10 किमी की दूरी पर दतुलन्या कया सबसे ऊंिया ( 15,256 फीट ) मतदयान केंद् टशीगंग । रयाज् सरकयारों के सहयोग से हमयारी सरकयार ने वहयां भी घरों तक पयाइपियाइन से पयानी पहतुंियाने कया कयाम लक्या है । अब लोगों को मीलों कया पैदल सफर तय नहीं करनया पड़तया है । टशीगंग जैसे ऊंियाई वयािे क्ेत्रों में हर घर में जल पहतुंचनया सबसे ितुनौतीपूर्ण ्या , लेकिन ग्रयामीणों के सहयोग से हमयारे विभयार ने इसे कर पयाने में सफलतया प्रयापत की है ।
गोवया और तेलंरयानया ऐसे रयाज् हैं , जिनहोंने जल जीवन मिशन योजनया के अंतर्गत सौ प्रतिशत कवरेज हयालसि कर लि्या है । आज
देश के 52 जिलों , 660 बिॉकों , 39,317 ग्रयाम पंिया्तों और 73,890 रयांवों में हर घर नल से जल के लक्् को हयालसि कर लि्या र्या है । प्रधयानमंत्री के मयार्गदर्शन में हमने इन रयाज्ों में सवचछ पेयजल पहतुंियाने कया जो सपनया देखया ्या , उसे समय से पहले ही सयाकयार कर लि्या र्या है ।
बिहयार , पतुडुचेरी ने 2021 , रतुजरयात , हरर्याणया , हिमयािि , जममू और कशमीर , लद्दाख , मेघयाि् , पंजयाब , लसलककम , उत्तर प्रदेश ने 2022 , अरुणयािि , कनया्गटक , मध् प्रदेश , मणिपतुर , मिजोरम , नरयािैंड , त्रिपतुरया , छत्तीसगढ़ ने 2023 और असम , आंध् प्रदेश , झयारखंड , केरल , महयाराष्ट्र , ओडिशया , रयाजस्थान , तमिलनयाडु , उत्तरयाखंड , पलशिम बंरयाि ने 2024 तक सभी ग्रयामीण आवयासों तक नल से जल पहतुंियाने कया संक्प लि्या है । इस तरह 2024 तक देश के सभी 19.04 करोड़ ग्रयामीण आवयास नल कनेकशन से जतुड जयाएंगे ।
जल जीवन मिशन के अंतर्गत खरयाब रतुणवत्तया
वयािे जल से प्रभयालवत बलसत्ों में पीने योग् पयानी की आपूर्ति सबसे बड़ी प्रया्लमकतया है , तयालक फिूरोसिस और आसजेलनकोसिस के दुष्प्रभयावों में कमी ियाई जया सके । पयारदर्शितया सुनिश्चित करने के लिए हर कनेकशन की जिओ-टैगिंग हो रही है । कनेकशन को परिवयार के मतुलख्या के आधयार कयाडटि से जोडया जया रहया है । लजिया सतर पर मिशन की प्रगति कया संकेत देने वयािया डैशबोर्ड तै्यार लक्या र्या है । अनतुसूचित जयालत / अनतुसूचित जनजयालत बहतुि रयांवों , आकयांक्ी जिलों , सूखया प्रभयालवत और रेगिस्तानी क्ेत्रों और पयानी की खरयाब रतुणवत्तया वयािी बलसत्ों को वरीयतया दी जया रही है ।
पिछले वर्ष के बजट में जलशलकत मंत्रयाि् के लिए 30,478 करोड़ रुपये आवंटित हतुए , जिसमें से 21,500 करोड़ रुपये सवचछ पेयजल आपूर्ति और सवचछतया के लिए थे । जल जीवन मिशन के लिए 11,500 करोड़ रुपये कया अलग से आवंटन लक्या र्या ्या । इस बजट में पेयजल के लिए 50,000 करोड़ रुपये और सवचछतया के लिए 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं । इस तरह से शतुद पेयजल के लिए बजट आवंटन 450 प्रतिशत तक बढया है । जलशलकत मंत्रयाि् के लिए कुल बजट में भी 180 प्रतिशत की वृलद की गई है , जो जल से जतुड़े विषयों पर सरकयार की गंभीरतया को प्रदर्शित करतया है ।
ग्रयामीण परिवयारों तक जल जीवन मिशन के आशयाजनक परिणयामों को देखने के बयाद ही सरकयार ने बजट 2021-22 में जल जीवन मिशन ( शहरी ) शतुरू करने की घोषणया की है , जिससे 4,378 शहरी स्थानीय निकया्ों में 2.68 करोड़ शहरी परिवयारों को पयाइपियाइन से पीने योग् पयानी की आर्पूित की जयाएगी । इस पर 5 सयाि की अवधि में 2.87 ियाख करोड़ रुपये कया कुल खर्च आएरया । वयासतव में आम बजट जनतया की आवश्कतयाओं के अनतुरूप और समग्र विकयास को प्रोत्साहित करने वयािया है । आतमलनभ्गर भयारत को सशकत करने वयािे इस बजट कया लक्् आखिरी पंलकत के आखिरी व्लकत की मूलभूत समस्याओं कया समयाधयान तियाशनया है ।
( लेखक केंद्रीय जलमंत्ी हैं )
vxLr 2021 दलित आंदोलन पत्रिका 49