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देश की शान बढाने वाली वंदना कटारिया का हुआ अपमान ओलंपिक में टीम की हार के बाद सिरफिरों के निशाने पर आया वंदना का परिवार
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क्ो ओलंपिक में भयारतीय मलहिया हॉकी टीम ने सेमीफयाइनल तक कया सफर तय करके देश कया गौरव बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोडी । इस सवलण्गम सफर में सबसे बड़ा योगदयान देनेवयािी खिलाड़ियों की सूची में हररद्वयार लस्त रोशनयाबयाद रयांव की वंदनया कटयारर्या कया नयाम मतुख् रूप से शयालमि है जिनहोंने क्वार्टर फयाइनल मैच में हैट्रिक िरयाकर न केवल भयारतीय टीम को सेमीफयाइनल तक पहतुंिया्या बल्क ओलंपिक में हैट्रिक िरयाने वयािी पहली लखियाडी भी बनी । इसके बयाद सेमीफयाइनल में भयारतीय मलहिया हॉकी टीम पूरे दमखम के सया् अजजेंटीनया की टीम से भिडी लेकिन बेहद कड़े मतुकयाबले में भयारत की टीम को 2-1 से हयार कया सयामनया करनया पड़ा ।
सिरफिरों के निशाने पर आया वंदना का परिवार
सेमीफयाइनल में अजजेंटीनया से मिली हयार के बयाद वंदनया के परिजनों के सया् कुछ स्थानीय सिरफिरे रतुंडों ने जो व्वहयार लक्या
वह नया सिर्फ समयाज के लिए बेहद शर्मनयाक बल्क देश के लिए भी कयाफी दतुखद है । वंदनया के परिजनों कया कहनया है कि कुछ ्तुवकों ने उनके घर के बयाहर पटयाखे फोड़े और उनहें जयालतसूचक व अपमयानजनक रयालि्यां भी दीं । वंदनया के भयाई सौरभ कटयारर्या और पंकज कटयारर्या ने बतया्या कि टीम के हयारते ही कुछ ्तुवकों ने उनके घर के बयाहर पटयाखे जियाने शतुरू कर दिए । पटयाखों की आवयाज सतुनकर जब वे बयाहर आए और ्तुवकों से पटयाखे न जियाने कया अनतुरोध लक्या तो ्तुवक अभद्तया करने लगे । इस बयात को लेकर हंरयामया हो र्या । वंदनया के भयाई शेखर के मतुतयालबक वे
उपद्वी सिरफिरे ्तुवक जयालतसूचक अपशबद कह रहे थे , वंदनया के परिवयार वयािों कया अपमयान कर रहे थे और कह रहे थे कि भयारतीय टीम इसलिए हयारी क्ोंकि उसमें बहतुत सयारे दलित हैं ।
पुलिस ने अपनाया सख्त रूख
इस पूरे मयामले को लेकर हररद्वयार के एसएसपी सेंथिल अबतुदई कृषणरयाज ने बतया्या कि वंदनया के भयाई द्वयारया शिकया्त दर्ज करयाए जयाने के बयाद घटनया के अगले ही दिन रयांव के दो ्तुवकों के लखियाफ सिडकुल ्याने में आईपीसी की धयारया 504 और एससी / एसटी एकट की धयारया तीन के तहत मतुकदमया दर्ज लक्या र्या है । इस मयामले की जयांच सीओ सदर डॉ . विशयाखया अशोक को दी गई है । दो चिलनहत आरोपियों में से एक को तत्काल ही गिरफ्तार कर लि्या र्या । अब वंदनया के परिजनों की मयांग है कि इस शर्मनयाक घटनया को अंजयाम देनेवयािों के लखियाफ देशद्ोह की धयारयाएं भी िरयाई जयाएं ।
एिआईआर दर्ज करके एक व्लकत को गिरफ़्तार कर लि्या बल्क खबर लिखे जयाने तक वंदनया के परिजनों द्वयारया चिलनहत किए गए एक अन् व्लकत की तियाश की जया रही है ।
स्थिति में सुधार के लिए आगे आए समाज
ये घटनयाएं दशया्गती हैं कि समयाज में आज भी ऐसे लोग मौजूद हैं जो जयालतरत पूवया्गग्रह से बयाहर नहीं आ पयाए हैं । हयाियांकि ऐसे लोगों की तयादयाद िरयातयार कम हो रही है और हर सतर पर इनहें हतोत्साहित भी लक्या जया रहया है । लेकिन इस बयात से इनकयार नहीं लक्या जया सकतया कि
सयामयालजक समरसतया और मयानवतयावयादी मयानसिकतया कया कुछ लोगों में अभयाव होनया पूरे पतुलिस — प्रशयासन और कयानून — व्वस्था के लिए ही नहीं बल्क देश व समयाज की भी अकसर फजीहत करयातया रहतया है । लनलशित तौर पर यह लस्लत बेहद चिंतयाजनक और दतुभया्गग्पूर्ण है क्ोंकि इसमें सतुधयार किए बिनया समयाज को सभ् और सतुसंसकृत नहीं कहया जया सकतया है । हयाियांकि यूपी से लेकर उत्तरयाखंड तक की पतुलिस ने उदयाहरण सवरूप वर्णित उकत मयामलों में पूरी ईमयानदयारी और सलक््तया दिखयाते हतुए दोषियों के लखियाफ तवरित और कडी कयार्रवयाई करने में कोई कसर नहीं छोडी है तयालक समयाज में सखत
संदेश जयाए और भविष् में कोई दोबयारया ऐसया करने के बयारे में सोचने की भी हिममत नया कर सके । लेकिन सिर्फ पतुलिस और कयानून की सखती से अगर समयाज के दलित विरोधी मयानसिकतया वयािे लोगों को सतुधरनया होतया तो वे बहतुत पहले ही सतुधर ितुके होते । ऐसे में जिममेवयारी समयाज के जयाररूक लोगों की है कि वे अपने बीच मौजूद कुंठित व जहरीली मयानसिकतया वयािे सिरफिरों की पहियान कर उनहें सतुधयारने की कोशिश करें । वनया्ग कुछ गिने — ितुने गलत लोगों की ऐसी अमयानवीय व निंदनीय हरकतों के कयारण बदनयामी की सजया पूरे समयाज को अनवरत झेलनी ही पड़ेगी । �
vxLr 2021 दलित आंदोलन पत्रिका 21