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जयानया ियालहए और रयाहतुि को ियालहए कि वह अपनया वो टवीट ््याशीघ्र डिलीट भी करें ।
कांग्ेस की दलित व महिला विरोधी राजनीति
वयासतव में देखया जयाए तो किसी रयाज् के दतुषकम्ग की घटनया पर चिंतया प्रकट करनया और किसी रयाज् की घटनया पर ितुपपी सयाध लेनया , यह देखते हतुए कि किस रयाज् में किसकी सरकयार है , यह भी अपने आप में एक जघन् अपरयाध है और यही अपरयाध नया सिर्फ कयांग्रेस बल्क भयाजपया के कई अन् विरोधी दल भी िरयातयार कर रहे हैं । यह मयामिया लद्िी में हतुआ है इसलिए रयाहतुि मैदयान में उतर आए हैं लेकिन रयाजस्थान अथवया अन् कयांग्रेस शयालसत रयाज्ों में होने वयािी ऐसी ही घटनयाओं पर हमेशया मौन सयाध लेते हैं । जबकि एनसीआरबी के
कांग्ेस शासित राज् होने के कारण राहुल गांधी वहां के मामलों पर कभी एक शब्द बोलना भी गवारा नहीं करते हैं वहीं दूसरी ओर राजस्ान की गहलोत सरकार ने पिछले विधानसभा सत्र में महिला अपराध पर हो रही चर्चा पर जवाब देते हुए बेहद गैर जिम्ेदाराना लहजे में कह दिया कि दलित महिलाएं बलात्ाि के झूठे के स दर्ज कराती हैं । विधानसभा के पटल पर उन सारे एनजीओ पर उंगली उठाई गई जो दलित अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ते हैं ।
आंकडों के अनतुसयार रयाजस्थान बियात्कार के मयामलों में पूरे देश में शीर्ष पर है । पिछले 6 महीनों में रयाजस्थान में बियात्कार के मयामलों में 30 प्रतिशत की वृलद हतुई है । वहीँ पिछले एक महीने में 550 मयामले बियात्कार के सयामने आए हैं । सयाि 2020 में रयाजस्थान में 13,750 बियात्कार की घटनयाएं घटित हतुईं । सिर्फ कोरोनया कयाि में प्रदेश में , मलहिया अपरयाध कया आंकडया 38 % तक बढया है । बीते 26 जनवरी को नयारौर में दलित मलहिया के सया् रेप कया मयामिया सयामने आ्या । अजमेर के रयामगंज ्यानया अंतर्गत एक दलित मलहिया अपने ससतुरयाि जया रही थी और रयासते में रोककर उनके सया् दतुषकम्ग लक्या र्या । 25 जतुियाई को मयामिया सयामने आ्या कि
रयाजस्थान में बाड़मेर में दलित बयाप बेट़े के हया् पैर तोड़े गए , रयालि्यां दी गईं और पेशयाब लपिया्या र्या । लेकिन ऐसे तमयाम मयामलों की कयांग्रेस के शीर्ष नेतृतव ने अनदेखी कर दी और किसी ने एक शबद कहनया भी गवयारया नहीं लक्या । इसमें सबसे शर्मनयाक तो यह है कि जहयां एक ओर कयांग्रेस शयालसत रयाज् होने के कयारण रयाहतुि रयांधी वहयां के मयामलों पर कभी एक शबद बोलनया भी गवयारया नहीं करते हैं वहीं दूसरी ओर रयाजस्थान की गहलोत सरकयार ने पिछले विधयानसभया सत्र में मलहिया अपरयाध पर हो रही ििया्ग पर जवयाब देते हतुए बेहद गैर जिममेदयारयानया लहजे में कह लद्या कि दलित मलहियाएं बियात्कार के झूठ़े केस दर्ज करयाती हैं ।
विधयानसभया के पटल पर उन सयारे एनजीओ पर उंगली उठयाई गई जो दलित अधिकयारों के लिए लड़ाई िडते हैं ।
नहीं छिपा सकते सच्ाई
इसी प्रकयार एक अन् कयांग्रेस शयालसत रयाज् छत्तीसगढ़ की बयात करें तो वहयां के गृह मंत्री ने नेशनल क्राईम ब्ूरो के आंकडों के आधयार पर विधयानसभया में सवीकयार लक्या कि राष्ट्रीय सतर पर छत्तीसगढ़ कया बियात्कार में 10 वयां और अपहरण में 7 वयां स्थान है । इन तमयाम हकीकतों पर कयांग्रेस के नेतया कया मौन सयाध लेनया और लद्िी के मयामले में पीलडतया की जयालतरत पहियान उजयारर करने के अियावया उसके मयातया — पितया की पहियान भी सयाव्गजनिक कर देनया हर मया्ने में निंदनीय ही मयानया जयाएरया । वह भी सिर्फ रयाजनीतिक ियाभ के लिए । निशित ही अपने गिरेबयान में झयांकने के बजया् कयांग्रेस शयालसत रयाज्ों में सयामने आने वयािे मयामलों पर पदया्ग डयािने की यह रणनीति सोशल मीलड्या के व्यापक प्रभयाव वयािे मौजूदया दौर में कतई कयारगर नहीं हो सकती बल्क इसकया भयारी खयालम्याजया कयांग्रेस को भतुरतनया ही होरया । �
18 दलित आंदोलन पत्रिका vxLr 2021