पश्चिमी यूपी में दलित रहे निर्णायक
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जपा के लिए सबसे कडी चुनौती पसशचमी ्यूपी में ही बताई जा रही थी । एक ओर जार् वोर्बैंक की राजनीति करनेवाली रालोद का सपा से गठबंधन हो ग्या था वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन का केनद्र भी पसशचमी ्यूपी ही बना हुआ था । लेकिन ्यहीं से भाजपा के रथ को विज्य पथ पर आगे बढ़ाने की चमतकारिक शुरूआत के पीछे अनुसूचित जावत्यों की भूमिका वनणा्थ्यक साबित हुई । तभी तो बड़ौत विधानसभा क्ेत् में अनुसूचित जाति के बूथों पर कमल खिलने से भाजपा की राह आसान हो गई । भाजपा प्रत्याशी केपी मलिक 315 वोर् से जीते । अनुसूचित जाति के बूथों पर रालोद दूसरे और बसपा तीसरे सरान पर रही । भाजपा के केपी मलिक और रालोद के ज्यिीर सिंह तोमर में मुकाबला इतना कांर्े का रहा कि भाजपा प्रत्याशी मतगणना शुरू होते ही रालोद उममीदवार से पीछे चलते रहे लेकिन अंतिम राउंड में 315 वोर्ों से जीत गए । भाजपा
को जीत दिलाने और रालोद को हराने में अनुसूचित जाति बहुल बूथों के मतदाताओं की अहम भूमिका रही है । हरिजन चौपाल लुहारी में भाजपा को 170 वोर् , रालोद को 137 वोर् , बसपा को 63 वोर् मिली हैं । जौनमाना गांव की हरिजन चौपाल पर दो बूथों में भाजपा को 842 वोर् , रालोद को 92 वोर् और बसपा को 207 वोर् मिली । सिनौली में हरिजन चौपाल के दो बूथों पर भाजपा को 570 , रालोद 292 व बसपा को 371 वोर् मिली । बावली के हरिजन चौपाल के बूथ 53 पर भाजपा 285 वोर् , रालोद 59 वोर् व बसपा को 164 वोर् मिली । बड़ौली की हरिजन चौपाल के बूथ पर भाजपा 205 वोर् , रालोद 157 और बसपा को 202 वोर् मिली हैं । खेड़ा इसलामपुर के अनुसूचित जाति के बूथ पर भाजपा 185 , रालोद 44 और बसपा 210 वोर् लेने में सफल रही । गुराना के हरिजन चौपाल के बूथ पर भाजपा को 355 वोर् , रालोद 105 वोर् और बसपा को केवल दो मत मिले ।
योगी सरकञार में दलितों को समुचित प्रक्तनिधित्व
्यूपी के अनुसूचित समाज ने एकजुर् होकर जिस तरह से ्योगी सरकार की ऐतिहासिक वापसी सुवनसशचत करने में वनणा्थ्यक भूमिका निभाई उसके प्रति कृतज्ता ज्वपत करने में भाजपा ने भी कोई कसर नहीं छोडी है । ्यही वजह है कि बीते 25 मार्च को ्योगी आदित्यनाथ सहित जिन 52 लोगों ने पद और गोपनी्यता की शपथ ली उनमें अनुसूचित वर्ग के दस नाम भी शामिल रहे । अनुसूचित वर्ग को सत्ा में हिससेदारी और भागीदारी देने के लिए जिन लोगों को ्योगी सरकार के दूसरे का्य्थकाल में मंत्ी बना्या ग्या है उनमें बेबी रानी मौ्य्थ , मनोहर लाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी , सुरेश राही , विज्य लक्मी गौतम , असीम अरुण , दिनेश खर्ीक , अनूप प्रधान , संजी्य गौंड , रामकेश निषाद और गुलाबो देवी का नाम भी शामिल है ।
सरूरपुर कलां के हरिजन चौपाल के बूथ पर भाजपा 130 , रालोद को 80 और बसपा को 48 वोर् मिली । सुलतानपुर हर्ाना , छछरपुर , जिवाना , लो्यन व मलकपुर समेत तमाम अनुसूचित जाति बाहुल बूथों की वोर्ों में बंर्िारा होने से भाजपा पहले , रालोद और बसपा तीसरे सरान पर आ गई । बड़ौत विधानसभा क्ेत् के अनुसूचित जाति बाहुल 23 बूथों पर भाजपा को 5154 वोर् , रालोद को 3970 वोर् व बसपा 3422 वोर् मिले । ्यानी कुल मिलाकर देखें तो भाजपा की जीत में अनुसूचित जाति एरर्या से मिली बंपर वोर्ों की अहम भूमिका रही । �
vizSy 2022 दलित आं दोलन पत्रिका 15