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आदिवासी छारिों के लिए मंथन शित्वर jk
ष्ट्रीय आदि्वासी छात् शिक्ा समिति ( एनईएसटीएस ) नदे गत 29 न्वंबर को नई दि्ली में एक मंथन तशत्वर का आयोजन किया । इस कायमारिम में िदेश भर के 22 राजयों के राजय नोडल अधिकारी मौजूद रहदे । यह सत् आदि्वासी छात्ों के लिए शिक्ा और बुनियादी ढांचदे की गुणवत्ता बढ़ानदे पर जोर िदेनदे के साथ एकलवय मलॉ्ल आ्वासीय त्वद्यालयों ( ईएमआरएस ) के प्रबंधन को मजबूत करनदे पर केंद्रित रहा ।
एनईएसटीएस आयुकत अजीत कुमार श्री्वास्तव की अधयक्ता में आयोजित तशत्वर में आदि्वासी शिक्ा के त्वतभन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन चर्चा की गई । मुखय त्वरयों में परीक्ा प्रणाली , प्र्वदेश , भतजी , बुनियादी ढांचदे का त्व्ास और वित्तीय प्रबंधन में सुधार आदि शामिल थदे , जिनका उद्दे्य भारत में आदि्वासी छात्ों के लिए शैतक्् परिदृ्य में बदला्व लाना था ।
अपनदे संबोधन के दौरान आयुकत नदे खदेल ,
कला , संस्कृति , शिक्ा और न्वाचार जैसदे त्वतभन्न क्षेत्ों में आदि्वासी छात्ों की अंतर्निहित प्रा्कृतिक प्रतिभाओं पर प्रकाश डाला । उनहोंनदे जोर िदे्र कहा कि सामूहिक और ्ठोस प्रयासों सदे यदे छात् नई ऊंचाइयों को छू सकतदे हैं और त्वतभन्न क्षेत्ों में महत्वपूर्ण योगदान िदे सकतदे हैं । उनहोंनदे िदेश भर में आदि्वासी छात्ों को दी जानदे ्वाली सुत्वधाओं और ईएमआरएस में प्रदर्शन को बदेहतर बनानदे के लिए त्वतभन्न निकायों के साथ मिलकर काम करनदे के लिए एनईएसटीएस की प्रतिबद्धता को दोहराया ।
बै्ठ् में ईएमआरएस पहल की प्रगति पर भी जानकारी दी गई । अभी तक , िदेश भर में 476 ईएमआरएस संचालित हैं , अगलदे ्वर्ष 100 सदे अधिक अतिरिकत स्ूल जोडनदे की योजना है । इस त्वसतार सदे दूरदराज और ्वंचित क्षेत्ों में ्वंचित आदि्वासी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्ा तक पहुंच में उल्लेखनीय ्वृद्धि होगी । भतजी प्रतरिया पर भी प्रमुखता सदे फोकस किया
गया था , जिसमें भतजी का पहला चरण सफलतापू्वमा् पूरा हो गया । इसमें 9,000 सदे अधिक तशक्ण और गैर-तशक्ण सटाफ सदसयों की नियुशकत की गई । अगलदे भतजी चरि की योजना और निष्पादन के बारदे में भी चर्चा हुई ।
राजय नोडल अधिकारियों नदे तशत्वर में सतरिय रूप सदे भाग लिया और ईएमआरएस के प्रबंधन को मजबूत करनदे तथा छात्ों को उपलबध सुत्वधाओं की गुणवत्ता में सुधार लानदे के उद्दे्य सदे बहुमू्य सुझा्व दिए । इन सुझा्वों को भत्वष्य की योजनाओं में शामिल किया जाएगा , ताकि यह सुनिश्चत किया जा सके कि आदि्वासी छात्ों को त्व््व सतरीय शिक्ा और उनके त्व्ास के लिए आवश्यक संसाधन उपलबध हों । मंथन तशत्वर के दौरान आदि्वासी छात्ों के लिए समा्वदेशी और टिकाऊ शिक्ा प्रणाली बनानदे तथा उनका समग्र त्व्ास सुनिश्चत करनदे के लिए एनईएसटीएस की प्रतिबद्धता को रदेखांकित किया गया । �
50 fnlacj 2024