Dec 2024_DA | Page 37

और सुकनया समृद्धि योजना जैसी पहलों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारदे में चर्चा करतदे हुए कहा कि इस लक्य को प्रापत करनदे के लिए सरकार , अधिकारियों , सामाजिक संग्ठनों और नागरिकों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है । इस अ्वसर पर महिला ए्वं बाल त्व्ास मंत्ालय के सतच्व अनिल मलिक नदे सशशकत्रण और सामाजिक प्रगति के लिए कार्यबल में महिलाओं की
भागीदारी के महत्व पर जोर दिया । अपनदे संबोधन में उनहोंनदे कहा कि बाल त्व्वाह मान्वाधिकारों का उ्लंघन है और महिलाओं के सशशकत्रण में बाधा है । इस हानिकारक प्रथा को खतम करनदे के लिए 1926 में पदेश और 2006 में मजबूत किए गए बाल त्व्वाह अधिनियम को प्रभा्वी ढंग सदे लागू किया जाना चाहिए । बाल त्व्वाह मुकत भारत अभियान सभी नागरिकों सदे बाल त्व्वाह का सतरिय रूप सदे त्वरोध करनदे का आह्ान करता है । यह पहल महिला ए्वं बाल त्व्ास मंत्ालय और त्वतभन्न अनय मंत्ालयों के बीच एक संयुकत प्रयास है । इस उद्दे्य की पूर्ति को लदे्र अपनी प्रतिबद्धता दिखानदे के लिए िदेश भर के जिलों सदे सीएमपीओ नदे इस कायमारिम में भाग लिया ।
यह अभियान नागरिकों और समुदायोंको शामिल करनदे के लिए त्वतभन्न माधयमों सदे जारी रहदेगा , जिससदे यह सुनिश्चत होगा कि # BalVivahMuktBharat का लक्य एक सामूहिक ्वास्तविकता बन जाए ।
कायमारिम में िदेश भर सदे लगभग 150 जिला कलदेकटर , जिला प्रशासन , गैर-सरकारी संग्ठनों , पंचायतों , स्ूलों और सथानीय निकायों के अधिकारी शामिल हुए । ्वदेबकासट के जरिए बाल त्व्वाह के खिलाफ शपथ ग्रहण समारोह में 50,00,000 सदे जयािा लोगों नदे ऑनलाइन हिससा लिया । प्रतिज्ा लदेनदे और आंदोलन का समर्थन करनदे के लिए इस लिंक पर कोई भी संपर्क कर सकता है- https :// stopchildmarriage . wcd . gov . in
कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ लडाई में अग्रणी रहे लोगों के साथ ऑनलाइन बातचीत भी की गई । इन चैंपियनों ने अपने अनुभव साझा किए और दूसरों को इस आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया । इनमें निम्न चैंपियनों ने अपने अनुभव साझा किए -
• बुचा रामनममा ( आंध्र प्रदेश ) : बुचा नदे मात् 14 ्वर्ष की उम्र में ही आंगन्वाडी कार्यकर्ता सदे संपर्क करके अपनदे बाल त्व्वाह को रोक दिया । जिला बाल संरक्ण इकाई ( डीसीपीयू ) के सहयोग सदे ्वह स्ूल लौटी , पढ़ाई में अव्वल रही और अब ्वह एक इंजीनियर है और सालाना छह लाख रुपए कमाती है ।
मज्ी रामया ( आंध्र प्रदेश ) : वित्तीय संघर्ष और पारर्वारिक दबा्व के बा्वजूद , रामया नदे डीसीपीयू के हसतक्षेप सदे बाल त्व्वाह को रू््वाया । अब ्वह अपनी शिक्ा जारी रखतदे हुए , अपनी दृढ़ता सदे दूसरों को प्रदेरित कर रही है ।
• दुर्गा ( बिहार ) : पूर्वी थाथा गां्व की 14 वर्षीय दुर्गा नदे अपनी बहन की शादी रोकनदे के लिए किशोर सशशकत्रण समूह सदे मिली कानूनी जागरूकता का लाभ उ्ठाया । उसके कायगों में जागरुक पहल की शशकत झलकती है ।
रोशनी परवीन ( बिहार ) : बाल त्व्वाह और घरदेलू हिंसा सदे पीतडत रोशनी नदे जनता एक्सप्रेस ्वदेलफेयर फाउं्डेशन की सथापना की , जिसनदे 60 लडत्यों को बाल त्व्वाह सदे बचाया और उनकी जान बचाई । संयुकत राष्ट्र यु्वा कार्यकर्ता पुरस्ार त्वजदेता के रूप में सममातनत , ्वह एक सशशकत्रण और समर्पण का उदाहरण है ।
• नम्रता पांडुरंग ( महाराष्ट्र ) : नम्रता नदे अपनदे बाल त्व्वाह को रोका और अब अपना खुद का व्यवसाय चला रही हैं , जो आतमतनभमारता और दृढ़ सं््प का उदाहरण है ।
सी . लालनुनफेला ( मिजोरम ) : जिला कायमारिम अधिकारी के रूप में , सी . लालनुनफेला बाल त्व्वाह को रोकनदे के लिए धर्म आधारित संग्ठनों के साथ सहयोग करतदे हैं तथा समुदाय के नदेतृत्व ्वालदे हसतक्षेप की शशकत का प्रदर्शन करतदे हैं ।
• सिलु प्रधान ( ओडिशा ) : सिलु केमिकल इंजीनियरिंग में डिपलोमा करनदे के दौरान अपनदे समुदाय में बाल त्व्वाह को सतरिय रूप सदे रोकती हैं । उनके प्रयास आशा और बदला्व की प्रदेरणा िदेतदे हैं ।
• कुमारी जयोतसना अखतर ( त्रिपुरा ) : जयोतसना नदे खुद अपना बाल त्व्वाह रोका और उसके बाद सदे अपनदे पूरदे गां्व को बाल त्व्वाह के खिलाफ़ सं््प लदेनदे के लिए प्रदेरित किया । उनके नदेतृत्व नदे उनहें जन्वरी 2024 में ' प्रधानमंत्ी बाल पुरस्ार ' दिलाया ।
fnlacj 2024 37