Dec 2024_DA | Page 13

सही अर्थ में , यह हमारदे लंबदे स्वतंत्ता संग्राम का फल था । उसी अतुलनीय राष्ट्रीय आंदोलन के आिशगों को संत्वधान में समाहित किया गया
है । उन आिशगों का संत्वधान की प्रस्तावना में संतक्पत उल्लेख है । यह आदर्श हैं नयाय ,
स्वतंत्ता , समानता और भ्रातृत्व । इन आिशगों नदे सदियों सदे भारत को परिभाषित किया है । संत्वधान की प्रस्तावना में उल्लतखत आदर्श एक-दूसरदे के पूरक हैं और साथ मिलाकर ्वह एक ऐसा समाज निर्मित करतदे हैं जिसमें प्रत्येक नागरिक को फलनदे-फूलनदे , समाज में योगदान िदेनदे और अनय नागरिकों की सहायता करनदे का अ्वसर मिलता है ।
राष्ट्रपति नदे कहा कि हमारदे सं्वैधानिक आिशगों को कार्यपालिका , त्वधायिका और नयायपालिका के साथ ही सभी नागरिकों की सतरिय भागीदारी सदे शशकत मिलती है । हमारदे संत्वधान में प्रत्येक नागरिक के मौलिक कर्तवयों का भी सपष्ट उल्लेख है । भारत की एकता और अखंडता की रक्ा , समाज में सद्भाव को बढ़ावा िदेना , महिलाओं की गरिमा सुनिश्चत करना , पयामा्वरण की रक्ा करना , ्वैज्ातन् समझ त्व्तसत करना , सा्वमाजनिक संपतति की सुरक्ा
और राष्ट्र को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाना नागरिकों के मौलिक कर्तवयों में शामिल है । संत्वधान की
भा्वना के अनुरूप , आम लोगों का जी्वन बदेहतर बनानदे के लिए कार्यपालिका , त्वधायिका और नयायपालिका को मिलकर काम करनदे का दायित्व मिला है ।
उनहोंनदे कहा कि संसद द्ारा पारित अनदे् अधिनियमों में लोगों की आकांक्ाओं को अभिवयशकत मिली है । पिछलदे कुछ वर्षों में सरकार नदे समाज के सभी वर्गों , त्वशदेर्र कमजोर वर्गों के त्व्ास के लिए अनदे् कदम उ्ठाए हैं । ऐसदे निर्णय सदे लोगों के जी्वन में सुधार हुआ है और उनहें त्व्ास के नए अ्वसर प्रापत हो रहदे हैं । उनहें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सर्वोच्च नयायालय के प्रयासों सदे िदेश की नयायपालिका नयातय् प्रणाली को अधिक प्रभा्वी बनानदे का प्रयास कर रही है । हमारा संत्वधान एक जी्वंत और प्रगतिशील दसता्वदेज है । हमारदे दूरिशजी संत्वधान निर्माताओं नदे बदलतदे समय की आवश्यकता अनुरूप नए त्वचारों को अपनानदे की व्यवसथा बनाई थी । हमनदे संत्वधान द्ारा सामाजिक नयाय और समा्वदेशी त्व्ास सदे जुड़े कई महत्वाकांक्ी लक्य हासिल किए हैं । एक नई सोच के साथ हम ्वैश्विक समुदाय के बीच भारत की नई पहचान सथातपत कर रहदे हैं । हमारदे संत्वधान निर्माताओं नदे अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्ा को बढ़ावा िदेनदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभानदे का तनिदेश दिया था । आज हमारा िदेश अग्रणी अर्थव्यवसथा होनदे के साथ ही त्व््व बंधु के रूप में भी अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है । उनहोंनदे जोर िदे्र कहा कि हमनदे जो पा्ठ सीखदे हैं , उनहें अगली पीतढ़यों तक पहुंचाना आवश्यक है । 2015 सदे प्रत्येक ्वर्ष ' संत्वधान दि्वस ' आयोजन यु्वाओं में हमारदे राष्ट्र के संसथापक दसता्वदेज , संत्वधान के बारदे में जागरूकता बढ़ानदे में सहायक रहा है । उनहोंनदे िदेश के सभी नागरिकों सदे अपनदे आचरण में सं्वैधानिक आिशगों को शामिल करनदे , मौलिक कर्तवयों का पालन करनदे और ्वर्ष 2047 तक ' त्व्तसत भारत ' के निर्माण के राष्ट्रीय लक्य के प्रति समर्पण के साथ आगदे बढ़नदे का आग्रह किया । �
प्रसतुशत : संजय दीक्षित fnlacj 2024 13