छतरीसगढ़ के नए मुखयमंत्री विष्ु देव साय पार्टी पदाधिकारियों के साथ
पराजय मिली थिी और कांग्ेस ने भाजपा की 15 सी्टों के मुकाबले 68 सी्टें जीतकर सरकार का गठन किया थिा । निवर्तमान मुखयमंत्री रमन सिंह ने चुनाव में हार की जिममेदारी लेते हुए परिणाम की घोषणा के बाद ही इ्तीफा दे दिया थिा और फिर पा्टन विधानसभा क्षेत्र से चुने गए कांग्ेस नेता भदूपेश बघेल ने राजय के तीसरे मुखयमंत्री के रूप में पदभार संभाला थिा । लेकिन भदूपेश बघेल का पांच वर्ष का कार्यकाल आपसी उठाप्टक और विवादों का केंद्र बना रहा । विशेष रूप से कांग्ेस वरिषठ नेता और भदूपेश सरकार में उपमुखयमंत्री ्टीएस सिंह देव के साथि जारी विवाद कांग्ेस के लिए बड़ा संक्ट बन गया । जानकारी हो कि कांग्ेस वरिषठ नेता ्टीएस सिंह देव को 2018 में यह आशवासन दिया गया थिा कि ढाई साल बाद उनहें मुखयमंत्री पद दिया जाएगा । लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसी कारण उनका और भदूपेश बघेल का विवाद आएदिन मीडिया की सुर्खियां बनता रहा ।
लेकिन अबकी बार चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सी्टें जीतकर सत्ता में शानदार वापसी की , जो अकलपनीय थिी । कारण यह थिा कि
कांग्ेस आलाकमान से लेकर भदूपेश बघेल को पदूरी उममीद थिी कि राजय में कांग्ेस पुनः सरकार का गठन करेगी । लेकिन ऐसा नहीं हुआ । चुनाव में भाजपा को 54 सी्ट पर जीत हासिल हुई , जबकि तमाम दावों के बावजदूद कांग्ेस 35 सी्ट पर सिम्ट गई , जबकि एक अनय सी्ट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली । सरगुजा और ब्तर के दो आदिवासी बहुल संभाग , जिनमें 26 विधानसभा सी्टें हैं , जहां 2018 में कांग्ेस की जीत में बड़ा योगदान दिया थिा , इस बार भाजपा के पास आ गई । बिलासपुर संभाग की कई सी्टों पर त्रिकोणीय मुकाबला थिा , जहां पदूव्म सीएम अजीत जोगी की पार्टी और बसपा का प्रभाव है । अरविंद केजरीवाल के नेतृतव वाली आप भी संभाग की सी्टों पर धयान केंद्रित कर रही थिी । लेकिन भाजपा की आंधी के आगे यहां भी कोई भी दल द्टक नहीं पाया ।
राजय में 10 सी्ट अनुसदूदरत जाति और 29 सी्ट अनुसदूदरत जनजाति के लिए आरक्षित हैं । नकसल प्रभावित राजय में पिछले पांच सालों के दौरान कई परिवर्तन हुए हैं और इसका लाभ गरीब , दलित और आदिवासी समाज को मिला
है । यही कारण रहा कि भाजपा ने अनुसदूदरत जाति के लिए आरक्षित सी्टों में 4 और अनुसदूदरत जनजाति के लिए आरक्षित सी्ट में 16 सी्ट पर अपनी जीत दर्ज कराई । राजय के मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग खेती किसानी से जुड़ा हुआ है । किसानो के लिए राजय सरकार द्ारा किए गए काम भाजपा के लिए बड़ी ताकत बन कर सामने आए , जबकि अगड़ी जाति के साथि ही पिछड़ी जातियों , दलित-आदिवासी सी्ट पर मतदाताओं ने कांग्ेस की अपेक्षा भाजपा पर भरोसा जताया है । राजय में लगभग 32 फीसदी मतदाता आदिवासी समुदाय से हैं और 11 फीसदी से अधिक दलित समुदाय के मतदाता हैं यानी इन दोनों समुदाय के पास 43 फीसदी से अधिक वो्ट हैं । यहां धयान देने लायक बिंदु यह है कि केंद्र सरकार की मुद्रा योजना , आयुषमान ्वा्थय योजना , उज्वला योजना सहित अनय तमाम योजनाओं ने आम आदमी को काफी राहत दी है और इसका लाभ पार्टी को मिला है ।
राजय में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद विषणु देव साय को मुखयमंत्री बनाया गया है , जबकि अरुण साव और विजय शर्मा उपमुखयमंत्री
fnlacj 2023 25