आवरण कथा
बिहार की मतदाता सूची में अवैध घुसपैठ
दलितों की आड़ में बांग्ादेशियों एवं रोहहथिग्ों की बाढ़ बिहार के लोकतंत्र के साथ खिलवाड़
डा. विजय सोनकर शास्त्ी fd
सी भी लोकतान्त्रिक देश की चुनाव प्रक्रिया में उन्हीं नागरिकनों को क्हससा लेने की अनुमक्त दी जाती है, जो वासतव में उस देश के नागरिक होते हैं । क्वशेष रूप से चुनाव की प्रक्रिया में नागरिक अपने क्ववेक से अपने प्रक्तक्िक्ध का चयन करते हैं और लोकतंरि को और शन््तशाली बनाने का कार्य करते हैं । लोकतांत्रिक प्रक्रिया में चुनाव ही वह आधारक्शला होती है, क्जसके ऊपर लोकतंरि खड़ा होता है । ऐसे में चुनाव की क्वशवसनीयता को बनाए रखना लोकतान्त्रिक समाज के सभी अंगनों का मुखय दाक्यतव होता है ।
इसके क्वपरीत चुनाव प्रक्रिया में मूल नागरिकनों के साथ ही देश में रहने वाले अवैध नागरिकनों को भी सन्ममक्लत कर क्लया जाए तो चुनाव प्रक्रिया दूक्षत हो जाती है, क्जसका नकारातमक प्रभाव समपूण्व लोकतान्त्रिक वयवस्ा पर पडने के साथ ही पूरा समाज प्रभाक्वत होता
12 vxLr 2025
रािदुल गांधी