April 2024_DA | Page 31

को लगभग 69 प्तिशत ऋण सवीककृि किए गए हैं और सटैंड-अप इंडिया के तहत 84 प्तिशत लाभाथशी महिलाएं हैं । महिला सममान बचत प्माणपरि को केंद्रीय बजट 2023-24 के हिससे के रूप में प्सिुि किया गया था , जो विशेष रूप से महिला निवेशकों के लिए एक छोटी बचत योजना है । इन पहलों ने महिलाओं को अपना रासिा तय करने और देश की आर्थिक प्िति में योगदान देने में सक्म बनाया है ।
मिशन शककि मोदी सरकार का एक और महतवपूर्ण प्यास है । इसका उद्ेशय महिलाओं की सुरक्ा , सशककिकरण और कार्यबल में भागीदारी को बढ़ाना है । इस मिशन का उद्ेशय कौशल विकास , क्मता निर्माण , वित्ीय साक्रता और सूक्म ऋण तक पहुंच के माधयम से महिलाओं पर लैंगिक पूवामाग्ह , भेदभाव और देखभाल की जिममेदारी का समाधान करना है । वन-सटॉप सेंटर ( ओएससी ) के माधयम से एक ही जगह प्दान की जाने वाली एकीककृि सेवाएं , जैसे-पुलिस , चिकितसा और कानूनी सहायता ,

उल्ेखनीय प्रगति

• महिलाओं के लिए 33 प्रर्तर्त आरषिण करी वयवस्ा के साथ नाररी शक्ति अधिनियम पारर्त ।
• राष्ट्रीय लिंगानुपा्त पहलरी बार बेि्तर होकर 1020 हो गया ।
• सवै्तरनक मा्तृतव अवकाश करी अवधि को बढाकर 26 सप्ताह किया गया ।
• परीएम सुररषि्त मा्तृतव अभियान के ्ति्त 4.73 करोड़ से अधिक गर्भव्तरी महिलाओं करी जांच करी गई ।
• 3.2 करोड़ सुकनया समृरधि योजना खा्ते ।
• एलपरीजरी गैस सिलेंडर उपलबध कराकर लगभग 10 करोड़ रसोईघरों को धुआं-मुक्त किया गया ।
• परीएम आवास योजना ग्ामरीण के ्ति्त 72 प्रर्तर्त सवारमतव महिलाओं के नाम ।
• एमएमआर , 2014-16 के 130 / लाख जरीरव्त जनमों से सुधरकर 2018-20 में 97 / लाख जरीरव्त जनम हो गया ।
• मुकसलम महिलाओं को सशक्त बनाने हे्तु ्तरीन ्तलाक करी प्रथा करी समाप्ति ।
• परीएमएमवाई के ्ति्त महिला उद्यमियों को 69 प्रर्तर्त ऋण स्वीकृ्त किए गए हैं और स्टैंड-अप इंडिया के ्ति्त 84 प्रर्तर्त लाभा्थी महिलाएं हैं ।
• 12 रसत् बलों और सेवाओं में महिला अधिकारियों को स्ायरी कमरीरन दिया गया ।
• ्तरीनों सेनाओं में अरनिवरीर के रूप में महिलाओं का प्रवेश शुरू हुआ ।
• भार्त में 43 प्रर्तर्त एस्टरीईएम स्नातक महिलाएं हैं जो दुनिया में सबसे जयादा हैं ।
परामर्श और मनो-सामाजिक सहायता , हिंसा से प्भावित महिलाओं के लिए वयापक सहायता सुतनकशचि करती हैं । एक टोल-फ्ी महिला हेलपलाइन ( 181 ) आपातकालीन और गैर- आपातकालीन सहायता भी प्दान करती है । मिशन शककि ने महिलाओं को आगे बढ़ने और समाज में सतकय योगदान देने के लिए एक सक्म वातावरण तैयार किया है ।
मुकसलम महिला ( विवाह पर अधिकारों का संरक्ण ) अधिनियम- 2019 को सितंबर , 2018 को लागू किया गया था । यह अधिनियम तीन बार ततकाल तलाक का उच्चारण करने की प्था , जिसे आमतौर पर तीन तलाक के रूप में जाना जाता है , को शूनय और अवैध बनाता है । यह ततकाल तीन तलाक की प्था में शामिल होने वाले पतियों के विरुद तीन साल तक की कैद और जुर्माने सहित दंड लगाता है । तीन तलाक कानून को लागू करके , मोदी सरकार का लक्य उन मुकसलम महिलाओं को कानूनी सुरक्ा प्दान करना है , जो कई दशकों से इस प्तिकूल प्था का शिकार थीं । इस महतवपूर्ण सुधार से मुकसलम महिलाओं की समग् कसथति में सुधार हुआ है , जिससे वह घरेलू हिंसा और समाज में पहले से होने वाले भेदभाव से बच सकी हैं ।
दस विशों के दौरान मोदी सरकार के प्यासों से महिला सशककिकरण में उललेखनीय प्िति हुई है । महिला पुलिसकर्मियों की संखया में काफी वृतद हुई है और महिला एथलीटों ने अपनी महतवपूर्ण उपलकबधयों से देश का नाम रोशन किया है । विज्ञान , प्ौद्योतिकी , इंजीनियरिंग और गणित ( एसटीईएम ) के क्ेरि में महिलाओं के प्वेश में भी अतयतधक वृतद देखी गई है । महिलाओं को कलयाण का लाभ लेने से सशककिकरण के एजेंट के रूप में परिवर्तित करके , सरकार अपने देश की महिलाओं के जीवन में वयापक बदलाव लाने में सफल रही है । लैंगिक भेदभाव को दूर करने से लेकर शिक्ा , सवासरय , आवास , उद्यमिता और सुरक्ा को बढ़ावा देने तक , इन पहलों ने महिलाओं के जीवन में जबरदसि सुधार लाए हैं तथा देश की समग् प्िति में योगदान दिया है । �
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