गई । सबसे महतवपूर्ण बात यह है कि पिछले दस विशों के दौरान करीब 25 करोड लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर निकल गए हैं जो विभिन्न कलयाणकारी योजनाओं की प्भावशीलता का प्माण है । इसके अलावा लाखों लोग सवासरय सेवाओं , कौशल विकास कायमाकमों और सस्ते आवास कायमाकमों तक पहुंच से लाभाकनवि हुए हैं ।
पहल योजना से साकार हु आ सपना
पहल योजना ने दुनिया की सबसे बडी डायरेकट कैश ट्रांसफर योजना होने के लिए
गिनीज बुक ऑफ वलड्ट रिकॉरसमा में अपना नाम दर्ज कराया । पहल योजना के तहत एलपीजी सकबसडी सीधे बैंक खातों में जमा कराई जाती है । इस योजना ने करीब 3.34 करोड नकली या तनकषकय खातों की पहचान करने और उनहें बंद करने में भी मदद की , जिससे हजारों करोड रुपए की बचत हुई । आम लोगों के लिए बुनियादी बैंतकूंि सुविधाएं उपलबध होने के साथ ही एनडीए सरकार ने नागरिकों को बीमा और पेंशन कवर देने के लिए ऐतिहासिक कदम की शुरुआत की ।
प्धानमंरिी सुरक्ा बीमा योजना प्ति वर्ष महज 12 रुपए में दो लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मुहैया कराती है और इस योजना का लाभ लेने
के लिए देश के 40.29 करोड़ लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं । प्धानमंरिी जीवन जयोति बीमा योजना प्तिवर्ष 330 रुपए में जीवन बीमा उपलबध कराती है और अब तक इस योजना का लाभ लेने के लिए 18.19 करोड़ लोग अपना बीमा करा चुके हैं ।
सर्वसुलभ स्ास्थ्य सेवा का लाभ
भारत में सवासरय सेवा , विशेष रूप से गरीब , दलित एवं वंचित वर्ग के लिए पहुंच और सामरयमा लंबे समय से गंभीर चुनौतियां रही हैं । मगर मोदी सरकार ने नागरिकों के लिए गुणवत्ापूर्ण सवासरय सेवा को किफायती एवं सुलभ बनाने के लिए एक परिवर्तनकारी यारिा शुरू की । इस यारिा को सवासरय सेवा बुनियादी ढांचे की मजबूती , वित्ीय बोझ में कमी और घर के आसपास गुणवत्ापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता पर केंद्रित विभिन्न प्भावशाली कायमाकमों से गति मिल रही है ।
आयुषमान भारत योजना 55 करोड से अधिक लोगों को तद्िीयक एवं तृतीयक देखभाल के लिए असपिाल में भिशी होने के लिए प्ति परिवार प्ति वर्ष 5 लाख रुपये तक का सवासरय कवरेज प्दान करती है । 14 मार्च 2024 तक 33 करोड आयुषमान कार्ड जारी किए जा चुके हैं और 81,979 करोड रुपये खर्च के साथ 6.50 करोड से अधिक लोगों को असपिाल में भिशी होने की सुविधा प्दान की गई है । यह योजना गरीब- दलित वर्ग की जनता को देश भर के असपिालों में कैशलेस चिकितसा सेवा का लाभ उठाने के लिए सशक्त बनाती है । इससे उनका वित्ीय बोझ काफी कम हुआ है और आवशयक उपचारों तक समय पर पहुंच सुतनकशचि हुई है ।
मार्च 2024 तक 1.69 लाख से अधिक प्ाथमिक सवासरय सुविधाओं को आयुषमान आरोगय मंदिर ( पूर्व में एबी-एचडबलयूसी ) में अपग्ेड किया गया है । इससे गुणवत्ापूर्ण सवासरय सेवा ग्ामीण समुदायों के काफी करीब आ गई है । इसके अलावा 22 करोड से अधिक मरीजों ने इन केंद्रों के माधयम से ई-संजीवनी
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