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जको गतुजरात की सबसे सेफेसट सीट मानी जाती थी ्वको हम हार चतुके थे । बड़ा भूकंप आया था , सारे करॉरपकोरेशन के चतुना्व , जिला पंचायत और तहसील पंचायत के चतुना्व कांग्ेर स्वीप कर गई थी । 1970 के दशक के बाद पहली बार भाजपा राजककोट म्युनिसिपल चतुना्व हारी थी और 1987 के बाद अहमदाबाद म्युनिसिपल करॉरपकोरेशन हम पहली बार हारे थे । उस समय मकोदी जी कको गतुजरात की जिममेदारी सौंपी गई ।
उस ्वक्त की रा्ट्ीय राजनीति की कलपना करते हैं तको एक बहतुत लंबा कालखंड यहां पर गठजोड़ की राजनीति का रहा । जको सरकारें आईं पूर्ण बहतुमत की सरकारें नहीं थीं । कभी 20 पार्टियां कभी 25 पार्टियां कभी 30 पार्टियां । अटल जी के नेतमृत्व में सरकार बनी ्वको भी ककोई पूर्ण बहतुमत की सरकार नहीं थी और इसका परिणाम ये हतुआ था कि देशभर में एक लचर पसथति बन गई थी , सब िकोगों का भरकोरा उठता जा रहा था । उस ्वक्त नरेंद्र भाई गतुजरात के मतुखयमंत्री बने हालांकि उनकको प्शासन का ककोई अनतुभ्व नहीं था । त्विायक तको छोड़िये कभी सरपंच भी नहीं बने थे । मगर फिर भी उनहोंने धैर्यपू्व्सक प्शासन की बारीकियों कको समझा , जको एक्सपर्ट थे उनकको प्शासन के साथ जोड़ा , चीजों कको िकोकभकोगय बनाया । यकोजनाओं में त्दीि किया और यकोजनाओं कको िकोगों तक पहतुंचाने का काम किया । जको भूकंप एक जमाने में भाजपा के लिये एक ि्बा बन जायेगा ऐसा लगता था उस भूकंप के काम की पूरे त्वश्व ने भूरि भूरि सराहना की । आप भतुज जाकर देख लीजिये , एक ओर लातूर का भी भूकंप है और भतुज का भी है । पूरे भतुज का न्वतनमा्सण हतुआ , त्वकास दर 37 प्तिशत जयादा बढ़ी और आज भतुज के अंदर पानी भी है , इंिसट्ी भी है और एजतुकेशन भी है । पहले भतुज कको पनिशमेंट पकोपसटंग माना जाता थी आज प्ाइम पकोपसटंग माना जाता है ।
सर्वस्पर्शी सर्वसमावेर्क विकास का दिया नया
मॉडल अपने मतुखयमंत्री काल में उनहोंने एक नया
मरॉिि बनाया कि त्वकास कको र्व्ससपशटी र्व्सरमा्वेशक बनाया जा सकता है । इसके लिये ्वे ढ़ेर सारी यकोजनायें लेकर आये , गतुजरात में आतद्वासी सबसे नेगलेक्टेड थे । कांग्ेर ने उनका ्वकोट बैंक के नाते तको उपयकोग तको किया परंततु उन तक कभी त्वकास नहीं पहतुंचता था । उनहोंने सारी बिखरी हतुई यकोजनाओं कको जोड़ा , उनका संत्विान में जको अधिकार था कि उनकी जनसंखया के अनतुपात में बजट में हिसरेदारी
मिले उसके तहत गतुजरात में पहली बार नरेंद्र मकोदी जी ने 2003 के बजट के अंदर उनकको दिया । ्वनबंितु कलयाण यकोजना ने पूरे गतुजरात के ट्ाइबल एरिया के त्वकास का रासता खकोि दिया । आज ककोई भी तकतटक से तकतटक एनालिसिस करने ्वाला वयपक्त ट्ाइबल एरिया में जाये ्वह सूरत शहर और डांग जिले के बीच ककोई अंतर नहीं ढ़ूंढ़ पायेगा , इतना बड़ा परर्वत्सन हतुआ है । सागर छकोर के हमारे किनारे थे , ्वको भी नेगलेक्टेड पड़े थे जबकि सबसे जयादा खनिज संपदा ्वहीं थी । रे्वेनयू सबसे जयादा ्वहां से आती थी । बंदरगाह के कारण सबसे जयादा इंिसट्ी ्वहीं लगी थी । पूरे सागर छकोर के किनारों कको रकोि से जोड़ दिया और ्वहां के हर तहसील के लिये एक डि्विेपमेंट ्िातनंग बनाई गई । उनहोंने सागरखेड़ू त्वकास यकोजना ्वहां शतुरु की । आज ्वह एरिया पूरे गतुजरात के इंिपसट्यल डि्विपमेंट का बैकबकोन बना हतुआ है ।
बुनियादी सुधार पर दिया पूरा जोर
देश भर में उस ्वक्त सबसे बड़ा प्रॉबलम प्ाइमरी एजतुकेशन में ड्रॉपआउट का था । एनरकोिमेंट और ड्रॉपआउट गतुजरात में बहतुत बड़ी समसया थी । मकोदी जी ने खतुद कड़ी धूप के अंदर , पट्वारी से लेकर मतुखयमंत्री तक सब िकोगों ने 5 दिन तक शतुधद रुप से 5 दिन मे 25 सकूिों तक जाना है और महकोत्सव के रुप में बच्ों के एनरकोिमेंट का काय्सकम शतुरु करा्वाया । एनरकोिमेंट कको 100 प्तिशत तक पहतुंचाया और उसके बाद ्वहां अभिभा्वकों की कमेटी बन्वाई , त्वशेषरुप से माताओं की कमेटी बनाई । ककोई भी बच्ा सकूि नहीं आता है तको उसकी चिंता हकोती थी । मासटरों की जिममेदारी तय कर दी । साथ ही प्ाइमरी एजतुकेशन में गतुण्वत्ा बढ़ाने के लिये गतुणकोत्सव काय्सकम शतुरु किया । इसके परिणामस्वरूप एनरकोिमेंट 67 प्तिशत से शत प्तिशत पहतुंच गया । ड्रॉपआउट रेशियको 37 प्तिशत था ्वको एक प्तिशत से नीचे चला गया । इसी प्कार उनहोंने शहरी त्वकास , ग्ामीण त्वकास , औद्योगिक नीति और ्वाइब्ैंट गतुजरात
uoacj 2021 दलित आं दोलन पत्रिका 7