簡介 : 傳說在東勝神洲傲來國的海中有一座花果山 , 山頂上一 塊仙石孕育出了一隻石猴 。 一天 , 石猴在所居住的澗水源頭尋 到能遮風避雨的非常美麗舒適的石洞 “ 水簾洞 ” 。 石猴帶領 群猴住進山洞裏 , 群猴擁戴他為王 。 猴王離開花果山去尋找長 生不老的仙方 。 在路上 , 他拾得衣衫 , 偷來鞋帽 , 溜去飯館飲 酒吃面 。 一路上 , 他漂洋過海尋訪名師 , 終於登上靈台方寸 山 , 在斜月三星洞拜見菩提祖師 。 祖師收他為徒 , 替他取名孫 悟空 。 從此悟空參禪悟道 , 學習武藝 。 終於掌握了七十二般變 化真本領 ......
पररचय : कहा जाता है कक पूर्व कर्देह महाद्वीप के आओलाए देश के समुद्र में एक पुष्प-फल पर्वत है , जजसकी चोटी पर जादुई पत्थर से एक पत्थर-र्ानर का जन्म हुआ था । एक कदन , र्ानर को अपने रहने र्ाली जगह के पास र्ाले झरने के स्रोत पर एक बहुत सु ुं दर और आरामदायक पत्थर-गुफा , जल-पट गुहा कमली , जजसमें हर्ा और र्र्ाव से बचार् ककया जा सकता था । पत्थर-र्ानर अपने समूह के र्ानरोुं को लेकर उस गुफा में रहने लगा और र्ानरोुं ने उसको अपने नेता के रूप में समथवन ककया । एक कदन , र्ह र्ानर अमृत ढूूँढने के जलय पुष्प-फल पर्वत छोड़ कर , एक लुं बे सफर पर चला गया । रास्ते में उसने कपड़े उठाये , टोपी और जूते चुराये । र्ह शराब भी पीने लगा और खाना खाने के जलए उसे जो भी जगह कमलती , र्ो र्हाूँ चला जाता । मागव में , उसने कदव्यात्मा तक पहुूँचने के जलये समुद्र को पार ककया और अुंत में पकर्त्र आत्मा कोट ह्रदय पर्वत पर चढ़ाई , जजसकी अस्तमान चुं द्र और तीन तारा गुहा में उसे कदव्यात्मा आचायव सुभूकत कमले । आचायव ने प्रजशक्षु के रूप में उसका स्वीकार ककया और उसे सुन ऊखुङ का नाम कदया । इसके बाद ऊखुङ ने बौद्ध सूत्रोुं का अध्ययन ककया , सत्य की गहराई समझी और माशवल-आटव सीखा । इस तरह से उसने सभी प्रकार के कौशलोुं में महारत हाजसल की ...
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