Ujesha Times may internet | Page 21

 मई-2019 19 vkadyu www.ujeshatimes.com ओपीएस का यह दाव ं उ टा भी पड़ सकता ह.ै 2. एचडी कमार वामी-बीएस येि यर ु पा-िस ारमैया (कनाटक) कनाटक म बीते साल जब िवधानसभा चनाव हए तो भाजपा सबसे बड़े दल के प म उभरी और 104 सीट जीत . लेिकन पाट क दश इकाई क मख और पव ू म ु यम ं ी बीएस येि यर ु पा सरकार नह बना पाए. का ं ेस ने 78 सीट जीत . यह पाट दसर पर रही लेिकन ‘सरकार नह नबर बन पाई’. बि क सरकार बनी 37 सीट जीतकर तीसरे नबर पर रही जेडीएस (जनता दल-सेक ु लर) क . का ं ेस को अिधक सीट होने को बावज़द ू सरकार म दसर म पर सहयोगी क भिमका नबर रहना पड़ रहा ह.ै यही वह प रि थित भी ह ै िजसक वज़ह से कनाटक से लगातार ऐसी ख़बर आती रही ह िक जेडीएस-का ं ेस सरकार िगर सकती ह.ै भाजपा क बन सकती ह.ै वग़ैरह, वग़ैरह. इन ख़बर के पीछे ठोस कारण भी होते ह. इनम एक तो यही ह ै िक भाजपा के बीएस येि यर ु पा न ‘सरकार’ बन जाने क आस अभी छोड़ी नह ह.ै बि क वे तो बीच-बीच म ऐसी कोिशश भी करत रहतेह. ऐसे आरोप ख़द ु म ु यम ं ी और जेडीएस नेता एचडी कमार वामी कई बार लगा चके ु ह. दसरी तरफ का ं ेस के पव ू म ु यम ं ी िस ारमयैा ह. उनके म ु यम ं ी एचडी कमार वामी और उनक िपता पव ू धानम ं ी एचडी दवेेगौड़ा से सबध सहज नह ह. यानी जेडीएस-का ं ेस का गठबधन सहज- वाभािवक नह ह.ै इसीिलए कमार वामी भी यादा आ त नज़र नह आते िक उनक सरकार पाच साल का कायकाल परा ू कर ही लेगी. इस सबके बावज़द ू बीते 10-11 महीन स जेडीएस-का ं ेस का गठबधन चल रहा ह ै तो इसक पीछे दो वज़ह ह. पहली- भाजपा को रा य क स ा से दर ू रखना. दसरी- म बेहतर लोक सभा चनाव दशन क आस. इस आस के परे ू होने-न होने क ि थित पर काफ़ -कछ िनभर करे गा िक एचडी कमार वामी, िस ारमयैा और बीएस येि यर ु पा का अगला मक़ाम कहा ं होगा. अब यह तीन ताज़ातरीन सचनाए ं जोड़ लेते ह. पहली- दि ण क कछ िवशषे जेडीएस-का ं ेस गठबधन को दभा यशाली बता रह े ह, िजसने अपनी क खद ु खोद ली ह.ै दसरी- जेडीएस ने का ं ेस पर दबाव डालकर उससे रा य क 28 म से आठ सीट ले ल . लेिकन उसे तीन सीट पर याशी बनाने के िलए नेता ही नह िमले. उसे का ं ेस से उ मीदवार उधार लेना पड़े ह. तीसरी- द इिडयन ए स ेस म छपा एक िव े षण कहता ह ै िक जेडीएस-का ं ेस गठबधन के बावज़द ू भाजपा को कनाटक म यादा नकसान नह हो रहा ह.ै 3. च ं बाब ू नायड-क च ं शेखर राव (आ ं देश-तेल ं गाना) अब बात सहोदर (एक कोख से ज म)े तेलग ु रा य - तेल ं गाना और आ ं दश क . तेल ं गाना क म ु यम ं ी के च ं शख र राव (के सीआर) बीते साल समय से पहले रा य म िवधानसभा चनाव करवाकर अपनी सरकार और िसयासी ि थित को काफ़ सरि ु त कर चके ु ह. िद ली म वे धानम ं ी नर मोदी से सहज सबध ं बनाए हए ह. साथ ही भाजपा-का ं ेस से समान दरी ू के नाम पर सभी दल से बराबर का मल जोल बनाकर चल रह े ह. रा य म उ ह ने का ं ेस क ये हालत कर दी ह ै िक िवधानसभा म उसका म ु य िवप ी दल का दज़ा भी िछनने वाला ह.ै अब रही बात आ ं दश के म ु यम ं ी च ं बाब नायड ू क तो उनक ि थित डावाडोल ह.ै दरअसल बीते साल भाजपा से अलग होने के बाद च ं बाब ू नायड ू ने अब तक का ं ेस के नेत ृ व म े ीय दल को एकजट ु करने क काफ कोिशश क . यहा ं तक िक नायड ू क टीडीपी (तेलग ु ु दश म पाट ) न तेल ं गाना िवधानसभा चनाव भी उस का ं ेस क साथ िमलकर लड़ िलया, िजसके िवरोध क आधार पर पाट का गठन हआ था. लेिकन इन तमाम यास का कोई ख़ास नतीज़ा िनकला नह और अब हालत ये ह ै िक टीडीपी और का ं ेस च ं बाब ू के आ ं दश म ही अलग-अलग चनाव लड़ रही ह. आ ं म लोक सभा के साथ 11 अ ैल को िवधानसभा चनाव भी हो रह े ह. ख़बर क मान तो आ ं दश म आलम ये ह ै िक भीड़ तो सबक िलए जट ु रही ह ै लेिकन लहर िकसी क नह ह.ै इस रा य म टीडीपी और नायड ू क मदद के िलए कछ ीय दल के नेता पहच ं रह े ह. लेिकन ये िकतना बेड़ा पार लगा सकगे, कहा नह जा सकता. य िक हािलया सव बताते ह िक आ ं म च ं बाब ू नायड ू के िवरोधी वाईएसआर का ं ेस के जगनमोहन रे ड ् डी लोक सभा और िवधानसभा दोन म बढ़त ल चके ु ह. हो सकता ह,ै वे एकतरफ़ा नतीज़े हािसल कर ल. अगर ऐसा हआ तो च ं बाब ू नायड ू का ‘िद ली दख़ल’ कमज़ोर हो सकता ह.ै < लेने का ह.ै दरअसल, उस उठापटक म रा य के 21 िवधायक क सद यता चली गई थी. इसस िवधानसभा क कल सद य स ं या 235 (मनोनीत सद य िमलाकर) से घटकर 214 रह गई थी. अदालती कायवाही क वज़ह से इन सीट पर उपचनाव हआ नह और महज़ 112 िवधायक क समथन पर िटक ईपीएस सरकार ने दो साल परे ू कर िलए. मगर अब 18 अ ैल को यहा ं लोक सभा क साथ 18 िवधानसभा सीट पर उपचनाव(बाक तीन पर अदालती फ़ै सला नह आया ह)ै भी हो रहा ह.ै नतीज़ के बाद िवधानसभा क सद य स ं या बढ़कर 232 हो जाएगी. इसम ईपीएस सरकार को बहमत के िलए कम से 116 सद य क ज़ रत होगी. यानी उनके 18 म से कम से कम छह िवधायक जीतकर आए तो म ु यम ं ी- उपम ु यम ं ी क जोड़ी कछ राहत महसस ू कर सकती ह.ै लेिकन यह राह इतनी आसान नह ह.ै इसक चार सबसे अहम वज़ह ह. पहली- एआईएडीएमके इस व त जयलिलता जैस क र माई नेत ृ व से विचत ह.ै दसरी- लबे ं समय स एआईएडीएमके पर अपनी पकड़ बनाने क ताक़ म बैठे शिशकला के भतीजे टीटीवी िदनाकरण नई पाट - एएमएमके (अ मा म कल मने ु कड़गम) के साथ चनाव मदैान म ह. तीसरी- तिमलनाड ु क मतदाता अ सर एकतरफ़ा मतदान करते रह े ह. वह भी अदला-बदली क परपरा िनभाते हए. यानी एक बार डीएमके ( िवड़ मने ु कड़गम) तो दसरी बार एआईएडीएमके . इस िहसाब से चिक िपछली ं बार सफलता एआईएडीएमके को िमली थी सो अबक बार डीएमके क बारी आ सकती ह.ै हालािक म अपने क र माई डीएमके भी इस चनाव नेता एम क णािनिध के िबना मदैान म ह.ै इन सबस ऊपर चौथा कारण. एआईएडीएमके और उसका मौज़दा नेत ृ व अब तक पद के पीछे से भाजपा क साथ सहयोग का लेन-दने करता रहा ह.ै लेिकन चनाव साथ आ गई से पहले दोन पािटया ं खलकर ह. िमलकर चनाव लड़ रही ह. इस गठबधन क पीछे ओपीएस-ईपीएस क उ मीद शायद ये हो सकती ह ै िक उ ह अपनी पाट क चनावी नैया पार लगाने के िलए धानम ं ी नर मोदी जैसे लोकि य चहेरे क मदद िमल जाएगी. तिमल समदाय दशक से ईवी रामा वामी ‘पे रयार’, एम जी रामच ं न, जयलिलता, एम क णािनिध जैसे क र माई चहेर से भािवत भी रहा ह.ै लेिकन यह दसरा पहल ू य भी ह ै नर मोदी तिमलनाड ु म अभी उतनी लोकि यता हािसल नह कर पाए ह, िजतनी दश के अ य रा य म पा चके ु ह. ऐसे म ईपीएस-