मई-2019
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vkadyu
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ओपीएस का यह दाव ं उ टा भी पड़ सकता ह.ै
2. एचडी कमार
वामी-बीएस
येि यर ु पा-िस ारमैया (कनाटक)
कनाटक म बीते साल जब िवधानसभा चनाव
हए
तो भाजपा सबसे बड़े दल के प म उभरी और
104 सीट जीत . लेिकन पाट क दश
इकाई क
मख
और पव ू म ु यम ं ी बीएस येि यर ु पा
सरकार नह बना पाए. का ं ेस ने 78 सीट जीत .
यह पाट दसर
पर रही लेिकन ‘सरकार नह
नबर
बन पाई’. बि क सरकार बनी 37 सीट जीतकर
तीसरे नबर
पर रही जेडीएस (जनता दल-सेक ु लर)
क . का ं ेस को अिधक सीट होने को बावज़द ू
सरकार म दसर
म
पर सहयोगी क भिमका
नबर
रहना पड़ रहा ह.ै यही वह प रि थित भी ह ै िजसक
वज़ह से कनाटक से लगातार ऐसी ख़बर आती रही
ह िक जेडीएस-का ं ेस सरकार िगर सकती ह.ै
भाजपा क बन सकती ह.ै वग़ैरह, वग़ैरह.
इन ख़बर के पीछे ठोस कारण भी होते ह. इनम एक
तो यही ह ै िक भाजपा के बीएस येि यर ु पा न
‘सरकार’ बन जाने क आस अभी छोड़ी नह ह.ै
बि क वे तो बीच-बीच म ऐसी कोिशश भी करत
रहतेह. ऐसे आरोप ख़द ु म ु यम ं ी और जेडीएस
नेता एचडी कमार
वामी कई बार लगा चके ु ह.
दसरी
तरफ का ं ेस के पव ू म ु यम ं ी िस ारमयैा ह.
उनके म ु यम ं ी एचडी कमार
वामी और उनक
िपता पव ू धानम ं ी एचडी दवेेगौड़ा से सबध
सहज नह ह. यानी जेडीएस-का ं ेस का गठबधन
सहज- वाभािवक नह ह.ै इसीिलए कमार
वामी
भी यादा आ त नज़र नह आते िक उनक
सरकार पाच
साल का कायकाल परा ू कर ही लेगी.
इस सबके बावज़द ू बीते 10-11 महीन स
जेडीएस-का ं ेस का गठबधन
चल रहा ह ै तो इसक
पीछे दो वज़ह ह. पहली- भाजपा को रा य क स ा
से दर ू रखना. दसरी-
म बेहतर
लोक सभा चनाव
दशन क आस. इस आस के परे ू होने-न होने क
ि थित पर काफ़ -कछ
िनभर करे गा िक एचडी
कमार
वामी, िस ारमयैा और बीएस येि यर ु पा
का अगला मक़ाम
कहा ं होगा. अब यह तीन
ताज़ातरीन सचनाए
ं जोड़ लेते ह. पहली- दि ण क
कछ
िवशषे जेडीएस-का ं ेस गठबधन
को
दभा
यशाली बता रह े ह, िजसने अपनी क खद ु
खोद ली ह.ै दसरी-
जेडीएस ने का ं ेस पर दबाव
डालकर उससे रा य क 28 म से आठ सीट ले ल .
लेिकन उसे तीन सीट पर याशी बनाने के िलए
नेता ही नह िमले. उसे का ं ेस से उ मीदवार उधार
लेना पड़े ह. तीसरी- द इिडयन
ए स ेस म छपा
एक िव े षण कहता ह ै िक जेडीएस-का ं ेस
गठबधन
के बावज़द ू भाजपा को कनाटक म यादा
नकसान
नह हो रहा ह.ै
3. च ं बाब ू नायड-क
च ं शेखर राव
(आ ं देश-तेल ं गाना)
अब बात सहोदर (एक कोख से ज म)े तेलग ु
रा य - तेल ं गाना और आ ं दश
क . तेल ं गाना क
म ु यम ं ी के च ं शख
र राव (के सीआर) बीते साल
समय से पहले रा य म िवधानसभा चनाव
करवाकर अपनी सरकार और िसयासी ि थित को
काफ़ सरि ु त कर चके ु ह. िद ली म वे धानम ं ी
नर मोदी से सहज सबध
ं बनाए हए ह. साथ ही
भाजपा-का ं ेस से समान दरी ू के नाम पर सभी दल
से बराबर का मल
जोल बनाकर चल रह े ह. रा य म
उ ह ने का ं ेस क ये हालत कर दी ह ै िक
िवधानसभा म उसका म ु य िवप ी दल का दज़ा
भी िछनने वाला ह.ै
अब रही बात आ ं दश
के म ु यम ं ी च ं बाब
नायड ू क तो उनक ि थित डावाडोल
ह.ै दरअसल
बीते साल भाजपा से अलग होने के बाद च ं बाब ू
नायड ू ने अब तक का ं ेस के नेत ृ व म े ीय दल
को एकजट ु करने क काफ कोिशश क . यहा ं तक
िक नायड ू क टीडीपी (तेलग ु ु दश
म पाट ) न
तेल ं गाना िवधानसभा चनाव
भी उस का ं ेस क
साथ िमलकर लड़ िलया, िजसके िवरोध क
आधार पर पाट का गठन हआ था. लेिकन इन
तमाम यास का कोई ख़ास नतीज़ा िनकला नह
और अब हालत ये ह ै िक टीडीपी और का ं ेस
च ं बाब ू के आ ं दश
म ही अलग-अलग चनाव
लड़ रही ह. आ ं म लोक सभा के साथ 11 अ ैल
को िवधानसभा चनाव
भी हो रह े ह. ख़बर क मान
तो आ ं दश
म आलम ये ह ै िक भीड़ तो सबक
िलए जट ु रही ह ै लेिकन लहर िकसी क नह ह.ै इस
रा य म टीडीपी और नायड ू क मदद के िलए कछ
ीय दल के नेता पहच ं रह े ह. लेिकन ये िकतना
बेड़ा पार लगा सकगे, कहा नह जा सकता. य िक
हािलया सव बताते ह िक आ ं म च ं बाब ू नायड ू
के िवरोधी वाईएसआर का ं ेस के जगनमोहन
रे ड ् डी लोक सभा और िवधानसभा दोन म बढ़त ल
चके ु ह. हो सकता ह,ै वे एकतरफ़ा नतीज़े हािसल
कर ल. अगर ऐसा हआ तो च ं बाब ू नायड ू का
‘िद ली दख़ल’ कमज़ोर हो सकता ह.ै <
लेने का ह.ै दरअसल, उस उठापटक म रा य के 21
िवधायक क सद यता चली गई थी. इसस
िवधानसभा क कल
सद य स ं या 235 (मनोनीत
सद य िमलाकर) से घटकर 214 रह गई थी.
अदालती कायवाही क वज़ह से इन सीट पर
उपचनाव
हआ नह और महज़ 112 िवधायक क
समथन पर िटक ईपीएस सरकार ने दो साल परे ू कर
िलए. मगर अब 18 अ ैल को यहा ं लोक सभा क
साथ 18 िवधानसभा सीट पर उपचनाव(बाक
तीन पर अदालती फ़ै सला नह आया ह)ै भी हो रहा
ह.ै नतीज़ के बाद िवधानसभा क सद य स ं या
बढ़कर 232 हो जाएगी. इसम ईपीएस सरकार को
बहमत के िलए कम से 116 सद य क ज़ रत
होगी. यानी उनके 18 म से कम से कम छह
िवधायक जीतकर आए तो म ु यम ं ी-
उपम ु यम ं ी क जोड़ी कछ
राहत महसस ू कर
सकती ह.ै लेिकन यह राह इतनी आसान नह ह.ै
इसक चार सबसे अहम वज़ह ह. पहली-
एआईएडीएमके इस व त जयलिलता जैस
क र माई नेत ृ व से विचत
ह.ै दसरी-
लबे ं समय स
एआईएडीएमके पर अपनी पकड़ बनाने क ताक़
म बैठे शिशकला के भतीजे टीटीवी िदनाकरण नई
पाट - एएमएमके (अ मा म कल मने ु कड़गम)
के साथ चनाव
मदैान म ह. तीसरी- तिमलनाड ु क
मतदाता अ सर एकतरफ़ा मतदान करते रह े ह. वह
भी अदला-बदली क परपरा
िनभाते हए. यानी
एक बार डीएमके ( िवड़ मने ु कड़गम) तो दसरी
बार एआईएडीएमके . इस िहसाब से चिक
िपछली
ं
बार सफलता एआईएडीएमके को िमली थी सो
अबक बार डीएमके क बारी आ सकती ह.ै
हालािक
म अपने क र माई
डीएमके भी इस चनाव
नेता एम क णािनिध के िबना मदैान म ह.ै इन सबस
ऊपर चौथा कारण. एआईएडीएमके और उसका
मौज़दा
नेत ृ व अब तक पद के पीछे से भाजपा क
साथ सहयोग का लेन-दने करता रहा ह.ै लेिकन
चनाव
साथ आ गई
से पहले दोन पािटया ं खलकर
ह. िमलकर चनाव
लड़ रही ह. इस गठबधन
क
पीछे ओपीएस-ईपीएस क उ मीद शायद ये हो
सकती ह ै िक उ ह अपनी पाट क चनावी
नैया पार
लगाने के िलए धानम ं ी नर मोदी जैसे लोकि य
चहेरे क मदद िमल जाएगी. तिमल समदाय
दशक
से ईवी रामा वामी ‘पे रयार’, एम जी रामच ं न,
जयलिलता, एम क णािनिध जैसे क र माई चहेर
से भािवत भी रहा ह.ै लेिकन यह दसरा
पहल ू य
भी ह ै नर मोदी तिमलनाड ु म अभी उतनी
लोकि यता हािसल नह कर पाए ह, िजतनी दश
के अ य रा य म पा चके ु ह. ऐसे म ईपीएस-