Sri Vageesha Priyah eSouvenir Navya-smRti-deepaH Part 4 | Page 30

॥ श्रीः॥ ु ॥ श्रलक्ष्मरहयवदन लक्ष्मरनारायण वेणगोपाल परब्रह्मणे नमीः॥ Swamy during visit of Srimat Thirukkudanthai Andavan