कननाटक में जनजातीय संग्हालययों की स्ापना
84 हजार सरे अधिक सीवर कर्मचारी जुिरे नमस्ते ययोजना सरे
जनजातीय कार्य मंत्ालय( एमओटीए) केंद्रीय प्रायोजित योजना ' जनजातीय अनुसंधान संस्थानों को सहायता ' के अंतर्गत औपधन्रेधशक शासन के विरुद्ध संघर्ष करनरे वालरे और राष्ट् के लिए अपना जीवन समर्पित करनरे वालरे जनजातीय लोगों के वीरतापूर्ण और दरेशभक्तपूर्ण कायषों को मान्यता दरेनरे के उद्देशय सरे राजयों / संघ राज्यक्षेत्ों को जनजातीय स्तंत्ता सरेनानी संग्हालय स्थापित करनरे हरेतु वित्ीय सहायता प्रदान करता है । इस योजना के अंतर्गत, मंत्ालय राजय को अनुदान प्रदान करता है ।
केंद्रीय जनजातीय कार्य राजयमंत्ी दुर्गादास उइके नरे डा. धर्मस्थल वीरेंद्र हरेगगडे के एक प्रश्न का उत्र दरेतरे हुए राजयसभा में बताया कि वर्तमान में, जनजातीय कार्य मंत्ालय में किसी भी केंद्र प्रायोजित योजना के तहत कर्नाटक के दक्षिण कन्ड़, उत्र कन्ड़ या कोडागु जिलों में जनजातीय संग्हालय या सांसकृधतक केंद्र स्थापित करनरे का कोई प्रसता् विचाराधीन नहीं है । हालांकि जनजातीय कार्य मंत्ालय केंद्र सरकार केंद्रीय प्रायोजित योजना‘ जनजातीय अनुसंधान संस्थानों( टीआरआई) को सहायता’ के तहत जनजातीय अनुसंधान संस्थान, कर्नाटक सहित राजयों एवं संघ राज्यक्षेत्ों( यूटी) में 29 जनजातीय अनुसंधान संस्थानों( टीआरआई) को वित्ीय सहायता प्रदान करता है । इस योजना के अंतर्गत, अवसंरचनातमक आवशयकताओं, अनुसंधान एवं प्रलरेखन गतिविधियों, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण काय्णरिमों, जनजातीय उतस्ों के आयोजन, विशिष्ट सांसकृधतक विरासत और पर्यटन को िढ़ा्ा दरेनरे के लिए यात्ाओं और जनजातीय लोगों के आदान- प्रदान दौरों के आयोजन सरे संबंधित प्रसता्ों को सुनियोजित किया जाता है ताकि उनकी सांसकृधतक प्रथिाओं, भाषाओं और रीति-रिवाजों का संरक्षण और प्रसार किया जा सके । जनजातीय अनुसंधान संस्थान( टीआरआई) मुखय रूप सरे राजय सरकार एवं संघ राजय क्षेत्र प्रशासन के प्रशासनिक नियंत्र में आनरे वाली संस्थाएं हैं । �
और सेप्टिक टैंक कर्मचारियों सीवर
( एसएसडबलयू) के कलयार हरेतु केंद्रीय योजना राष्ट्ीय यंत्ीकृत स्चछता इको-सिसटम कार्य( नमस्ते) योजना के अंतर्गत दरेश में 84,902 सीवर और सेप्टिक टैंक कर्मचारियों( एसएसडबलयू) को मान्यता मिली है । जुलाई 2023 में शुरू हुई नमस्ते योजना सरे कचरा बीननरे वालों को एक लक्षित समूह के रूप में जोड़ा गया है ।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राजय मंत्ी रामदास अठावलरे नरे बताया कि नमस्ते योजना के अंतर्गत अभी तक45,871 पीपीई किट और आपातकालीन प्रधतधरिया स्चछता इकाइयों के लिए 354 सुरक्षा उपकरण किट राजयों एवं केंद्र शासित प्रदरेशों को जारी किए गए हैं ।
इसके साथि ही आयुष्मान भारत- पीएमजरेएवाई और राजय स्ासथय योजना के अंतर्गत 54,140 लाभाधथि्णयों को जोड़ा गया है । स्चछता संबंधी परियोजनाओं के लिए 707 सफाई कर्मचारियों और उनके आश्रितों को 20.36 करोड़ रुपयरे की पूंजीगत ससबसडी जारी की गई ।
उन्होंनरे बताया कि सीवर और सेप्टिक टैंकों की खतरनाक सफाई की रोकथिाम पर 1089 कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं । इसके अलावा दरेशभर के ध्धभन् शहरी स्थानीय निकायों( यूएलबी) में 37,980 कचरा बीननरे वालों को मान्यता मिली है । दरेशभर में 568 जिम्मेदार स्चछता प्राधिकरण( आरएसए) और 642 आपातकालीन प्रधतधरिया स्चछता इकाइयां( ईआरएसयू) गठित की गई हैं । �
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