Sept 2025_DA | Page 3

संपादकीय

मूल्यहीन कांग्रेसी राजनीति dka

ग्रेस नरेता राहुल गांधी और राष्ट्ीय जनता दल( राजद) नरेता तरेजस्ी यादव की वोटर अधिकार यात्ा के दौरान बिहार स्थित दरभंगा में मंच सरे प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अभद्र शबदों का प्रयोग किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता है । एक लोकतासत्रिक प्रधरिया में विपक्ष और विपक्ष के नरेता सत्ा पक्ष को लरेकर प्रश्न उठानरे के लिए पूर्ण रूप सरे स्तत्त् होतरे हैं और यह उनका लोकतासत्रिक अधिकार होता है । लरेधकन लोकतासत्रिक अधिकार के नाम पर वयस्तगत लांछन, अभद्र भाषा का प्रयोग एवं गलत तथयों पर सत्ा पक्ष को दोषी ठहरानरे की प्रवृधत्, वासतध्क लोकतंत् का लक्षण नहीं है ।
2014 में केंद्र में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी की सरकार का गठन होनरे के बाद सरे कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल हताश और निराश होकर झूठे एवं भ्ामक वयस्तगत आरोप, अभद्र भाषा का प्रयोग करनरे सहित अन्य हथिकंडे अपना कर प्रधानमंत्ी मोदी को निशाना बनानरे में लगरे हुए हैं । वयस्तगत लांछन के साथि ही प्रधानमंत्ी मोदी की पूजयनीय माता के लिए भी कई बार अभद्र भाषा का प्रयोग विपक्ष, विशरेषरूप सरे लगातार कांग्रेस नरेता राहुल गांधी द्ारा किया जा रहा है । जनता के बीच सार्वजनिक रूप सरे लरेकर संसद के अंदर तक राहुल गांधी एक नहीं, अनरेक बार झूठ का सहारा लरेकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुके हैं । यह उनके अंदर की हताशा और सत्ा सरे दूरी का एक परिणाम कहा जा सकता है ।
वासत् में दरेखा जाए तो कांग्रेस नरेता राहुल गांधी भारतीय राजनीति में एक थिके हुए पसत, पराजित और हताश नरेता के रूप में दरेखरे जानरे लगरे हैं । उन्हें न तो जनमत का ज्ान है और न ही मुद्ों की पहचान है । यही कारण है कि वह अपनी भड़ास निकालनरे के लिए या तो स्यं या पाटटी के किसी प्रतिनिधि के माधयम सरे प्रधानमंत्ी मोदी के लिए अपशबदों का प्रयोग निरंतर करतरे हैं । उन्हें यह
भी समझ नहीं आता है कि लोकतंत् में एक मर्यादा होती है और मर्यादापूर्ण वय्हार ही सत्ा पक्ष एवं विपक्ष को लोकतासत्रिक प्रधरिया का अंग बनाता है ।
बिहार की सत्ा सरे कांग्रेस लगभग 35 ्षषों सरे बाहर है और आरजरेडी के सहाररे सत्ा में वापसी की प्रयासरत है । इसी तरह आरजरेडी भी 20 वर्ष सरे सत्ा सरे दूर है और वह कांग्रेस के कंधरे पर बैठकर सत्ा प्रापत करनरे का स्प्न दरेख रही हैI सत्ा प्रासपत के लिए कांग्रेस और राजद दोनों नरे ही अपनरे प्रचार अभियान में प्रधानमंत्ी मोदी के लिए अपमानजनक शबदों एवं भाषा का प्रयोग कर रहरे हैं । वासत् में कांग्रेस और राजद नरे लोकतंत् को शर्मसार किया है । किसी राजनीतिक संगठन द्ारा प्रधानमंत्ी की बुजुर्ग एवं स्गटीय मां के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग करना लोकतंत् के लिए दुर्भागयपूर्ण ही कहा जाएगा ।
लोकतंत् की वासतध्क पूंजी जनता का विश्ास है । आम जनता जब यह दरेखती है कि विपक्ष के नरेता मोदी जी के लिए अपशबदों का प्रयोग करतरे हुए जनता को भ्धमत करनरे की राजनीति कर रहरे है, ऐसी स्थिति में आम जनता का विश्ास लोकतासत्रिक प्रधरिया सरे उठनरे लगता है । इसलिए राजनीतिक दलों एवं उनके नरेताओं की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह जनता को नैतिकता और शुचिता के साथि राजनीति करनरे का भरोसा दिलानरे का प्रयास करें । भारतीय राजनीति को स्चछ, पारदशटी और उत्रदायी यानी जवाबदरेह बनानरे की दिशा में यह एक मील का पत्थर सिद्ध हो सकता है । लोकतंत् की आतमा शुचिता है और उस आतमा को सुरक्षित एवं मूलयपरक रखना सभी राजनीतिक दलों का दायित् है अत्यथिा कांग्रेस नरेता राहुल गांधी और विपक्ष जिस तरह की राजनीति कर रहा है, उसरे जनता अब और सहन नहीं कररेगी । विपक्ष के नरेताओं को यह भी समझना ही होगा ।
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