Politics Everyday Politics Everyday 15 August 2020 Vol.1 (Hindi) | Page 13

NATION EVERYDAY लगाने की मता रखती है| 5. डसा राफे ल 4 खतरनाक िमसाइलो को कै री कर सकते है| िजसमे 70 लाख कीमत वाली “हैमर िमसाइल” अि मता रखती है| इसके आलावा 300 KM मारक मता वाली “ ू ज िमसाइल” भी राफे ल म िफट की जा रही है | “METEOR AIR TO AIR” िमसाइल तथा “MICA AIR TO AIR” िमसाइल को भी राफे ल की मदद से आसानी से यु म उपयोग िकया जा सकता है| 6. “राफे ल” यह 4.5 पीडी का िवमान है जो दु न के रेडार को चकमा देने म मािहर है| 7. इस फाइटर जेट को “हवा का िसकं दर” नाम की सं ा दी गई है| राफे ल पर बवाल पुराना है ! राफे ल डील लगभग 20 साल पुराना राजनैितक िववाद है जो समय समय पर सुिख़यो ं म आता रहता है| िववाद का मु मु ा राफे ल की सं ा, कीमत और राफे ल के रखरखाव को लेकर है| क म स ा बदलने के साथ ही उसके ारा की गई सभी संिधयाँ और करार भी नई सरकार ारा बदल िदए जाते है| और राफे ल जेट पर िववाद का मु कारण यही है| दरअसल UPA सरकार के ारा वष 2000 म ांस से 126 डसा राफे ल फाइटर जेट्स की डील ई| िजसकी कु ल कीमत 5600 करोड़ पये तय की गई| एक फाइटर राफे ल की िकमत लगभग 526 करोड़ पए बताई गई थी| राफे ल की रखरखाव का िज ा HRL (HINDUSTAN AERONAUTICS LIMITED) को दे िदया गया| परंतु 2014 म जैसी ही क की स ा म प रवतन आ, राफे ल डील भी बदल गई| 2015 म धानमं ी ने अपने ांस दौरे म इस डील को िफर से बहाल िकया| िजसमे 126 लड़ाकू राफे ल की जगह 36 राफे ल का सौदा िकया| िजसकी कु ल कीमत 5800 करोड़ बताई गई| एक राफे ल की कीमत लगभग 1575 करोड़ आंकी गई| अब यहाँ िववाद यह शु आ िक राफे ल की तय कीमत 526 करोड़ थी तो उसकी जगह 1575 करोड़ ो ं िदए गए ? तय कीमत से 3 गुना अिधक कीमत िकस कारणवश दी गयी | इतना ही नही ं राफे ल की रखरखाव का िज ा भी HRL से बदल कर भारत के िबिलयनर अिनल अ ानी की कं पनी को दे िदया| राफे ल से संब त कोई भी अिधकृ त जानकारी सरकार ारा सावजािनक नही ं की गई है । हर कोई ं राफे ल से जुड़े अलग अलग आकड़ ुत कर रहा है। राफे ल पर बयानबाज़ी की भी कमी नही ंहै : 29 जुलाई को ांस से भारत प चे राफे ल जेट पर भी राजनीितक गिलयारो म खूब चचाये हो रही है, अलग अलग महानुभाव, िवशेष और बुि जीवी अपना मंत दे रह है| कों ेस नेता िद जय िसंग ने क सरकार को राफे ल की कीमत को लेकर घेरे म िलया| उ ोनं े ि ट िकया िक,”अब तो कीमत बता दो|” राफे ल खरीदी म पूव कों ेस अ रा ल गाँधी ने सरकार को ‘चोकीदार चोर हैʼ के आलोचना के साथ घेरा था लेिकन बाद म उ कोट म माफीनामा भी िलखकर देना पड़ा था| 13