िमी है ( जो यह दर्शाता है कि सभमी घरों , सकूिों और आंगनवाड़ी केंद्रों में नल का पानमी आपमूवि्ख कमी जा रहमी है , जैसा कि जल आपमूवि्ख विभाग द्ािा पुष्टि कमी गई है ), जिनमें से 97 को प्रमाणित किया गया है ( पानमी कमी आपमूवि्ख कमी पुष्टि के बाद ग्ा् सभा का प्रसिाि पारित किया गया है )। ब्लॉक सिि पर 1,805 ने रिपो्ट्ट पेश कमी है और 835 को प्रमाण परि दिया गया है । पंचायत सिि पर 1,13,085 ने रिपो्ट्ट प्रसिुि कमी है और 73,518 ने प्रमाणमीकरण प्रापि किया है । गांवों के लिए 2,40,076 ने रिपो्ट्ट िमी है और 1,39,022 को इस पहल के अंतर्गत प्रमाणित किया गया है ।
केंद्र सरकार जल जमीिन मिशन के अंतर्गत सभमी घरों में पमीने योगय नल जल कमी आपमूवि्ख सुवनकशचि करने के लिए जापानमी इंसेफेलाइव्टस
( जेई ) -ए्यमू्ट इंसेफेलाइव्टस सिंड्ो् ( एईएस ) प्रभावित जिलों को प्राथमिकता देिमी है । अभमी जेई-एईएस जल गुणवत्ा प्रभावित क्ेरिों में 2.35 करोड़ से अधिक घरों ( 79.21 प्रतिशत ) को सिचछ नल का पानमी मिल रहा है । 11 राजयों / केंद्र शासित प्रदेशों , जिनमें गोवा , अंडमान और निकोबार द्वीप स्मूह , दादरा नगर हवेिमी एवं दमन िमीि , हरियाणा , तेलंगाना , पुद्दुचेिमी , गुजरात , हिमाचल प्रदेश , पंजाब , मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं , इन सब ने संबंधित राजय / केंद्र शासित प्रदेश में अपने सभमी ग्रामीण परिवारों ( 100 प्रतिशत ) को नल जल कने्शन प्रदान किया है ।
जल जमीिन मिशन ने भारत के प्रतयेक ग्रामीण परिवार को नल से जल कने्शन
प्रदान करने के अपने महतिाकांक्षी लक्य को प्रापि करने कमी दिशा में उलिेरनमीय प्रगति कमी है । अब 15.19 करोड़ से अधिक परिवारों , असंखय विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों को सिचछ जल कमी विशिसनमीय पहुंच का लाभ मिल रहा है । इस मिशन से ग्रामीण क्ेरिों में जमीिन कमी गुणवत्ा में उलिेरनमीय सुधार हो रहा है I यह पहल न केवल जल कमी क्मी को िमूि कििमी है , बकलक जल लाने के बोझ को कम करके तथा सार्वजनिक सिासथय परिणामों को बढ़ाकर समुदायों व विशेषकर महिलाओं को सश्ि भमी बनािमी है । मिशन के अंतर्गत सामुदायिक भागमीिािमी , कसथििा और तकनमीकमी नवाचार पर जोर दिया जाता है , जो इसके िमीघ्खकालिक दृष्टिकोण को रेखांकित करता है । यह मिशन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है , वैसे-वैसे जमीिन में बदलाव ला रहा है । ग्रामीण भारत के लिए अधिक सिसथ एवं समतापमूण्ख भविषय का मार्ग प्रशसि कर रहा है ।
महाराष्ट्र की जातियां शामिल होगी ओबीसी सूची में
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ( एनसमीबमीसमी ) ने केंद्र सरकार को लोध , लोधा , लोधमी , बड़गमूजर , समूय्खिंशमी गमूजर , लेवे गमूजर , रेवे गमूजर , िमीिा गमूजर , डांगिमी , भोयर , पवार , कपेवार , मुन्नार कपेवार , मुन्नार कापमू , तेलंगा , तेलंगमी , पें्टारेड्डी , बुकेकािमी जातियों एवं समुदायों को महाराषट्र में अनय पिछड़ा वर्ग ( ओबमीसमी ) कमी केंद्रमीय समूचमी में शामिल करने कमी सलाह िमी है ।
एनसमीबमीसमी के अधयक् हंसराज गंगाराम अहमीि और सदसय भुवन भमूषण कमल कमी दो सदस्यीय पमीठ ने गत 17 अ््टटूबर 2023 और गत 26 जुलाई 2024 को मुंबई में समावेशन के समबंध में सुनवाई कमी थमी । महाराषट्र के लिए ओबमीसमी कमी केंद्रमीय समूचमी में उपरो्ि जातियों को शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को सलाह देने का अंतिम निर्णय गत 8 अ््टटूबर 2024 को लिया गया और गत 9 अ््टटूबर 2024 को इसे ्मूि्ख रूप दिया गया । �
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