madhya pradesh sanskriti May Edition | Page 25

- ... , .... - , , - - ? ... - - ? - ... - ? - ?- ' - ' ?- , - , ( ? , )- ' ?' )- ' ? - ( ! ' ' , ' : - - ...! .... - सारा जहा तलाशा, एक पत्ते की आस में.. वो मुझे भमल जाए, उड़ते या भगरते अंदाज में.. सोचती हु,दक वो मेरे साथ रहेगा, धुप में मेरा साया बनेगा..जब मन हो झुमने का, वो झूमे मेरे साथ.. जब थककर बैठू मैं, वो रहे मेरे आसपास.. नौक़ा पार करवाए मुझे, आसमान की सैर करवाए.. वो पत्ता मेरा दोस्त बन मेरे साथ गुनगुनाये.. मेरी बाते सुने और मुस्कराए.. दूर गगन में उड़े, और मेरे भलए संदशा लाये.. े वो पत्ता मेरा दोस्त बन जाए, मेरा सबसे अच्छा दोस्त बन जाए.. A Tree can be your ' SABSE ACCHA DOST ' Dont cut it, Plant more and more ... You will never be alone !! 24