madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 39

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत की छात्रिवत्तमाॉ औय उनका कोटा ृ ऩात्र द्रहतग्राही- भाध्मलभक लशऺा अन्म आम िगीम व्मस्ततमों को तनधािरयत एभ.कपर, भण्डर भ.प्र. तथा भध्मप्रदे श क े प्रथभ श्रेणी भस्जथरे ट/नोटयी द्िाया थनातकोत्तय मोग्मता, थनातकोत्तय विश्िविद्मारमों भें अहिकायी ऩयीऺा सत्मावऩत आम घोर्णा ऩत्र प्रथतत ु मोग्मता खेरकद, ू उत्तीणि कयने िारे विद्मार्थिमों को ही कयना आिश्मक होगा। थनातक मोग्मता, थनातक मोग्मता आिेदन प्रथतत कयने की ऩात्रता ु मोजना कक्रमान्वमन प्रकक्रमा- इच्छक ु सह-साधन, होगी। हे तु विद्माथी अऩने शैऺणणक सॊथथाओॊ कपल्भ एिॊ दयदशिन सॊथथान ऩणे, ू ु अलबबािकों की िावर्िक आम रुऩमे से आिेदन ऩत्र प्राप्त कय, सॊथथा याटरीम अनसधान करा, नई ददल्री, ु ॊ 25,000/- से अर्धक न हो। िेतन प्रभख क भाध्मभ से कामािरम े ु याटरीम बोगी आमतत, उच्च लशऺा सतऩड़ा बिन, ु ु सैन्म अर्धकायी/कभिचायी/अलबबािकों को बोऩार को बेज सकते हैं। भहाविद्मारमों भें अध्ममनयत छात्रों आहयण सॊवितयण अर्धकायी का को छात्रिवत्त। ृ आम प्रभाण ऩत्र सॊरग्न कयना होगा। है । शोध, सह-साधन, सॊथकृत नाट्म ददल्री, छात्रिवत्तमाॉ, ृ विद्मारम, भध्मप्रदे श क े नई एकीकृत छात्रिवत्त ृ बमभहीन कृवष श्रमभकों क फच्चों को े ू "व्मावसातमक मशऺा " क मरए छात्रववत्त प्रदान ककमे जाने की मोजना े ृ उद्दे श्म- प्रदे श क बलभहीन कृवर् े ू विश्िविद्मारम श्रलभकों क फच्चों को व्मािसातमक े ककमे जा यहे हों, जैसे :- फी.लरफ., 2500 लशऺा फी.एड, फी.ऩी.एड., फी.ए.एरएर.फी. सभास्प्त तक अथाित ू् थनातक अॊततभ छात्रिवत्तमाॉ प्रदान की जाना। ृ आदद। िर्ि तक दे म होगी। मोजना का स्वरूऩ औय कामकऺेत्र एवॊ ऩात्र द्रहतग्राही- ऐसा उम्भीदिाय जो सॊऩक- आमतत क ु अहकता- व्मािसातमक ऩाठ्मक्रभ भें भध्मप्रदे श का भर तनिासी हो तथा ू कामािरम भध्मप्रदे श तनमलभत छात्र क रूऩ भें प्रिेश लरमा े बलभहीन कृर्क भजदय क ऩत्र/ऩत्री ू ू े ु ु अनसधचत ु ू हो। व्मािसातमक लशऺा क अॊतगित े हों। छात्र/छात्राओॊ क ऩारकों की आम े जनजातत क ववद्माधथकमों को ऩीे तकनीकी/र्चककत्सा एिॊ सीभा 25,000 रुऩमे ( रुऩमे ऩच्चीस एच.डी. क मरए शोध छात्रववत्त े ृ सॊफर्धत ॊ हजाय भात्र) िावर्िक से अर्धक न हो। उद्दे श्म- अनसर्चत ु ू ऩाठ्मक्रभ/सॊकाम सस्म्भलरत हैं :- 1. बलभहीन कृर्क भजदय क ऩत्र/ऩत्री ू ू े ु ु अनसर्चत जनजातत क विद्मार्थिमों े ु ू ऩॉलरटे स्तनक, 2. का प्रभाण ऩत्र तहसीरदाय का भान्म को शोध हे तु आर्थिक सहामता दे ना। ककमा जाएगा। मोजना का स्वरूऩ औय कामकऺेत्र- मह क े साभान्म अध्ममन लरमे लशऺा लशऺा फी.ई., 3. क े से इॊजीतनमरयॊग र्चककत्सा लशऺा द्िाया सॊचालरत छात्रववत्त की यामश- चमतनत छात्रों को ृ रुऩमे िावर्िक ऩाठ्मक्रभ उच्च लशऺा जातत/अनसधचत ु ू जातत एिॊ (एभ.फी.फी.एस./फी.ए.एभ.एस./फी.म. ू मोजना कक्रमान्वमन प्रककमा- इस छात्रिवत्त प्रततिर्ि 100 विद्मार्थिमों ृ एभ.एस./फी.डी.एस.), 4. ऩैयाभेडडकर छात्रिवत्त हे तु ऩात्र छात्र/छात्राओॊ का ृ की अर्धकतभ सीभा क अधीन यहते े कोसि ( र्चककत्सा भहाविद्मारम क े चमन एक सलभतत द्िाया सभम- हुए अनसर्चत जातत क 40 े ु ू अॊतगित), 5. कृवर् सीभा भें मोग्मता क आधाय ऩय े अनसर्चत ु ू (फी.ई.ए.जी., डी.ई.ए.जी.), 6. अथाित ू् भैरयट क आधाय ऩय उस िर्ि े विद्मार्थिमों को प्रततभाह 5000 रुऩमे की अहिकायी ऩयीऺा उत्तीणि कयने िारे मा सभम-सभम ऩय शासन द्िाया छात्रों भें से ककमा जामेगा। तनधािरयत दय से दे म है , स्जसका फी.एससी. ( नलसिंग) 7. इॊजीतनमरयॊग साभान्म लशऺा क अॊतगित आने िारे सभथत े व्मािसातमक ऩाठ्मक्रभ जो तनमभानसाय ु 37 जनजातत सॊकामिाय एिॊ क 60 े कोटा