madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 36

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत सम्ऩक- सॊफर्धत शारा क प्रधान अध्माऩन से इस ऩयीऺा हे तु सम्ऩक ककमा जा सकता है । क ॊ े ि बायतीम सैन्म भहाववद्मारम दे हयादन भें प्रवेश हे तु ऩयीऺा ू (मह मोजना बायतीम सैन्म भहाववद्मारम दे हयादन की है , इसका सॊचारन याज्म से होता है ) ू उद्दे श्म- सैन्म भहाविद्मारम भें एिॊ प्रलशऺण ऩरयर्द द्िाया प्रदान की ऩथतक बिन फी विॊग अये या दहल्स, ु प्रिेश की तैमायी, यऺा सेिाओॊ क प्रतत े जाती है । इसक लरमे तीन थतयीम े बोऩार। आकर्िण उत्ऩन्न कयना। ऩयीऺा आमोस्जत की जाती है । 2. रोक लशऺण सॊचारनारम मोजना का स्वरूऩ एवॊ कामकऺेत्र- भध्मप्रदे श याज्म क लरमे प्रथभ थतय े तन:शल्क साईककर ववतयण मोजना ु ऩयीऺा िर्ि भें दो फाय आमोस्जत की ऩय आमोस्जत ऩयीऺा भें 30 सीट्स (कऺा नौवीॊ भें जाने वारी छात्राएॉ) जाती है प्रथभ ऩयीऺा का आमोजन तनधािरयत की गई हैं। ऩयीऺा प्रततिर्ि उद्दे श्म- प्रायॊ लबक लशऺा ऩणि कय ू भाह जून भें तथा द्वितीम ऩयी