भध्मप्रदे शसॊस्कृतत
सॊऩादकीम
भध्मप्रदे श सॊस्कृतत
प्रकाशक
ववकास भण्डरोई
प्रधान सॊऩादक
ववकास भण्डरोई
।। आज का फदरता मुग ।।
मह दौय जजस तैजी से अऩने कदभ फढा यही है भानो मह ऩीडी
आसभाॊ छ ही रेगी । वास्तव भे आज क मग की तस्वीय फहुत
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ही अरग औय अऩने आऩ भे एक अरग ही यॊ ग रूऩ की है । हय
जगह कछ नमाऩन दे खने को मभरता है , कोई अऩनी यपताय
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फढा यहा है तो कोई उॅ चा उडने को ऩॊख
जैसे ऩॊख नहीॊ एक झडी सी रग गई है , मह अऩने आऩ भे एक
फहुत अच्छी फात है ऩय ना जाने क्मोँ इस व्मस्थता बये जीवन भे,
वो रयस्ते अऩनाऩन खो यहे
सॊऩक – १४ वधकभान
क
काम््रेक्स रयॊग योड
इॊदौय 452001
टे रीपोन -9179968753
परा यही है , सऩनो को
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है । जीवन क इस भेरे भे फहुत
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बीड रगी ऩडी है , भानो तो कछ अच्छे ऩयीवतकन द्रदखते है ,
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औय ना भानो तो सफ अऩनेा से दय की आहटे है । सभम की कभी
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आज से दहाड रगा यही है की अऩने रयस्ते नातो की अहमभमत
कहीॊ फची ही नहीॊ है । कछ मॅॅ कहा जाए कक बववष्म को अच्छा
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फनाने भे हभ हभाये अततत भे से रयस्तो को बरा यहे है ।आज
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का मग फहुत सभझदाय औय पॉस्ट पायवकड जरूय है दे खा जाए तो
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अऩनेा का अहसास कभ हो चका है ।आज नही तो कर मे कभी
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जरूय आडे आएगी, क्मोकक इन्सान आता औय जाता अकरे जरूय
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ईभेर
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वेफसाइट
है ऩय इस दतनमा की बीड भे उसे अऩनो का हाथ जरूय थाभना
ु
ऩडता है ।
कयो कछ औय नमा ऩय अऩनो का हाथ थाभ कय । मही हभायी
ु
सॊस्कृतत है औय मही जीवन है ।
।। जम द्रहन्द ।।
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सॊऩादक
स्वाभी , भुद्रक , प्रकाशक ,ववकास भॊडरोई द्वाया याज प्रेस भारवा मभर इॊदौय से भुद्रद्रत एवॊ २०० फी स्कीभ ७८ इॊदौय से प्रकामशत
सबी वववादो भें न्माम ऺेत्र इॊदौय यहे गा , साबाय भ.प्र . जनसम्ऩक
क
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