madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 3

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत सॊऩादकीम भध्मप्रदे श सॊस्कृतत प्रकाशक ववकास भण्डरोई प्रधान सॊऩादक ववकास भण्डरोई ।। आज का फदरता मुग ।। मह दौय जजस तैजी से अऩने कदभ फढा यही है भानो मह ऩीडी आसभाॊ छ ही रेगी । वास्तव भे आज क मग की तस्वीय फहुत े ु ु ही अरग औय अऩने आऩ भे एक अरग ही यॊ ग रूऩ की है । हय जगह कछ नमाऩन दे खने को मभरता है , कोई अऩनी यपताय ु फढा यहा है तो कोई उॅ चा उडने को ऩॊख जैसे ऩॊख नहीॊ एक झडी सी रग गई है , मह अऩने आऩ भे एक फहुत अच्छी फात है ऩय ना जाने क्मोँ इस व्मस्थता बये जीवन भे, वो रयस्ते अऩनाऩन खो यहे सॊऩक – १४ वधकभान क काम््रेक्स रयॊग योड इॊदौय 452001 टे रीपोन -9179968753 परा यही है , सऩनो को ै है । जीवन क इस भेरे भे फहुत े बीड रगी ऩडी है , भानो तो कछ अच्छे ऩयीवतकन द्रदखते है , ु औय ना भानो तो सफ अऩनेा से दय की आहटे है । सभम की कभी ु आज से दहाड रगा यही है की अऩने रयस्ते नातो की अहमभमत कहीॊ फची ही नहीॊ है । कछ मॅॅ कहा जाए कक बववष्म को अच्छा ु ु फनाने भे हभ हभाये अततत भे से रयस्तो को बरा यहे है ।आज ू का मग फहुत सभझदाय औय पॉस्ट पायवकड जरूय है दे खा जाए तो ु अऩनेा का अहसास कभ हो चका है ।आज नही तो कर मे कभी ु जरूय आडे आएगी, क्मोकक इन्सान आता औय जाता अकरे जरूय े ईभेर [email protected] [email protected] वेफसाइट है ऩय इस दतनमा की बीड भे उसे अऩनो का हाथ जरूय थाभना ु ऩडता है । कयो कछ औय नमा ऩय अऩनो का हाथ थाभ कय । मही हभायी ु सॊस्कृतत है औय मही जीवन है । ।। जम द्रहन्द ।। www.mpsanskriti.webs.com सॊऩादक स्वाभी , भुद्रक , प्रकाशक ,ववकास भॊडरोई द्वाया याज प्रेस भारवा मभर इॊदौय से भुद्रद्रत एवॊ २०० फी स्कीभ ७८ इॊदौय से प्रकामशत सबी वववादो भें न्माम ऺेत्र इॊदौय यहे गा , साबाय भ.प्र . जनसम्ऩक क 1