madhya pradesh sanskriti MARCH 2014 | Page 26

भध्मप्रदे शसॊस्कृतत ऩय सहकायी फैंक ऋण मोजना का स्वरूऩ औय कामकऺेत्र- प्रततशत यालश दे ना होता है । शेर् यालश उऩरब्ध कयामा जामेगा, स्जससे सोने औय चाॊदी क आबर्णों क े े ू कन्द्रीम औय याज्म शासन द्िाया े कृर्क तात्कालरक तायण ऩय कभ ब्माज दय ऩय अनदान क रूऩ भें दी जाती है । े ु आिश्मकताओॊ की ऩतति कय सकगा। े ू आकस्थभक आिश्मकताओॊ की ऩतति ू भध्मप्रदे श क चुने हुए ऺेत्र औय चुनी े तनकटतभ बण्डाय क लरए ग्राभीण ऺेत्रों भें इस मोजना े हुई पसरों का फीभा ककमा जाता है । गह/ग्राभीण गोदाभों भें कृवर् उऩज ृ को चरामा जा यहा है । सॊऩणि ू मोजना कक्रमान्वमन प्रकक्रमा- स्जरा को यखकय तथा यसीद प्राप्त कयने भध्मप्रदे श मोजना का कामिऺेत्र है । कन्द्रीम सहकायी फैंकों क भाध्मभ से े े ऩय तनकटतभ सहकायी फैंक की शाखा मोजना कक्रमान्वमन- आिेदक मोजना रागू है । से बी सहकायी सलभतत क भाध्मभ से े फैंक द्िाया तनधािरयत पाभि ऩय र्गयिी जजरा सहकायी कृवष औय ग्राभीण आिेदन ऩत्र प्रथतत कय ऋण प्राप्त ु यखे जाने िारे आबर्णों तथा फतिनों ू ववकास फैंक की ऋण ववतयण सववधा ु कय सकगा। े की जानकायी कक िह आबर्ण अथिा ू उद्दे श्म- फामोगैस को फतिन अन्म ककसी व्मस्तत को यहन स्थप्रॊकरय, सलभतत का सदथम होना अतनिामि है । नहीॊ यखे गए हैं औय उसक थिमॊ क े े भगीऩारन, बेड़, फकयी ऩारन क े ु वाहन ऋण मोजना आर्धऩत्म भें है दे नी होती है । ऐसे लरमे ऋण दे ना। उद्दे श्म-