Literary Digest LITERARY DIGEST MAY 2020 | Page 17
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मांड के नयम ह नराले
उ सक लोग,
दसर क बराइयॉ,
बड़ े उ साह के साथ इधर-उधर
करत े ह,
परंत अपने घर म आई हई
सम या के
कारण को कभी समझ नह ं पात े ह।
हांड और इंसान का आपस
म चंबक सा नाता है,
इसम जो भी उछालो, यथ नह ं जाता है।
अतः यह बात हम सोचनी होगी,
और भल -भॉ त समझनी होगी,
क,
एक बात भी, गलत या सह ,
बोल , सोची, या कर ,
कसी दसरे के साथ,
तो सबसे पहले वह हो रहा होगा,
अपने घर म, अपने सबसे कर बी के साथ।
यह हआ है, यह हआ है, सच मा नए,
जब से हमने सफ और सफ,
अपने को पकड़ लया है।
अपने को "म और मेरा" के जाल
म जकड़ लया है।
बाहर गंदगी समा त करने के तो अन गनत
साधन या सेवाएं हम सहज ह उपल ध ह,
परंत अपने मन म भर गंदगी ???
जी हॉ,ं
अपने मन म भर गंदगी,
यह तो सफ और सफ हमार ह
िज़ मेदार है,
िजसे हम अथक य न से वयं ह वयं
क उ न त के लए समा त करना है।
यह हमारे अपने और अपन के लए
बेहद ज़ र है,
य क मांड म छोड़ा गया आपका
एक भी नकारा मक वचार,
लौटकर आएगा वापस, आपके
ह अपन के पास,
लेकर कई गना ु बड़ा आकार।
और आप समझ ना पाएंगे,
मांड क इस ल ला को,
और दगे दोष बार-बार, अपने
भा य क लक र को,
अपने भा य क लक र को,
अपने भा य क लक र को ।।
Anupama Kaundaliya Dhoundiyal
is a homemaker and she lives in Mumbai.
I will love you each and every day,
I am what I am due to values you lay,
I am focused and disciplined, lovely they
say.
You brought me into the world & showed
me the way, You are beautiful, pristine &
positive to relay,
You are wonderful & brave to other's
dismay.
You are my best friend and savior on any
rainy day,
You always give, neither expects nor
disarray,
Wander in WONDER
MOTHER
Life without you is impossible for me,
While thinking of you, I didn't get to say.
Mom, you have given me so much,
The flowers so beautiful
yet so soft
The clouds so blissful
yet so aloft
It has been up to wondering
Who is behind all this thundering
Some are rich and some poor
Why this world is so cruel?
One may be a king
While other may not even be a thing
It has been up to wondering
Who is behind all this thundering
Why there is day and night
Nobody can say even a slight
Is there some other world
Or again the answer is swirled
It has been up to wondering
Who is behind this thundering
POETree
SIMI SHARMA
Eminent Landscape
Architect of North India
Your love, your warmth, selfless friendship,
I love you even more with every passing day.
Delhi Public School
Kaithal
LITERARY DIGEST / May 2020