संपादकीय
जातिगत गणना: एक ऐतिहासिक निर्णय dsa
द्र में सत्तारूढ़ प्रधतानमंत्री नरेंद्र मोदरी के नेतृत्व ्वतालरी सरकतार ने देश करी प्रतरीक्षित आम जनगणनता के सताथ हरी जताक्त गणनता करताने कता क्नण्णय क्लयता है । केंद्र सरकतार कता यह क्नण्णय इसक्लए भरी ऐक्तहताक्सक है कयोंक्क स्वतन्त् भतारत में आक्धकतारिक रूप से अब तक क्कसरी भरी सरकतार ने जताक्त गणनता नहीं करताई । यद्यक्प पू्व्ण प्रधतानमंत्री मनमोहन क्संह ने ऐसता प्रयतास क्कयता थता, लेक्कन उनकरी सरकतार ने भरी जताक्त गणनता के आंकड़ों को आक्धकतारिक रूप से प्रस्तुत नहीं क्कयता । यह अलग बतात है क्क मनमोहन सरकतार के कताय्णकताल में हतुई कक्थत जताक्त गणनता के आंकड़ें संदेहजनक थे और उन आंकड़ों पर स्वयं मनमोहन सरकतार के अक्धकतारियों को भरोसता नहीं थता । प्रधतानमंत्री मोदरी करी सरकतार द्वारता जताक्त गणनता के क््वषय में क्लए गए क्नण्णय ने उन क््वपक्षी दलों के उत्साह को ठंडता कर क्दयता है, जो लंबे समय से मतुद्ताक््वहरीन होने करी स्थिति में जताक्त गणनता के क्लए केंद्र सरकतार पर लगताततार दबता्व बनताने में लगे हतुए थे ।
जताक्त गणनता कता देश करी सतामताक्जक स्थिति में क्या महत्व है? उसे इस प्रकतार समझता जता सकतता है । जताक्त गणनता के मताधयम से देश के क््वक्भन्न जताक्त समूह से जतुड़े उन ्वतासतक््वक आंकड़ों को एकत् क्कयता जताएगता, जो उनकरी सतामताक्जक- आक्थ्णक-रताजनरीक्तक स्थिति, शैक्षिक स्थिति और अन्य संबंक्धत कतारकों कता क््व्वरण प्रदतान करेंगे, क्जसके आधतार पर आगतामरी नरीक्तयों ए्वं कताय्णक्रमों कता क्नधता्णरण क्कयता जता सकेगता । देश में जताक्त गणनता 1881 से 1931 तक ब्रिक्िश शतासन के मधय एक क्नयक्मत प्रक्कयता में शताक्मल थता, क्जसकता उपयोग ब्रिक्िश सरकतार ने अपनरी सत्ता करी आयतु बढ़ताने और देश में फूट डतालो-रताज करो करी रणनरीक्त के प्रचतार-प्रसतार के क्लए क्कयता थता । लेक्कन स्वतंत् भतारत करी पहलरी जनगणनता के सताथ, केंद्र सरकतार ने जताक्त गणनता करी प्रथता को बंद कर क्दयता । स्वतंत्तता के बताद केंद्र सरकतार ने सतामताक्जक और शैक्षिक मतानदंडों के आधतार पर नतागरिकों को चतार व्यापक समूहों में वर्गीकृत क्कयता, क्जनमें अनतुसूक्चत जनजताक्त( एसिरी), अनतुसूक्चत जताक्त( एससरी), अन्य क्पछड़ा ्वग्ण( ओबरीसरी) और सतामतान्य श्ेणरी शताक्मल हैं ।
देश में अनतुसूक्चत जताक्त और अनतुसूक्चत जनजताक्त से संबंक्धत
आंकड़ें 1931 करी जताक्त गणनता के समय के हरी हैं । ऐसे में देश करी आगतामरी जनगणनता में जताक्त गणनता होने के बताद आने ्वताले नए आंकड़ें क््वक्भन्न जताक्त समूह करी स्थितियों के ्वतासतक््वक चित्र को सतामने रखेगें । जताक्त गणनता को लेकर भताजपता कता रूख हमेशता सपषि रहता है । लेक्कन कतांग्ेस सक्हत अन्य क््वपक्षी दल इस मतुद्े पर रताजनरीक्त करते रहे हैं और जताक्त गणनता के नताम पर अब भरी रताजनरीक्त हरी कर रहे हैं । सच यह भरी है क्क क््वपक्षी दलों करी कक्थत अगतु्वता कतांग्ेस ने जताक्त समूह कता उपयोग सदै्व सत्ता प्रतापत करने के क्लए क्कयता और एक बतार क्फर कतांग्ेस जताक्त आधतारित रताजनरीक्त के सहतारे अपनरी खोई हतुई जमरीन को ्वतापस पताने के क्लए प्रयतास कर रहरी है । इसकता एक उदताहरण 2024 में हतुए लोकसभता चतुनता्व के मधय संपूर्ण देश ने उस समय देखता, जब कतांग्ेस सक्हत अन्य क््वपक्षी दलों ने अनतुसूक्चत जताक्त ए्वं अनतुसूक्चत जनजताक्त करी जनतता को संक््वधतान और आरषिण के नताम पर भ्रक्मत करने कता कताम क्कयता । जताक्त समूहों करी कक्थत क्हतैषरी बनकर जताक्त गणनता करी मतांग कर रहरी कतांग्ेस ने स्वतंत्तता के बताद से सत्ता में रहने के बरीच कभरी भरी जताक्त गणनता नहीं करताई । इस समबन्ध में यह भरी यताद रखनता होगता क्क 20 जतुलताई ' 2021 को गृह रताजय मंत्री क्नत्यानंद रताय ने संसद को बततायता थता क्क मोदरी सरकतार के नरीक्तगत क्नण्णय के अंतर्गत आम जनगणनता में अनतुसूक्चत जताक्त और अनतुसूक्चत जनजताक्त के अलता्वता अन्य जताक्त्वतार जनसंख्या करी गणनता नहीं करी जताएगरी ।
देश में ्वंक्चत ्वग्ण के लोगों के कल्याण के क्लए समक्प्णत मोदरी सरकतार ने अगलरी जनगणनता कताय्णक्रम करी घोषणता अभरी तक नहीं करी है, इसक्लए जताक्त गणनता करी समयसरीमता और इसके रताजनरीक्तक क्नक्हतताथ्ण को अभरी सपषि नहीं क्कयता जता सकतता है । लेक्कन सतामताक्जक न्यताय और गैर-सतामतान्य जताक्तयों के सशसकतकरण करी दृसषि से क्लए गए जताक्त गणनता के क्नण्णय ने ्वंक्चत समूह में आशता करी एक नई क्करण अ्वशय उतपन्न करी है, क्जससे उन्हें लगने लगता है क्क जलद हरी उनकरी भरी जक्िल समस्याओं कता ्वतासतक््वकतता में समताधतान क्नकल सकेगता ।
twu 2025 3