डा . विजय सोनकर शास्त्री
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तंत्ता के बाद देश के पहले कानून मंत्ी का कार्यभार दलित नेता एवं संविधान निर्माता डा . भीम राव आंबेडकर ने संभाला था । अब एक बार फिर कानून मंत्ी का दायितव दलित नेता अर् जुन राम मेघवाल को मिला है । प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में विधि एवं नयाय मंत्ालय का कार्यभार केंद्रीय राजय मंत्ी ( सवतंत् प्रभार ) के रूप में अर् जुन राम मेघवाल ने संभाल लिया है । कार्यभार संभालने के बाद उनहोंने कहा कि वह समर्पण एवं निषठा के साथ जनता की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और विधि एवं नयाय मंत्ालय विकसित भारत के सपने को साकार करने में अपना योगदान करेगा । देश की जनता को नयायालयों में तवरित नयाय मिले , यह हमारी प्राथमिकता है ।
राजसथान की वीर भूमि में जनम लेने वाले केंद्रीय मंत्ी मेघवाल राषट्रीय सवयंसेवक संघ की पृषठभूमि के उन नेताओं में है , जिनहें भाजपा का अनुशासित कार्यकर्ता कहा जाता है । वह एक बड़े दलित नेता एवं भाजपा के निषठावान- समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पहचाने जाते हैं । बीकानेर के किशमीदेसर गांव में एक साधारण बुनकर परिवार में 7 दिसंबर ' 1954 को जनम लेने वाले श्ी मेघवाल बालयकाल से ही कुशाग्र बुद्धि के छात् के रूप में उनहोंने अपनी अलग पहचान बनाई ।
विधि स्ातक एवं फिलीपींस विशवलवद्ालय से एमबीए करने के बाद टेलीफोन ऑपरेटर के पद से अपना करियर शुरू करने वाले श्ी मेघवाल का चयन 1982 में राजसथान प्रशासनिक सेवा के लिए हुआ और फिर उनहें जिला उद्ोग केंद्र में सहायक निदेशक के रूप
दलित नेता अर्जुन राम मेघवाल बने कानून मंत्ी
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