Jankriti International Magazine vol1, issue 14, April 2016 | Page 70

जनकृ ति अंिरराष्ट्रीय पतिका / Jankriti International Magazine( बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंिी पर समतपिि अंक)
ISSN 2454-2725
जनकृ ति अंिरराष्ट्रीय पति
( बाबा साहब डॉ. भीमरा
समय तथा पैसा खचट होता है । ाआस समस्या से षनबर्ने के ाईद्देश्य से राष्रीय ाइ-शासन योजना के एक भाग के रूप में यह तय षकया गया है षक प्रत्येक छ: गााँव के षलए एक कां प्यूर्र तथा ाआांर्रनेर् ाअधाररत साझा सेवा कें द्रों की स्थापना की योजना शुरू की गाइ है ताषक ग्रामीणजन ाआन सेवाओां का ाअसानी से ाऄपने षनकर्वती कें द्र से प्राप्त कर सकें । ाआन साझा सेवा कें द्रों का ाईद्देश्य‘ कभी भी, कहीं भी’ के ाअधार पर एकीकृ त ऑनलााआन सेवा प्रदान करना है ।
शासन में सुधार के तलये ई-शासन अपनाना:
सूचना तथा सांचार प्रौद्योषगकी( ICT) का ाईपयोग शासन को नागररकों तक पहुाँचने की समथटता देगा है और षजसके फलस्वरूप शासन में सुधार होगा । ाआससे षवषभन्न शासकीय योजनाओां की षनगरानी तथा ाईसे लागू करना भी सम्भव होगा षजससे शासन की जवाबदेही तथा पारदषशटता में वृषद्ध होगी ।
नागररकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार:
ाइ-शासन न्यूनतम मूल्य पर नागररक कें षद्रत सेवा प्रदान करने के प्रावधान के द्वारा ाआस लक्ष्य को हाषसल करने में मदद करेगा और ाआसके फलस्वरूप सेवाओां की मााँग तथा ाआन्हें प्राप्त करने में कम समय लगेगा और वह काफी सुषवधाजनक भी होगा ।
ाआसषलए, ाआस दृषि का ाईद्देश्य सुशासन को मजबूती प्रदान करने के षलए ाइ-शासन का ाईपयोग करना है । षवषभन्न ाइ- शासन पहल के जररये लोगों को दी जा रही सेवाएाँ, कें द्र व राज्य सरकारों को ाऄबतक वांषचत समाज तक पहुांचने में मदद करेगा । साथ ही, यह समाज के मुख्यधारा से कर्े हुए लोगों को शासकीय षक्याकलापों में भागीदारी के द्वारा ाईसका सशक्तीकरण होगा षजससे गरीबी कम होने के साथ-साथ सामाषजक व ाअषथटक स्तर पर मौजूद षवषमता में भी कमी ाअएगी ।
राष्ट्रीय ई-शासन योजना के तक्यान्वयन की रणनीतत
ाऄत: राष्रीय ाइ-शासन योजना के षलए एक सुगम सोच षवकषसत गाइ है जो राष्रीय व ाऄांतराटष्रीय स्तर पर लागू षकये गये ाइ-शासन ाऄनुप्रयोगों के ाऄनुभवों पर ाअधाररत है । राष्रीय ाइ-शासन योजना के षलये ाऄपनाये जा रहे तरीके तथा पद्धषत में षनम्नषलषखत तत्व शाषमल हैं:
सामूतहक ढाुँचा:
राष्रीय ाइ-शासन योजना के षक्यान्वयन में सामूषहक तथा सहायक सूचना प्रौद्योषगकी ढााँचा तैयार करना शाषमल है, जैसे षक- राज्यव्यापी एररया नेर्वकट, राज्य ाअाँकडा कें द्र, सामूषहक सेवा कें द्र तथा ाआलेक्ट्रॉषनक सेवा षवतरण गेर्वे ।
शासन:
राष्रीय ाइ-शासन योजना के षक्याांवयन की ष ाईषचत प्रबांध षकये गये हैं । ाआस कायटक्म में मा क्षमता-षनमाटण कायट, ाऄनुसांधान व षवकास नेशनल ाआांफॉमेषर्क्ट्स सेन्र्र, स्र्ैंडडाटाआजेशन, एडवाांस्ड कम्प्यूषर्ांग, नेशनल ाआांस्र्ीर््यूर् फॉर ाआन भूषमकाओां को प्रभावी तरीके से षनभा सक
सामूतहक पहल, तवकें द्रीकृ त तक्याांवयन
ाइ-शासन को ाअवश्यक कें द्रीय पहल के जर वह नागररक-कें षद्रत हो, षवषभन्न ाइ-शासन ाऄ सूचना व सांचार प्रौद्योषगकी ढाांचे एवां सांसाध सफलता ाईन्मुखी पररयोजनाओां की पहचान दोहराया जा सके ।
सावकजतनक-तनजी भागीदारी मॉडल: ाआसे वहााँ ाऄपनाया जाना है जहााँ भी सुरक्षा पह सांपूणाकत्मक तत्व:
एकीकरण को सुचारू बनाने तथा षवरोधाभ यूषनक ाअाआडेंषर्षफके शन कोड को ाऄपनाकर
राष्ट्रीय ई-शासन योजना के तक्याांवयन
राष्रीय ाइ-शासन योजना( NeGP) के लागूक जोडने की ाअवश्यकता के चलते राष्रीय ाइ- है, षजसमें सभी एजेंसी की स्पि रूप से पर सांरचना होगी । ाआसे सरकार द्वारा पहले ही ाऄन
सेवा तवतरण के तलए रणनीतत