कम्युमनसे आन्दोलन के इमतहास में जब भी बद्री बाबू | |||||
को याद मकया जाएगा, एक जबरजस्त संगठनकताा के | |||||
अपने बच्चों की शादी बद्री बाबू ने जामत-धमा के |
रूप में मकया जाएगा । अमवभामजत मबहार में उन्होंने |
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बन्धनों और सामामजक मान्यताओं से बहुत ऊपर |
संगठन मनमााि का काम शुरू मकया । कॉमरेड |
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उठकर मकया । वे सच्चे अथों में प्रगमतशील मवचार के |
जगन्नाथ सरकार की एक मचठ्ठी ने बद्री बाबू के जीवन |
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साथ जीने वाले व्यमक्त थे, जो जामत और धमा की |
की धारा ही मोड़ दी । वे युवावस्था में ही हाई स्कू ल |
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दीवारों को लांघकर उच्च आदशा स्थामपत करने में |
मशक्षक की नौकरी छोड़कर भारतीय कम्युमनस्ट पाटी |
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यकीन रखते थे । उनकी पुत्री ने जब एक मुमस्लम |
के पूरावक्ती कायाकताा( होलटाइमर) बन गए और |
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कॉमरेड के बेटे से शादी की इच्छा जताई, तब बद्री |
कॉमरेड चतुरानन्द ममश्र की मदद करने के मलए |
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बाबू ने सामामजक बंधनों की तमनक भी परवाह न |
( तत्कालीन) मबहार के मगररडीह में माईका मजदूरों के |
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करते हुए इस शादी को मंजूरी दे दी । इसी तरह उनके |
रेड यूमनयन का दामयत्व संभाल मलया । इसके बाद |
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पुत्र ने भी अनुसूमचत जामत की अपनी सहकमी से |
बद्री बाबू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा । आज के |
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मववाह के मलए जब बद्री बाबू से इजाजत माँगा, तब |
झारखण्ड के सुदूर पठारी गाँव हो या कोयलांचल के |
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उन्होंने मबना दहेज मलए उस शादी की न मसफा इजाजत |
दुगाम इलाके, बद्री बाबू ने पैदल चलकर युवाओंऔर |
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दी बमल्क शादी समारोह रामगढ़ में आयोमजत कर |
मजदूरों को प्रेररत करके पाटी संगठन का गठन मकया । |
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बहुत अमभमान के साथ पुत्र का आदशा मववाह |
हजारीबाग में पाटी की नींव रखने के बाद बद्री बाबू |
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करवाया । अपने दोनों बेटों की शादी में बद्री बाबू ने |
को वहां के मजला मंत्री का कायाभार पाटी ने सौंपा । |
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एक रूपया भी दहेज नहीं मलया और न ही कोई |
उन्होंने हजारीबाग को कें द्र बनाकर आस-पास के कई |
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धाममाक मंत्रोच्चारि या कमाकांड हुआ । समाज में भी |
मजलों में लाल परचम बहुत शान से लहराया । अनेक |
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वे मबना मतलक-दहेज की शादी को हमेशा प्रोत्साहन |
मजदूरों-मकसानों के आन्दोलन खड़े मकए और उनका |
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देते थे । बद्री बाबू को इस बात का बहुत अमभमान था |
नेतृत्व मकया । इसके बाद पाटी ने उन्हें राज्य के के न्द्रीय |
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मक वे उस पाटी से जुड़े हैं, जो उच्च आदशों और |
नेतृत्व में रहकर काम करने का आदेश मदया और वे |
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आचार-संमहता का पालन करने वाली इकलौती |
पटना बुला मलए गए । वह पाटी की अमवभामजत |
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राजमनमतक पाटी है । वे कॉमरेड भुवनेश्वर शमाा का |
मबहार राज्य पररर्षद, राज्य कायाकाररिी, राज्य |
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उदाहरि हमेशा देते थे, मजनको मवधायक होने के |
समचवमंडल, |
राष्ट्रीय |
पररर्षद |
और |
राष्ट्रीय |
बावजूद पाटी ने अपने बेटे की शादी में पच्चीस हजार |
कायाकाररिी के सदस्य के रूप में उल्लेखनीय भूममका |
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रुपये दहेज देने की वजह से मनष्ट्कामसत कर मदया था । |
अनवरत मनभाते रहे और मबहार मवधान पररर्षद में दो |
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बद्री बाबू कम्युमनसे पाटी में आचार-संमहता की |
टमा तक भाकपा का प्रमतमनमधत्व मकया । मवधान |
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लगातार अनदेखी से दुखी थे । वे पाटी के रामष्ट्रय |
पररर्षद् में उनकी दमदार उपमस्थमत को इमतहास में याद |
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पररर्षद् का सदस्य होने के नाते कई बार कॉमरेड्स के |
मकया जाएगा । उनके मवधायी जीवन पर एक अलग |
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मलए पाटी द्वारा तय मकए गए आचार-संमहता के |
आलेख में बात करना ही मुनामसब होगा । |
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अनुपालन की अमनवायाता का मुद्दा नेशनल काउंमसल | |||||
मीमटंग उठा चुके थे, हालाँमक उनको इस बात का | |||||
Vol. 3, issue 27-29, July-September 2017. |
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017 |