Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
पहल ओ
ं को अपराध के रूप में स्वीकार
मकया है ;
1.5 प्रमतशत उत्तरदाता बच्चों को काम म
रखना जैसे कृ त्यों को अपराध के श्रेिी म
नहीं देखते हैं ;
1.5 प्रमतशत उत्तरदाता बच्चों को स्कूल न
जाने देना जैसे कृ त्यों को अपराध नहीं मानत
है;
3.1 प्रमतशत उत्तरदाता बच्चों से मारपीट
करने को अपराध के रूप में नहीं मानते हैं;
20.0 प्रमतशत उत्तरदाता बच्चों को स्कूल म
मशक्षक द्वारा मारा जाना जैसे कृ त्यों को
अपराध नहीं मानते हैं ;
96.9 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं को बाल न्यास
अमधमनयम 2000 के बारे में कोई जानकारी
नहीं है ;
वहीं बाल न्यास अमधमनयम 2006 के बार
में 93.8 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं जानकारी
नहीं है;
ISSN: 2454-2725
95.4 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं को बाल न्यास
अमधमनयम 2015 के स ब ं ध ं में कोई इसकी
जानकारी नहीं है ;
बाल मववाह मनर्षेध अमधमनयम 2006 क
बारे में शत-प्रमतशत उत्तरदाताओ ं म
जानकारी है;
93.8 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं को राष्ट्रीय बाल
अमधकार संरक्षि आयोग (NCPCR) क
बारे में जानकारी नहीं है;
89.2 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं को एकीकृ त
बाल संरक्षि योजना (ICPS) के संबंध म
जानकारी नहीं है;
संय क्त
राष्ट्र बाल अमधकार सम्मेलन 1989
(UNCRC) के बारे में 90.8 प्रमतशत
उत्तरदाताओ ं को कोई जानकारी नहीं है ;
सवाामधक 96.9 प्रमतशत उत्तरदाताओ ं को
बाल स र ं क्षि स ब ं ध ं ी अमधमनयम की
जागरूकता अमधक है;
अध्ययन के दौरान समममत के सदस्यों में बाल
आधे से अमधक 53.8 प्रमतशत उत्तरदाताओ अमधकार एवं संरक्षि अमधमनयम की जागरूकता स
को लैंमगक अपराधों से बालकों का संरक्षि स्पसे होता है मक शत-प्रमतशत समममत के सदस्यों को
अमधमनयम के बारे में जानकारी है ; बच्चों के ब म ु नयादी अमधकार के बारे में जानकारी है।
दो मतहाई से अमधक समममत के सदस्यों को बच्चों की
Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017.
सही उम्र की जानकारी ही नहीं है। वहीं 90 प्रमतशत स
वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017