नया राय बनने क बाद
िवजयवाड़ा आं देश
का िदल बन चुका है।
िवशाखापनम क बाद
यह राय का दूसरा बड़ा
शहर है। यह चोल एव
िवजयनगर सा$ाय%
क लंबे इितहास का भी
सा*ी है।
चीज बनाई गई ह। इन कलाकितय को देखकर
ऐसा लगेगा जैसे िकसी बहुत बड़ िश"पकार ने कई
वष& की मेहनत क( बाद इ)ह बनाकर तैयार िकया
हो। कह* च+ान म म,-जद िदखेगी तो कह* मंिदर
और िग0रजाघर। िकतनी अजब-गजब है न यहां की
कलाकारी िक कोई भी हैरान हो जाए। गुफा क( अंदर
एक जगह च+ान को थोड़ी ऊ9चाई देकर िशविलंग
बनाया गया है इसे देखकर लगेगा िक िकसी ने लोह
की सीिढ़यां लगाकर मंिदर का िनमा;ण िकया है। एक
बात का =यान रिखएगा इन गुफा> क( क?छ िह-से ऐस
ह जहां लोग को जाने की इजाजत नह* है।
अनंतिगर िह
स
अनंतिग0र िह"स पर जाकर कॉफी बागान को
िनहा0रए, हर तरफ िसफC ह0रयाली और चाय की
महक आपको जEर भाएगी। अराकF वैली जाते समय
ही अनंतिग0र की मंGमुHध कर देने वाली पहािड़य म
मील लJबे कॉफी क( बागान आप का इंतजार करत
िमलगे। ये िह"स हुसैनसागर और िहमायतसागर क
पानी का Kोत है। यहां आपको कॉफी क( बागान म
काम करने वाली कई जनजाितयां िमलगी, यहां क
लोग की जीिवका का साधन यही है। आिदवासी
समूह की मिहलाएं और पुMष कड़ी मेहनत से अराक
घाटी क( इन बागान म जैिवक कॉफी तैयार करते ह,
अराकF पOा क( नाम से ये Pांडड कॉफी पूरी दुिनया म
फ(मस है। ये जगह पय;टक को काफी भाती है Rयिक
यहां एडवचस; क( शौकीन क( िलए बहुत क?छ है करन
को। सड़कT भी अUछी ह जो आपको घने जंगल की
ह0रयाली म दूर तक ले जाएंगी।
मनाने क( िलए आ जाते ह इसिलए थोड़ी चहल-पहल भी
रहती है। क\िड)या व)यजीव अ]यार^य, म"लJमा मंिदर
और ितMपित यहां क( आस-पास की खूबसूरत जगह ह
जहां घूमा जा सकता है। यहां घूमने का सीजन हमेशा ही
रहता है, इसक( पास गो0रबंद, _यू पॉइंट और गंगोGी झील
ह तो अगर आपक( पास समय है तो यहां क( नजार को
भी देख सकते ह, खासकर गंगोGी झील इसक( आस-पास
ह0रयाली है और शांित है। अगर आपको वाइ"ड लाइफ
क( नजारे भी लेने ह तो यहां से पास ही क\िड)या व)यजीव
अ]यार^य है जहां पिaय और जानवर की सैकड़
bजाितयां देखने को िमलगी। पय;टक यहां जंगली मुगc,
भालू, सांबा और पथर देखने आते ह।
िवजयवाड़ा
हॉस
ली िह
स
हॉस;ली िह"स अपने नाम की तरह ही काफी खूबसूरत
और अलग है। यहां की ऊ9ची पहािड़य से आप
सनसेट और सनराइज की खूबसूरती को महसूस
कर सकते ह। यह* नह* इस पहाड़ी क( ऊ9चे Vवॉइंट
से आप चाह तो फWली हुई ह0रयाली क( साथ-साथ
गुलमोहर, बादाम, रीठा,आंवला, बीड़ी क( पYे, Zल
गम, नीलिगरी और चंदन क( पेड़ को भी िनहार सकत
ह। अRसर यहां आसपास क( रा[य से पय;टक वीकTड
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May, 2019
नया रा[य बनने क( बाद िवजयवाड़ा आंd bदेश का िदल
बन चुका है। िवशाखाप+नम क( बाद यह रा[य का दूसरा
बड़ा शहर है। यह चोल एवं िवजयनगर साeा[य क( लंब
इितहास का भी साaी है। यहां की सबसे ऊ9ची पहाड़ी गांधी
िहल है िजस पर बना 16 मीटर ऊ9चा -तूप, तारामंडल व
टॉयhन मुiय आकष;ण का क()j ह। गांधी िहल से शहर
व बैराज क( दूर-दूर तक फWले भ_य दृlय को देखा जा
सकता है। कmणा नदी क( िकनारे अपने समृn इितहास को
समेट हुए िवजयवाड़ा तीन तरफ से नदी और एक ओर
से इंjािकलाjी पहाड़ी से िघरा हुआ है। कmणा नदी पर
बसा भवानी pीप, िवजयवाड़ा म आने वाले पय;टक क
बीच काफी मशहूर है। यहां पर आप ,-विमंग पूल, वॉटर
-पोqस; और बोिटrग का मजा ले सकते ह। bकाशम बैराज
भी कmणा नदी पर बना है। इस बांध से एक खूबसूरत झील
बनाई गई है और यहां से पूरे शहर का खूबसूरत दृlय
देखने को िमलता है।
ितपित
भारत म कई ऐसे मंिदर ह जहां भRत का तांता लगा रहता
है। ऐसे ही मंिदर म आंd bदेश क( ितMमाला म बना
ितMपित बालाजी का मंिदर भी शुमार है। इस मंिदर की
अपनी ही महानता है। समुj से 3200 फीट की ऊ9चाई
पर ,-थत इस मंिदर म हमेशा ही दश;न करने वाल का
हुजूम देखने को िमलता है। यहां िफ"मी िसतार से लेकर
राजनेता आिद सभी दश;न करने आते ह। मंिदर को लेकर
कई मा)यताएं ह, िजसक( कारण ये [यादा bिसn है।
कहा जाता है िक यहां वकटlवर -वामी की मूित; पर लग
बाल असली ह और कभी उलझते भी नह* ह। bाकितक
खूबसूरती क( साथ बसा यह मंिदर पहाड़ी wृंखला की सात
चोिटय क( साथ अxत नजर आता है। यहां रोजाना लगभग
60 से 70 हजार wnालु दश;न क( िलए आते ह। कहा जाता
है िक मंिदर म -थािपत काली मूित; को भी िकसी ने बनाया