Grasshopper Let's Travel This Holi | Page 9

पुरी पुरी का जग ाथ मंिदर भत की आथा का क है जो दुिनया भर म िस! है। यह िहदुतान ही नह#, ब%&क िवदेशी पय*टक की िज-ासा को और बढ़ा देनी वाली जगह है। जग ाथ मंिदर लगभग 10 एकड़ म फ6ला है, ये एक चबूतरे पर बना है जो चार ओर से 7 मीटर ऊ<ची दीवार से िघरा है। इसक चार ओर वेश ?ार ह@ िजसम िसंह?ार मुAय वेश है। अदर वेश करने पर मुAयम%दर तक जाने को सीिढ़यां ह@। म%दर ओिडशी शैली म बना ह िजसम चार भाग - िवमान, जगमोहन, नाEशाला व गभ*गृह ह@। मुAय म%दर क अलावा यहां िवमला देवी, नृिसंह, गणेश, सूय* देव सिहत तीन दज*न बड़H छोटH म%दर बने ह@। म%दर को देखकर ओिडशा की िश&प कला की पराकाKठा की क&पना की जा सकती है। आप मंिदर क शीष* पर लगे सुदश*न चN को चाहे िजस कोने से देखग वह आपको एक जैसा ही िदखेगा। मंिदर क ऊपर लगा Oवज हवा से उ&टी िदशा म लहराता है। मंिदर क रसोईघर म भगवान जग ाथ को चढ़ाए जाने वाले साद को बनान क िलए 500 रसोइए और 300 सहयोगी एकसाथ काम करते ह@। सारा खाना िमTी क बत*न म पकाया जाता है। मंिदर क आस-पास क समुी तट और सी-फUVस पय*टक को काफी पंसद आते ह@। यहां से सनसेट और सनराइज क मनमोहक नजार को भी देखा जा सकता है। जमीन क जZरए बंगाल की खाड़ी से अलग होता है। पुरी क मुAय शहर से करीब 50 िकलोमीटर दूर है िच&का झील जहां कई छोटH-छोटH ?ीप ह@ जो अपनी ाक[ितक खूबसूरती क िलए जाने जाते ह@। सिद*य म यह झील क6%पयन सागर, ईरान, \स और दूर %थत साइबेZरया से आने वाले वासी पि]य का िनवास थान बन जाती है। ऐसा अनुमान है िक वासी मौसम म इस झील पर पि]य की 205 जाितयां आती ह@। इस लेक क पास खड़H होकर आप इसकी खूबसूरती को घंट िनहार सकते ह@। िचका झील िच&का झील भारत की पहली और िवXव की दूसरी सबस बड़ी समुी झील है, िजसकी खूबसूरती देखने क िलए रोजाना हजार पय*टक लंबा सफर तय करक यहां आत ह@। ये ओिडशा क 3 िजल पुरी, गंजम और खोड़धा क बीच फ6ली हुई है। साथ ही इस झील का पानी एक छोटी सी भीतरकिनका नेशनल पाक भीतरकिनका नेशनल पाकa मगरमbछ क िलए फमस है। यहां तक पहुंचने क िलए नदी को पार करना पड़ता है। नदी क दोन ओर देश का दूसरा सबसे बड़ा मैनcोव का जंगल बसा है। जहां आपको ढHर मगरमbछ धूप सकत March, 2019 g 7