Grasshopper Let's Travel This Holi | Page 7

महीना िजतना रंग; और बदलते मौसम को जीने का है उतना ही िशव की भP?त म खुद को ड3बोने का भी। िशवरािD पर अपने आराQय क दश5न करना चाहते ह8 तो हम आपको बता रहे ह8 यूपी की कछ ऐसी जगह; क बारे म जहां जरS-जरS म िशव बसते ह8। यहां कह आपको धुनी रमाते िशव िमलगे तो कह डमT बजाते, िशव को िजस Tप म आप यहां ढVWढXगे, वो उस Tप म आपको दश5न दगे। िशवरािD हो या होली, िबना ठWडाई अधूरी होती है। इसिलए इस बार ासहॉपर क जायक म हम आपक िलए लेकर आए ह8 जुबां क साथ िदल को भी ठWडक पहुंचाने वाली ठWडाई। हां, इसक िलए कछ मेहनत आपको भी करनी होगी। रेिसपी तो हम आपको बता दगे, लेिकन इसे मेहमान; क सामने अपने हाथ; का 1वाद घोलकर बनाना और परोसना आपको ही होगा। आपने कभी गोवा घूमने क बारे म सोचा है? अगर सोचा है तो अNछा है और नह सोचा तो अब सोच लीिजए, ?य;िक इस महीने वहां होने वाला है गोवा कािन5वल, जो होगा एकदम म1त और िबंदास। अगर आप [ेि\क होकर समंदर से बात करने क साथ ही, टXशन \ी, नाच गाने वाली िजंदगी जीना चाहते ह8 तो गोवा कॉिन5वल म आपको जाना चािहए। गोवा की िह1]ी, क^चर, फ9_स क साथ-साथ म1तमौला मौसम आपका इंतजार कर रहा है। चटख धूप से बचते हुए समंदर की ओर से आने वाली ठWडी हवाa से िमलन का ये अNछा मौका है। अभी हमारी बात यह खbम नह हुc। इस बार हमारे एक पाठक ने हम अपनी नाइस, मोनैको और कांस की याDा की कहानी भी िलखकर भेजी है, ये आपको जTर पसंद आएगी। इसक अलावा सोल याDा म आपको उGराखंड क गांव;, सं1कdित और लोग; क बारे म बहुत कछ जानने को िमलेगा। आपको देश क सारे बायो1फयर eरजव5 घुमाने का िजfमा भी इस बार हमने िलया है। यहां क फ9ल;, पिGय; से लेकर जानवर; तक हम आपको हर चीज क बारे म बताएंगे। बस ये आपको तय करना है िक आपको िकस जगह घूमने जाना है। ासहॉपर आपका दो1त है, वो आपको कभी अकला नह छोड़/गा। बस आपको इसका हाथ पकड़कर चलना होगा। जब आप खुद को कह दूर ले चलना चाहगे तो खुिशय; वाले बेपनाह रा1त; को आपक सामने लाकर ासहॉपर रख देगा। बस तय आपको करना है िक खुशी-खुशी उस रा1ते पर आप चल सकg। आपक hयार और दुआa से ासहॉपर एक साल का हो चुका है। इसे और आगे बढ़ने क िलए आपक साथ की जTरत है। इसम जो किमयां ह;गी उनक बारे म आपको हम बताना है, उFह आपकी सलाह से दूर जTर कर िलया जाएगा। इसी उfमीद क साथ ये ासहॉपर का माच5 अंक आपक सामने है। अNछा लगे तो अNछा किहए, खराब लगे तो खराब कह दीिजए। बस अपना साथ बनाए रिखए और हमारी अNछाइय;- बुराइय; क बारे म हम बताते रिहए। राहुल ीवातव !बंध स%पादक ासहॉपर क( नाम खत जब तक ासहॉपर का फरवरी अंक नह पढ़ा था, तब तक यागराज कभ म जाने क बारे म नह सोचा था। लग रहा था इस बार का कभ भी पहल जैसा होगा, लेिकन ासहॉपर ने मेरी इस सोच को बदल िदया और मुझे मौका िदया देश क इस सबस बड़/ मेले म शािमल होकर िद0य और भ0य कभ का िह1सा बनने का। गंगा म ड3बकी तो लगा ही ली, नए यागराज क दश5न भी हो गए। - अिमतेश पाल गोरखपुर मेरी पJी काफी समय से मुझसे िजद कर रही थी िक उसे कह घूमने जाना है, लेिकन न तो ये समझ आ रहा था िक कहां जाऊ और न ये िक कब जाऊ। जब इस बार की ासहॉपर पढ़ी तो लगा िक वैलटाइंस ड/ स अNछा मौका ?या हो सकता है, उसकी य Bवािहश पूरी करने का। मेरी पJी को खुश करने म साथ देने क िलए शुिOया। - अजय रंजन मुजफरपुर मुझे हमेशा से पहाड़ आकिष5त करते ह8। वहां क लोग, मौसम, फ9ल, पाैधे, निदयां इन सब म जो ताजगी होती है वो शहर; की भीड़-भाड़ म कहां िमलती है। म8ने कई बार सोचा िक कछ व?त की छ3ि@यां लेकर वहां रहने चली जाऊ, लेिकन इस Bवािहश को फCसला नह बना सकी। इस बार जब ासहॉपर म गौरव नौिड़याल की सोल याDा पढ़ी तो लगा िक उFह;ने उGराखंड की िजन चीज; क बारे म इतना तIसील स बताया है, उतना तो शायद म8ने भी कभी नह सोचा था। अब तो मुझे वहां जाना ही होगा। - आकित वमा गुाम March, 2019 g 5