पंजाब:
चिलए इस बैसाखी पंजाब
म मचाते ह धूम
ृंखला पाड
य
ढोल नगाड़
की थाप पर झूमकर नाचते लोग, हरे-भरे खेत खिलहान, खाने म मक! की रोटी और सरस%
का साग ऊपर से मलाईदार ल)सी। ये सब सुनकर आप ये तो समझ ही गए ह%गे िक हम पंजाब की
बात कर रहे ह2। बैसाखी का 4योहार हो और पंजाब की बात न हो ऐसा क6से हो सकता है? पंजाब अपनी
सं)क8ित, द9रयािदली, बहादुरी, खान-पान और पय:टन क! िलए जाना जाता ह2। यहां क! पय:टन )थल
अपने आप म बरस% पुराने इितहास को समेट
हुए ह2। यहां घूमने क! िलए बहुत क=छ है। पुराने मंिदर% स
लेकर भारत िवभाजन AेB, Cयूिजयम, िकले, जो यकीनन अपनी खूबसूरती से आपको चिकत कर दगे।
तो इस बैसाखी आइए चलते ह2 पंजाब की सैर करने... थोड़ा नाचगे-गाएंगे, ल)सी िपएंग, खूब मौज-
म)ती करगे और सैर करगे।
वण मंिदर
िववभर म हरिमंदर सािहब क नाम से िस वण मंिदर
अमृतसर म है। सोने और संगमरमर से बना ये मंिदर
िसख स"दाय क िलए बहुत मह&व रखता है। यहां हर
िदन लंगर होता है जहां लाख( लोग खाना खाते ह)। इस
अमृतसर का िदल भी कहा जाता है। यहां िसफ- िसख धम
से जुड़0 लोग ही नह1 ब23क हर धम क अनुयायी म&था
ट0कने आते ह)। सरोवर क बीचो-बीच बना ये गु9:ारा
वातुकला का एक अनूठा उदाहरण है। वण मंिदर क
अलावा पयटक अमृतसर म जािलयांवाला बाग,महाराजा
रंजीत िसंह "यूिजयम, गु9 क महल, वाघा बॉडCर आिद
भी देख सकते ह)। और हां, अमृतसर म शॉिपंग करना
िब3कEल ना भूल। यहां क हॉल बाजार म पारंपFरक पंजाबी
कपड़( की शॉिपंग की जा सकती है।
दुिगयाना मंिदर
ये वण मंिदर से करीब ड0ढ़ िकलोमीटर दूर है। िहंदुH
का िस मंिदर दुिगयाना बाहर से देखने म वण
मंिदर की ही नकल लगता है। यह मंिदर भी पयटक( क
आकषण का कJK है। यह मंिदर देवी दुगा को समिपत
है। साल 1908 म हरसई मल कपूर ने इस मंिदर को
बनवाया था। इस मंिदर म मां दुगा क अलावा लQमी-
नारायण, शीतला माता और हनुमान जी की भी मूितया
ह)। तो वण मंिदर तक आने क बाद यहां भी आसानी स
आया जा सकता है।
April, 2019
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