जब सूरज का पारा सातव� आसमान पर हो तब सूरज की ओर देखना तो छोिड़ये उसका नाम तक कोई नह� सुनना चाहता । लेिकन म�य�देश क� इकलौते िहल �ट�शन पचमढ़ी म� आपको सूय� देवता क� अनूठ� नजारे देखने को िमल�गे । सूरज को पहाड़� क� बीच से िनकलते देखना और शाम को वािदय� म� खो जाने का दृ�य आप सारी उ� नह� भुला पाएंगे । यहां पर िशमला और नैनीताल की तरह सद� हवाएं आपका �वागत तो नह� कर�गी लेिकन पारा काबू म� रहेगा । म�य �देश सिहत देश क� कई रा�य� म� पारा भले ही 45 पार भाग रहा हो लेिकन यहां 35 पर ही हांफने लगता है । पचमढ़ी की सुंदरता को देखते हुए ही अं�ेज� ने इसे म�य �ांत की राजधानी तक बना िदया था । अगर आप गम� की छ�ि�य� को इस बार यादगार बनाना चाहते ह� तो सच म� यह जगह बहुत खास है । एक खूबसूरत अहसास क� िलए हमारे साथ आप पचमढ़ी �य� नह� चलते
आओ चल�
�क�ित की गोद म�
Eco-Tourism
आशुतोष �ीवा�तव
जब सूरज का पारा सातव� आसमान पर हो तब सूरज की ओर देखना तो छोिड़ये उसका नाम तक कोई नह� सुनना चाहता । लेिकन म�य�देश क� इकलौते िहल �ट�शन पचमढ़ी म� आपको सूय� देवता क� अनूठ� नजारे देखने को िमल�गे । सूरज को पहाड़� क� बीच से िनकलते देखना और शाम को वािदय� म� खो जाने का दृ�य आप सारी उ� नह� भुला पाएंगे । यहां पर िशमला और नैनीताल की तरह सद� हवाएं आपका �वागत तो नह� कर�गी लेिकन पारा काबू म� रहेगा । म�य �देश सिहत देश क� कई रा�य� म� पारा भले ही 45 पार भाग रहा हो लेिकन यहां 35 पर ही हांफने लगता है । पचमढ़ी की सुंदरता को देखते हुए ही अं�ेज� ने इसे म�य �ांत की राजधानी तक बना िदया था । अगर आप गम� की छ�ि�य� को इस बार यादगार बनाना चाहते ह� तो सच म� यह जगह बहुत खास है । एक खूबसूरत अहसास क� िलए हमारे साथ आप पचमढ़ी �य� नह� चलते