पचमढ़ी तक पहुंचने का जो रा�ता है , वह इस ि�प को यादगार बना देगा । रा�ते म� आपको घने जंगल , जंगली जानवर , खूबसूरत झरने और पौरािणक गुफाएं खूब िमल�गी ।
अं�ेज� ने बनाया था िठकाना
ि�िटश राज क� पहले तक पचमढ़ी को खास पहचान नह� िमली थी । यहां पर पहुंचने वाले पहले ि�िटश थे , क��टन जे . फॉरसोथ । उ�ह�ने इस जगह पर कदम वष� 1862 म� रखा था । उनको यह जगह इतनी पसंद आ गई थी िक उ�ह�ने फॉरे�ट लाॅज बनवा िदया था । उ�ह�ने इस पर एक िकताब भी िलखी थी और यहां क� कई अनछ�ए झरन� व गुफा� को दुिनया क� सामने लाए थे । अं�ेज� ने इसे म�य �ांत की राजधानी बना िदया था । अब भी गिम�य� म� म�य �देश क� क�छ िवभाग और मं�ी यह� से काम करते ह� ।
दश�नीय �थल
सतपुड़ा नेशनल पाक� : पचमढ़ी क� �ाक�ितक स�दय� से �भािवत अं�ेज� ने ही सतपुड़ा नेशनल पाक� की �थापना की थी । नेशनल पाक� 524 वग� िकमी म� फ�ला हुआ है । अगर आपक� पर समय है तो एक िदन आप पाक� को दे सकते ह� । आपको जंगल क� क�े रा�त� से ले जाया जाएगा , जहां व�य जीव �ाक�ितक अव�था म� रहते ह� । यहां क� िलए आपको एं�ी पास बनवाना होगा । इस काम म� होटल आपकी मदद करेगा । आपका मन अगर व�य �े� म� रात म� �कने का है तो आपको उ�ान िनदेशक से अनुमित लेनी होगी । इसक� अलावा महादेव , चौरागढ़ का मंिदर , रीछागढ़ , डोरोथी डीप रॉक शे�ट , जलावतरण ,
सुंदर क��ड , इरन ताल भी घूमने ज�र जाएं । यहां आपको शांित ज�र िमलेगी ।
ि�यदिश�नी �वाइंट : पचमढ़ी की सबसे खूबसूरत जगह । सूया��त का नजारा देखना हो तो यहां ज�र जाइएगा । यहां से तीन पहाड़ी िशखर , महादेव व धूपगढ़ िदखाई द�गे । धूपगढ़ यहां की सबसे ऊ�ची चोटी है । यहां पर जाएं तो क�मरा ज�र ले जाएं । वरना आपको बाद म� बहुत अफसोस होगा । यह भी मत किहएगा िक हमने पहले बताया नह� ।
बी फॉल : इसे लोग जमुना �पात भी कहते ह� । यह जगह पचमढ़ी से िसफ� 3 िकमी दूर है । यहां जाएं तो खाने पीने का सामान साथ ज�र रख� । झरने का मजा ल� और िपकिनक भी मनाएं । बस पानी म� उतरने की कोिशश मत मत कीिजएगा । यह खतरनाक हो सकता है ।
रजत �पात : यह जगह अ�सरा िवहार से िसफ� आधे िकमी की दूरी पर ��थत है । यहां पर आपको िमलेगा 350 फ�ट की ऊ�चाई का झरना । पानी को नीचे िगरता देखना रोमांच पैदा करता है । यहां का पानी एकदम दूिधया है ।
राज�द िग�र : इस पहाड़ी को पहले रा��पित डॉ़ राज�� �साद का नाम िदया गया है । 1953 म� जब डॉ . �साद बीमार पड़� थे तो �वा��य लाभ क� िलए वे यह� आए थे । उनक� िलए रिवशंकर भवन बनवाया गया था । इस भवन क� चार� ओर �क�ित की खूबसूरती आपको देखने को िमलेगी ।
हांडी खोह : यह 300 फ�ट की खाई है । घने जंगल� से होकर यहां पहुंचना होता है । इस जगह का पौरािणक मह�व भी है । कहा जाता है िक भगवान िशव ने यहां एक बड़� रा�स �पी सांप को च�ान क� नीचे दबा िदया था । इसी वजह से इस जगह को यह नाम िमला । यहां पर �यू �वाइंट भी है । आपको इस �वाइंट से घाटी का पूरा नजारा िदखेगा ।
जटाशंकर गुफा : यह गुफा पचमढ़ी से ड�ढ़ िकमी की दूरी पर ��थत है । यहां तक पहुंचने क� िलए आपको क�छ दूर पैदल चलना होगा । बीच म� मंिदर है जहां पर िशविलंग �ाक�ितक �प से बना हुआ है । च�ान पर हनुमान की मूित� है और पास ही हाप�र गुफा भी ।
पांडव गुफा : मा�यता है िक वनवास क� दौरान पांडव� ने पचमढ़ी म� क�छ व�त गुजारा था । यहां पर महाभारत क� समय की पांच गुफाएं ह� । इसम� �ोपदी कोठरी , भीम कोठरी �मुख ह� । क�छ पुरात�विवद� का कहना है िक गुफाएं गु�त काल की ह� और इ�ह� बौ� िभ�ु� ने साधना क� िलए बनवाया था ।
अ�सरा िवहार : पांडव गुफा आपका अंितम पड़ाव नह� है । आप यहां से क�छ आगे बढ़�गे तो आपको एक ताल नजर आएगा । इस ताल म� एक झरना आकर िगरता है । इसकी गहराई 30 फ�ट है । इसिलए पानी देखते ही उछलक�द मत शु� कर दीिजएगा ।
अब काहे सोच म� पड़� ह� । सोचते ही रह जाएंगे और टाइम िनकल जाएगा । इसिलए समय मत गंवाइए और अबकी गम� की छ�ि�य� को यादगार बनाना चाहते ह� तो बैग पैक कर लीिजए ।
June , 2018 g
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