घुम�कड़ी
हािस�ली िह�स : ह�रयाली ने डाला ड�रा
जै
सा म� पहले ही कह चुका हूं िक आं� म� घूमने की ढ�र सारी जगह� ह� । इसिलए
समय बचाकर रिखए �य�िक अभी हािस�ली िह�स की वािदयां आपको बुला रही ह� । हािस�ली िह�स आं� �देश क� िच�ूर िजला शहर मदनप�ली क� पास है । 1870 म� ि�िटश कले�टर ड��यू . डी . हास�ली क� नाम से इस का नाम हािस�ली िह�स पड़ गया । इसक� अलावा �थानीय लोग इसे एनुगु म�ल�मा क�डा क� नाम से भी जानते ह� । हािस�ली िह�स क� ऊ�चे पॉइंट से पय�टक आसपास फ�ली हुई ह�रयाली क� साथ साथ गुलमोहर , ऑलमांड , रीठा , आंवला , बीड़ी क� प�े , �लू गम , नीलिगरी और चंदन क� पेड़� को भी देख सकते ह� । क�िड�य व�यजीव अभयार�य , पया�वरण पाक� और म�लामा मंिदर हािस�ली िह�स म� घूमने क� िठकाने ह� । गंगो�ी झील म� आप बोिट�ग का आन�द भी ले सकते ह� । आप यहां कभी भी आ सकते ह� । पारा यहां कभी बेकाबू नह� होता ।
ब�गलु� और ित�पित हवाई अ�� हािस�ली िह�स तक पहुंचने क� सबसे नजदीकी हवाई अ�� ह� । ब�गलु� हवाई अ�ा 160 िकलोमीटर और ित�पित हवाई अ�ा यहां से 165 िकमी दूर ह� । यहां का नजदीकी रेलवे �ट�शन मानपाली है । हािस�ली िह�स सड़क माग� से जुड़ा है और रा�य प�रवहन िनगम की बस� से भी यहां पहुंचा जा सकता है ।
बादामी गुफाएं : मंिदर ही मंिदर है यहां
दि�ण भारत की सैर पर िनकले ह� और कना�टक न आएं ऐसा हो नह� सकता । रा�य म� मेहमान� क� सैर सपाट� क� बहुत सारे अ�� ह� लेिकन अगर सक�न से व शोर शराबे से दूर क�छ समय िबताना हो तो कना�टक क� बादामी शहर आ जाइए । यहां पुराने समय क� मंिदर और इमारत� िमल�गी जो यहां की स�यता व इितहास से आपकी मुलाकात करवाएंगी । यहां की गुफा मंिदर पय�टक� क� िलए आकष�ण का क��� ह� । यहां चार गुफा मंिदर ह� िजनम� से तीन िहंदू मंिदर ह� तथा एक जैन मंिदर है । पहला गुफा मंिदर भगवान िशव पर क����त है । बादामी म� तीन िशव मंिदर ह� िजनम� से मालेग�ी िशवालय सबसे अिधक �िस� है । िशवमंिदर म� 18 फ�ट ऊ�ची नटराज की मूित� है िजसकी 18 भुजाएं ह� जो अनेक नृ�य मु�ा� को दशा�ती है । अ�य �िस� मंिदर भूतनाथ मंिदर , म��लकाजु�न मंिदर और द�ा�य मंिदर ह� । बादामी म� एक िकला भी है िजसम� कई मंिदर भी ह� । पय�टक यहां रॉक �लाय��बंग का आनंद भी उठा सकते ह� । ब�गलु� से बादामी क� िलए कई साधन उपल�ध ह� ।
इड��की : आकष�ण म� बांध लेते ह� यहां क� बांध
खू
बसूरती और �ाक�ितक संसाधन� से भरपूर इड��की को क�रल का पावर हाउस कहा जाता है । हरे भरे जंगल� और पहाड़� से िघरे इड��की म�
देश की सबसे ऊ�ची चोटी अनामुडी है जो पय�टक� क� िलए आकष�ण का क��� है । इस चोटी क� अलावा 13 और चोिटयां ह� जो यहां की खूबसूरती म� चार चांद
लगाती ह� ।
यहां आक� बांध भी है जो दुिनया क� बड़� बांध� म� से एक है । क�लामावू बांध व चे�थनी बांध भी सैलािनय� को अपनी ओर ख�चते ह� । इ�ह� बांध� क� कारण इड��की को क�रल का पावर हाउस कहा जाता है । यहां पूरे क�रल म� खच� होने वाली िबजली का 66 �ितशत उ�पादन होता है । एक मह�वपूण� िहल
�ट�शन रमाकलमेड� म� एक िवंड एनज� �ट�शन है । जहां शानदार हवा बहती है और इस हवा का भरपूर उपयोग िबजली बनाने म� िकया जाता है । मलंकारा जलाशय घूमने का अपना अलग मजा है जहां आप नाव की सैर क� साथ मछली पकड़ने का शौक भी पूरा कर सकते ह� । इन सबक� अलावा यहां मंगला देवी और अ�माला का मंिदर है जहां जाया जा सकता है ।
व�य जीव �ेिमय� क� िलए भी यहां बहुत क�छ है । यहां कई रा��ीय उ�ान ह� जहां नीलिग�र तहर , नीलिग�र जंगली कबूतर , गौर , ब�गनी �ाग टाइगर , सफ़�द बड़ी िगलहरी , हाथी और सांभर िहरण देखे जा सकते ह� । थेकाडी प�ी अभयार�य या सलीम अली प�ी अभयार�य म� पि�य� व कई �कार क� सांप� और जानवर� का बसेरा है । आप यहां �े रंग क� जंगली उ�लू , मालाबार �े हॉन�िबल , गुलाब िब�ड रोलर , लाल गले का बाब�र , ���ट�ड सप�ट ईगल , �ेट इंिडयन हॉन�िबल और फ�यरी �लूबड� जैसे पि�य� को देख सकते ह� । बागान म�र�क�िड म� चाय और कॉफी की खुशबू हवा म� तैरती है । नेदु�क�दम िहल मसाल� की तमाम िक�म� क� िलए जाना जाता है । यहां काली िमच� और इलायची की खेती की जाती है । g
14 July , 2018