हम सबका कभी न कभी ऐसा मन जVर करता है िक सब
छोड़कर िकसी ऐसी जगह पर जाया जाए, जहां न कोई
टGशन हो और न कोई F9स। ऐसे ड9Wटनेशन पॉइंट पर
अगर अपनी हेAथ को इंMूव करने का मौका भी िमले तो
बात ही अलग होती है। आज क समय म इEहQ जVरत?
को Xयान म रखकर वेलनेस ट+-र.म की िडमांड बढ़ रही
है। इंिडया म भी इसको लेकर काफी अवेयरनेस है। यहा
की पंचकमाD व आयुवSिदक थेरेपीज पूरी दुिनया म फ मस
ह7। अगर आपको भी अपनी सेहत की िचंता है, तो यहा
कई ऐसे ड9Wटनेशन ह7, जहां पहुंचकर खुद को िफट रखा
जा सकता है।
#या है वेलनेस ट%&र'म का फ(डा
आज क समय म हर इंसान िकसी न िकसी Vप से अपनी
लाइफटाइल को लेकर िचंितत है। इन सबक बीच वो
ऐसे लYह? को तलाशता है जहां कZछ समय का सुक'न
हो। इसी को देखते हुए ही िवRवतर पर वेलनेस ट+-र.म
का कांसे[ट चलन म आया है। इंिडया म वेलनेस ट+-र.म
एक बड़ा सेBटर बनकर उभरा है। ट+-रट सिवDस Mोवाइडर
भी इसको लेकर कई पैक ज Mोवाइड करा रहे ह7। वेलनेस
ट+-र.म क \े] म हेAथ Fीटमट, पा, ऑBयुपेशनल हेAथ
थेरेपी, _यूटी FीटमCस, Wप-रचुअल एWBटिवटीज, मसाज
व -रहैिबिलट9शन Mो`ाम जैसी सिवDसेज दी जा रही ह7।
इंिडया की बात कर तो यहां भी इस सेBटर ने तेजी पकड़ी
है, साउथ इंिडया म आयुवSिदक थेरेपीज व योग सटसD पर
.यादा फोकस िदया जा रहा है।
ऋिषकश: सुक न क बीच खुद को
रिखए िफट
उराखंड क ऋिषक श का नाम आते है िदमाग म सबस
पहले ऐसी जगह की तवीर उभरती है, जहां का ताजगी स
भरा माहौल आपक अंदर नई जान फ'(क देता है। ऋिषक श
वेलनेस ट+-र.म का फ वरेट हॉटपॉट भी है। बड़ी सं1या म
यहां ट+-रट नेचर का लु5फ उठाने आते ह7। यहां आपको
कई मेिडट9शन सटर िमल जाएंगे, जहां रहकर आप खुद
म काफी बदलाव महसूस करगे। ऋिषक श म नेचर क
करीब रहने क साथ ही यहां फ'ल-पौध? व जड़ी बूिटय?
क बारे म अपनी जानकारी को बढ़ा सकते ह7। मेिडट9शन
सटर म हेAथ एBसपCसD, EयूिFशिनट, FGड डॉBटसD,
योगा एBसपCसD आपको िफट रखने म मददगार सािबत
हो सकते ह7। साथ ही आप अपने रेHयुलर Iटीन म भी
इनका इतेमाल कर अपनी लाइफ को बेहतर कर सकत
ह7। ऋिषक श म करीब 80 तरह क पा Mोवाइड कराए
जाते ह7, िजसम पुरानी पNितय? पर आधा-रत पा बॉडी
आपको काफी -रलेBस फील कराएंगे।
कोवलम: जहां चलता है आयुव!द का
जाद
वेलनेस ट+-र.म की बात हो और क रल का िजP न
आए, ऐसा मुमिकन नहQ है। क रल का कोवलम अपन
टॉप वेलनेस सटसD क िलए पूरे िवRव म फ मस है। यहा
आयुवSिदक थेरेपी F9स दूर करने का सबसे आसान
और अTछा तरीका है। इतना ही नहQ, अEय थेरेपी म
December, 2018
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