भारत का
िमनी
व
ज़रलड : तुंगनाथ
यहां की हरयाली
सबसे िनराली
उ
राखड की वािदय
और झील
क बारे म सोचकर ही गम का एहसास
कम होने लगता है। चार
ओर से कोहरे की चादर लपेट% हुए पहाड़ पय(टक
को अपनी ओर ख*च ही लेते ह+। तुंगनाथ चोपता कदारनाथ वाइ/डलाइफ
सचुरी का िह1सा है। यहां की 2ाक3ितक खूबसूरती-ह6रयाली और घने जंगल
आपको आनंिदत कर दगे। यहां की हवा म एक अलग सी ही नमी है, यहां आपको एक
अलग ही दुिनया िदखाई देगी। बारह से चौदह हजार फ=ट की ऊ?चाई पर बसा ये इलाका
गढ़वाल िहमालय की सबसे खूबसूरत जगह
म से एक है।
इसे िमनी A1वBज़रल+ड क नाम से भी जाना जाता है। इसे ये उपािध अपनी लुभावनी
2ाक3ितक सुंदरता और हरे भरे घास क मैदान
िजसे बुGय/स भी कहा जाता है, क
िलए िमली है। पय(टक यहाँ से चौखIबा, िJशूल और नंदा देवी जैसी पव(त LृंखलाN का
शानदार नजारा देख सकते ह+। सबसे खास बात ये है िक पूरे गढ़वाल OेJ म यह अकला
OेJ है जहां बस से बुGयाल
(ऊ?चाई वाले 1थान
पर मील
तक फQले घास क मैदान) म
सीधे आप जा सकते ह+।
ऋिषकश से गोपेUवर या िफर ऋिषकश से ऊखीमठ होकर यहां पहुंचा जा सकता
है। गोपेUवर से चोपता चालीस िकलोमीटर और ऊखीमठ से चौबीस िकलोमीटर की दूरी
पर है। यह पूरा पंचकदार का OेJ कहलाता है। WX2याग पहुंचने पर यिद ऊखीमठ का
रा1ता लेना है तो अलकनंदा को छोड़कर मंदािकनी घाटी होते हुए जाना होगा। ये रा1ता
बहुत ही खूबसूरत है। इस पर आगे चलकर अग1Zय मुिन नामक एक छोटा सा क1बा
है जहां से िहमालय की नंदाखाट चोटी क दश(न होने लगते ह+।
तुंगनाथ मंिदर
चोपता की ओर बढ़ते हुए रा1ते म बांस और बुरांश का घना जंगल और मनोहारी दृUय
पय(टक
को लुभाते ह+। चोपता समुXतल से बारह हज़ार फ=ट की ऊ?चाई पर है। यहां स
तीन िकमी की पैदल याJा क बाद तेरह हज़ार फ=ट की ऊ?चाई पर तुंगनाथ मंिदर है, जो
पंचकदार
म एक कदार है। ये िवUव का सबसे ऊ?चा मंिदर है। यह मंिदर 1000 वष( स
भी अिधक पुराना माना जाता है और भगवान िशव को समिप(त है। िहमालय क खूबसूरत
नजार
क बीच ये मंिदर पय(टक
क िलए आकष(ण का क^X है। मंिदर क 2वेश _ार
पर भगवान िशव क परम भ`त “नंदी” की मूित( बनी हुई है। तुंगनाथ मंिदर क बारे म
यह माना जाता है िक यह मंिदर पांडव
_ारा भगवान िशवजी को 2सa करने क िलए
बनाया गया था जो िक क=WOेJ म बड़% पैमाने पर र`तपात से नाराज हो गए थे। क=छ
लोग
का मानना ये भी है िक यह* रावण ने अप ने पाप
का 2ायAUचत िकया था।
देवरया ताल
तुंगनाथ से नीचे जंगल की खूबसूरत रज और घाटी का जो नजारा िदखता है, वो बहुत
ही अनूठा है। चोपता से करीब आठ िकलोमीटर दूर चलने पर आप देव6रया ताल
पहुंच जाएंग। ये तुंगनाथ मAbदर क दिOण िदशा म है। इस ताल की खािसयत ये है िक
इसका पानी इतना साफ है िक इसम चौखIभा, नीलकठ आिद िहमाcछािदत चोिटय
क 2ितिबIब साफ नजर आते ह+। इस सरोवर का क=ल dयास पांच सौ मीटर है। इसक
चार
ओर बांस व बुरांश क सघन वन ह+ तो दूसरी तरफ एक खुला सा मैदान है। तुंगनाथ
मंिदर की वा1तुिश/प शैली गुeतकाशी, मfयIहेUवेर और कदारनाथ म मंिदर
क समान
है। मंिदर की वा1तुकला उरी भारतीय शैली से िनिम(त है और मंिदर क आसपास
अनेक देवताN क कई छोट%-छोट% मंिदर ह+ ।
ठहरने की जगह
गोपेUवर और ऊखीमठ, दोन
जगह गढ़वाल मडल िवकास िनगम क िवLामगृह
ह+। इसक अलावा 2ाइवेट होटल, लॉज, धम(शालाएं भी ह+ जो आसानी से िमल जाती ह+।
चोपता म भी आपको रहने की सुिवधा िमल जायेगी, यहां 1थानीय लोग
की दुकान भी ह+।
तुंगनाथ क आस-पास
यहां क पास म ही कदारनाथ मंिदर भी है, जो िक मंदािकनी नदी क पास A1थत है। यह
मंिदर पंच कदार म से एक है जो िक िहंदुN क िलए एक 2मुख धािम(क क^X है। मंिदर म
1थािपत िशविलंग 12 iयोित(िलंग
म से एक है। इसक अित6र`त, इस मंिदर म भगवन
िशव की लगभग 200 मूित(यां ह+। मfयमहेUवर मंिदर, क/पेUवर मंिदर और क?चुला
कोरक क1तूरी मृग अभयारय भी आप घूम सकते ह+, ये सब आस-पास ही ह+।
कसे पहुंच
सबसे नजदीकी रेलवे 1ट%शन ऋिषकश म A1थत है जो की चोपता स
202 िकमी की दूरी पर A1थत है। यह 1ट%शन राजधानी नई िद/ली
सिहत 2मुख भारतीय शहर
से अcछी तरह से जुड़ा हुआ है। यािJ
सय
रेलवे 1ट%शन से िहल 1ट%शन पहुंचने क िलए टjA`सय
को िकराए पर ले सकते ह+। अगर आप हवाई
याJा कर रहे ह+ तो देहरादून म A1थत जॉली kांट
हवाई अlा चोपता से 226 िकमी की दूरी पर A1थत
सबसे िनकटतम हवाईअlा है। नई िद/ली म इंिदरा ा
गांधी अंतरा(noीय हवाई अl% से यहां क िलए िनयिमत त
pलाइBस उपलqध ह+।
April-May, 2018
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