eMag_June2021_Dalit Andolan | Page 12

ककृ ति कानदून और आंदोलन
राज्यों में भाजपा का बढ़ता कद
देश और जनता के लिए समतपजित है भाजपा

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कारण देश पर आर्थिक रूप से अतिरिकत बोझ पड़ा है । लॉक डाउन के कारण आर्थिक गलतल्वलधरों के थमने से अर्थव्यवसथा पर नकारातमक असर देखा जा रहा है । लेकिन यह अस्थायी रूप से है । आने ्वाले समय में अर्थव्यवसथा जिस तरह से अपने पैर फैलाएगरी , उसका सकारातमक असर पूरे ल्वश्व का नजर आएगा ।

ककृ ति कानदून और आंदोलन

प्रधानमंत्री मोदरी ने पिछले ्वर्ष नए कृषि कानूनों का लागू किया था । लेकिन कृषि उतपादों करी दलालरी से करोड़ों रूपये हासिल करने ्वाले दलालों को ल्वपक् ने जिस तरह से मोहरा बना कर कथित कृषि आंदोलन प्रारमभ कराया था , ्वह आंदोलन छह माह से लगातार जाररी है । हालांकि नरारालय के अनुरोध पर नए कानूनों के क्रियान्वयन को तो रोक दिया गया , लेकिन मोदरी सरकार ने किसानों से होने ्वालरी कृषि उतपादों करी खररीद का भुगतान सरीधे किसानों के बैंक खाते में भेजने और कृषि उतपादों को खुले बाजार में बेचने समबन्धी व्यवसथा में किसरी भरी तरह का संशोधन करने से इंकार कर दिया । इसका परिणाम ल्वशेषकर पंजाब , राजसथान और हरियाणा में देखा जा सकता है । तरीनों राजरों के किसानों को पहलरी बार जहां सरकाररी खररीद का पैसा सरीधे खाते में मिला , ्वहीं सरकाररी केंद्रों में मिलने ्वाले उपज के दाम से कहरी जरादा दामों पर खुले बाजार में बेचने ्वाले किसानों के भरी चेहरों पर भरी ्वह रौनक देखरी जा सकतरी है , जो अब तक कृषि उतपादों करी दलालरी करने ्वालों के चेहरों पर हरी नजर आतरी थरी । इसके बा्विूद किसानों के नाम पर दलालों का एक ्वग्य लगातार धरना- प्रदर्शन करके दबा्व बनाने करी असफल कोशिश लगातार कर रहा है । लेकिन केंद्र सरकार ने भरी सपषट कर दिया है कि कृषि कानूनों के माधरम से देश के किसानों करी आय बढ़ने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इसमें किसरी भरी तरह का समझौता फ़िलहाल किसरी के साथ नहीं किया जायेगा । भाजपा ल्वरोधरी
राजनरीलतक दल लगातार किसानों को भड़काने करी कोशिश में जुटे हैं ।

राज्यों में भाजपा का बढ़ता कद

पिछले एक ्वर्ष के दौरान दिल्ली , बिहार , बंगाल , असम , तमिलनाडु , केरल और पुडुचेररी में ल्वधानसभा चुना्व हुए । इन चुना्वों में जहां भाजपा को दिल्ली में हार का सामना करना पड़ा । लेकिन बिहार , असम और पुडुचेररी में भाजपा जहां अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाने में सफल रहरी , ्वहरी बंगाल में पाटटी तरीन सरीटों से बढ़कर 77 सरीट तक पहुंच गररी । तमिलनाडु और केरल में पाटटी ने अपने जनाधार को और मजबूत किया है । इसके ल्वपररीत ल्वपक्षी दलों ल्वशेषकर कांग्ेस के सामने अपना जनाधार बचाने करी चुनौतरी आ खड़री हुई है । पाटटी को मिलरी सफलता में मोदरी सरकार करी उस सकारातमक ल्वकास्वादरी राजनरीलत का
सबसे बड़ा योगदान है , जिस ल्वकास्वादरी राजनरीलत ने पिछले सात ्वर्ष के दौरान भारत करी दिशा और दशा बदलने का कार्य किया है । बदलतरी राजनरीलत , बदलतरी कार्य संसकृलत और भ्षटाचार में अंकुश का स्वा्यलधक लाभ गररीब , दलित , ्वन्वासरी और ्वंचित ्वग्य करी जनता को मिला है और उनके हालात पहले से बेहतर होते जा रहे हैं । इसरीलिए पाटटी का राष्ट्रीय सतर पर कद और जनाधार बढ़ता जा रहा है । पांच राजरों के ्वत्यमान चुना्व परिणाम भरी पाटटी करी बढ़तरी भूमिका को दर्शाने के लिए काफरी हैं ।

देश और जनता के लिए समतपजित है भाजपा

कोरोना संक्रमण से उतपन्न हुए खतरों से निपटने के लिए भारतरीर जनता पाटटी ( भाजपा ) भरी कहरी से परीछे नहीं है । पाटटी के बारह करोड़ से अधिक कार्यकर्ता अपने-अपने ढंग से आम जनता हेतु राहत ए्वं सहायता कार्य में लगे हुए
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