eMag_July2022_DA | Page 22

doj LVksjh

उम्मीदवाररी में है । झारखणड मुक्ि मोर्चा के लिए द्ौपदरी मुर्मू के खिलाफ मतदान करना आसान नहीं होगा । राष्ट्रपति चुनाव के आदिवासरी वोटर देश के अलग-अलग तह्सों में हैं । पूिवोत्र में भरी इसका असर देखने को मिल सकता है । देश में यूपरीए से दूररी रखने वाले जो विपक्षरी दल हैं जैसे अकालरी दल , बरीजेडरी , टरीआरएस , वाईएसआर कांग्ेस , टरीडरीपरी- वे द्ौपदरी मुर्मू के नाम पर एकजुट होंगे तो इसकरी एक वजह ओडिशा से होने करी वजह से बरीजेडरी का तनकशचि प्राय समर्थन है । अब बरीजेडरी भरी राष्ट्रपति चुनाव में द्ौपदरी मुर्मू के लिए वोट मांगिरी नज़र आएगरी और इसका असर विपक्ष के इस धड़े पर पड़ेगा । यहां तक कि महिला और आदिवासरी उम्मीदवार होने करी वजह से बरीएसपरी का वोट भरी द्ौपदरी मुर्मू को मिलना तय मानिए । आम आदमरी पाटटी के रुख करी प्रिरीक्षा जरूर रहेगरी जिनका यशवनि सिनहा और तृणमूल कांग्ेस से अचछा संबंध रहा
है लेकिन पाटटी ने ममता बनजटी करी बुलाई बैठक से बाहर रहने का फैसला किया था । इस वजह से आम आदमरी पाटटी के रुख पर सबकरी नज़र है । यशवनि सिनहा के नाम पर यूपरीए में शामिल दलों के अलावा तृणमूल कांग्ेस , समाजवादरी पाटटी , शिवसेना और वामपंथरी दल हरी इकट्ठे होते नज़र आते हैं । इनमें भरी यशवनि सिनहा का कोई योगदान नहीं दिखता । किसरी भरी उम्मीदवार के नाम पर यह गोलबंदरी तनकशचिप्रार थरी ।
एकतरफा हुआ राष्ट्रपति चुनाव
वर्तमान राष्ट्रपति चुनाव अब एकतरफा हो गया लगता है । बरीजेपरी के पास लगभग 49 फरीसदरी वोट हैं । जबकि , यूपरीए और उसे समर्थन देिरी दिख रहरी विपक्षरी पार्टियों के पास बमुकशकल 36 प्रतिशत वोट नज़र आते हैं । विपक्ष में शेष क्षेत्ररीय पार्टियों के पास भरी कररीब 15 प्रतिशत
वोट हैं । ऐसा लगता नहीं है कि ये वोट यशवनि सिनहा करी ओर रुख करेंगे । ऐसे में वर्तमान राष्ट्रपति का चुनाव भरी लगभग वैसा हरी होता दिख रहा है जैसा पिछलरी दफा हुआ था । तब रामनाथ कोविंद और मरीरा कुमार के बरीच लगभग 65-35 फरीसदरी वाला मुकाबला हुआ था । महाराष्ट्र करी सियासत में आया भूचाल राष्ट्रपति चुनाव में एनडरीए उम्मीदवार के लिए मददगार साबित हो सकता है । यूपरीए करी चेयरपर्सन सोनिया गांधरी का बरीमार होना और राहुल गांधरी से ईडरी करी जाररी पूछताछ का असर भरी राष्ट्रपति उम्मीदवार के चयन में दिखा है । अगर यूपरीए करी चलिरी तो यशवनि सिनहा तो कतई उनकरी पसंद बनकर नहीं उभरते । उम्मीदवार के चयन में तनकशचि रूप से विपक्ष पर भाररी पड गया है एनडरीए । राष्ट्रपति चुनाव तो विपक्ष हार हरी रहा है , उसकरी वैचारिक हार भरी होिरी दिख रहरी है । �
22 tqykbZ 2022