eMag_Aug2021_DA | Page 14

विपक्ष के साथ भारत विरोधी शवतियों की लितिता
घटना जनाधार , बढ़ता आक्ोश

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आवश्क वस्तु ( संशोधन ) कयानून-2020 शयालमि हैं । लेकिन कृषि की आड़ में उपज की दियािी करने वयािे ततव तीनों कयानूनों के विरोध में पिछले कई मयाह से धरनया-प्रदर्शन कर रहे हैं । इन कथित किसयानों को कयांग्रेस , वयामपंथी , त्याकथित लिबरल और सेक्युलर ततवों के सया् ही अन् विपक्ी दल हवया देकर अपने रयाजनीतिक सवया्गों को पूरया करने के लिए एकजतुट हैं । कृषि कयानूनों के पयारित होने के बयाद से ही कयांग्रेस सहित अन् विपक्ी दल किसयानों को भ्रमित करने में िरयातयार जतुट़े हैं । लेकिन कृषि कयानूनों की आड़ में रयाजनीतिक सवया्गों के लिए किए जया रहे आंदोलन कया सच जनतया के सया् ही किसयानों के सयामने आ ितुकया है ।
कया जनयाधयार िरयातयार घट रहया है । अपनी वैियारिक प्रतिबदतया कया दयावया करने वयािे वयामपंथी सत्तया के लिए हर तरह कया समझौतया करने में लगे हैं । कयांग्रेस ने कई दशकों तक सत्तया तो संभयािी , पर देश की रयाजनीति को जयालत , धर्म , वर्ग एवं परिवयारवयाद के खयानों में बयांट लद्या । अपनी सत्तया को अडिग रखने के लिए कयांग्रेस ने जहयां वयामपंथियों , जयालतरत और धर्म के आधयार पर रयाजनीति करने वयािों को अपने खेमे में बनया्े रखने के लिए भ्रषटयाियार और जोड़-तोड़ कया सहयारया लि्या , वहीं देश के विकयास के नयाम पर अमीरी-गरीबी की खयाई को जयानबूझकर बनयाए रखने में कोई कमी नहीं छोड़ी । यही कयारण रहया कि कयांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वयारया पोषित
कांग्ेस , वामपंथी दल और उनके सहयोगियों का जनाधार लगातार घट रहा है । अपनी वैचारिक प्रतबद्धता का दावा करने वाले वामपंथी दल सत्ा के लिए हर तरह का हथकं डा अपनाने में लगे हुए हैं । कांग्ेस ने कई दशकों तक सत्ा तो संभाली , पर देश की राजनीति को जाति , धर्म , वर्ग एवं परिवारवाद के खानों में बांट दिया ।
भयारतीय रयाजनीति न तो देश में कोई विशेष परिवर्तन िया पया्ी और न ही विदेशों में भयारत की छवि को लेकर कोई चमत्कार कर सकी । देखया जयाए तो भयाजपया विरोधी दलों के पयास विकयासवयादी एजेंड़े की कोई कयाट नहीं है और न ही वह विकयास के मतुद्े पर जनतया के सयामने खतुि कर आ पया रहे हैं । ितुनयावी रयाजनीति में िरयातयार मिल रही असफलतया कया परिणयाम यह है कि विपक्ी दल हतयाश हो ितुके हैं । हतयाशया के कयारण पैदया हतुए आक्ोश के कयारण पूरया विपक् एकजतुट होकर मोदी सरकयार को हटयाने कया सवप् देख रहया है ।
विपक्ष के साथ भारत विरोधी शवतियों की लितिता
मोदी सरकयार के कया््गकयाि में भयारत की बदलती छवि और वैलशवक सतर पर भयारत के बढते कदमों को रोकने के लिए भयारत विरोधी शक्तियां बड़ी तीव्र गति से सलक्् हैं । भयारत विरोधी शक्तियां जहयां विदेशी मंचों पर भयारत के विरुद कया््ग कर रही हैं , वहीं भयारत की
विपक् ने नए मतुद्े के रूप में पेरयासस सॉफटवेयर और जयासूसी के मसले को न्या हल््यार बनयाकर संसद के मयानसून की कया््गवयाही को बयालधत करके अपनी हतयाशया को फिर सयामने रखया है । मयानसून सत्र के कया््गवयाही प्रयारमभ होने से ठीक पहले विदेशी मीलड्या के मयाध्म से पेरयासस जयासूसी प्रकरण कया खतुियासया होनया और फिर आननफयानन में विपक् द्वयारया इस मसले पर केंद् सरकयार पर गंभीर आरोप िरयाकर संसद को टपप कर देनया , विपक्ी रणनीति कया सपषट रूप से खतुियासया करतया है । विपक् के नेतयाओं को पतया है कि उनके पयास सरकयार को सदन के भीतर घेरने के लिए कोई मतुद्दा नहीं है । ऐसे में प्रया्ोजित मतुद्ों को उठयाकर मोदी सरकयार पर सिर्फ आरोप िरयानया विपक् की रणनीति के रूप में देखया जया सकतया है ।
घटना जनाधार , बढ़ता आक्ोश
कयांग्रेस , वयामपंथी दल और उनके सहयोगियों
14 दलित आंदोलन पत्रिका vxLr 2021