Education in Delhi Schools: Rhetoric vs. Reality Delhi-School-Education-Rep-June-2018 | Page 36
शकायत – COMPLAINTS
While running its education awareness campaigns, RMN Foundation receives
hundreds of complaints from school students and parents. Some of the common
complaints are listed below.
शकायत
ट चर लास म नय मत प से नह ं आता
लास म पढ़ाने क बजाए ट चर एक द स
रे के साथ ग प लगाते ह
ट चर लास म मोबाइल फ़ोन पर बात करता ह
ट चर लास म मोबाइल फ़ोन क तार कान म लगा कर फ़ मी गाने इ या द स न
ता ह
ब चे के सवाल प छ
ने पर ट चर ब चे को डांडता या मारता ह
ट चर को अ छ तरह पढ़ाना नह ं आता
ट चर या ख द
ाइवेट य श
न पढ़ाता है या ब च को ाइवेट य श
न पढ़ने को कहता ह
ट चर अपनी जगह कसी और को पढाने के लए लास म भेजता ह
ट चर कं य ट
र लैब नह ं खोलता
ट चर कसी तरह क र वत मांगता ह
ट चर पर ा म टूड स को नकल करवाता ह
कूल बना पढ़ाए ब चे को अगल लास म करते जा रहे ह
ट चर लास म बहुत यादा खाँसी करता है या उसे कोई ऐसी आदत है जो ब च के लए
ठ क नह
● ट चर शराब या बीड़ी– सगरे ट पीता ह
● सरकार कूल ट चर का अपना ब चा ाइवेट कूल म पढ़ता ह
● कूल मैनेजमट कमेट (school management committee) ठ क नह ं चलती
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Education in Delhi Schools: Rhetoric vs. Reality. Research Report by Rakesh Raman. June 2018. Page 35 of 52