संपादकीय
एसआइआर विरोध के नाम पर राजनीतिक जमीन बचाने में जुटे विपक्ी दल ns
श के विपक्षी दल, विशेष रूप से कांग्ेस लगातार झूठ बोल कर जनता को भ्रमित करने का वैसा हषी प्रयास कर रहषी है, जैसा दशकों से करतषी आ रहषी थषी । संसद के अंदर और संसद के बाहर कांग्ेस और उसके सहयोगषी बारह राजयों में जारषी मतदाता सूचषी के विशेष सघन पुनरीक्षण( एसआइआर) का विरोध करते हुए गलतबयानषी कर रहषी है । बिहार चुनाव के लगभग एकतरफा परिणामों के बाद हो रहषी एसआइआर कषी प्रकिया को लेकर राजधानषी दिल्ली के रामलषीला मैदान में विशाल रैलषी में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदषी का विरोध करने के लिए गालषी-गलौच वालषी भाषा का प्रयोग किया गया, उसे लोकतंत् में किसषी भषी तरह से सहषी नहीं कहा जा सकता है ।
कांग्ेस लगातार यह आरोप लगा रहषी है कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री मोदषी के इशारे पर काम कर रहा है और लोकतंत् के साथ विपक्षी दलों कषी जिषीनषी भूमि को खति करने में जुटा है । कांग्ेस के नेताओं का यह भषी आरोप है कि बिहार के बाद बारह राजयों में मतदाताओं के कुछ िगगों को निशाना बनाकर मतदाता सूचषी से उनके नाम काटे जा रहे हैं । ऐसे में प्रश्न उठाना सिाभाविक है कि आखिर कांग्ेस को ऐसे कौन से मतदाताओं को हटाने पर आपवति है, जिसके लिए वह सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री को गालषी दे रहे हैं? उतिर बहुत हषी सपषट हैं । आधिकारिक रूप से मतदाता सूचषी को ठषीक करने का काम कांग्ेस सहित उन विपक्षी दलों को समझ नहीं आ रहा है, जिनके लिए देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठिएं वोट बैंक का काम करते हैं । अवैध बांगलादेशषी नागरिकों के साथ हषी रोहिंगया मुससलिों कषी एक बड़षी संखया देश में िषगों से रह रहषी है । सभषी ने अवैध कागजातों के साथ अपने नाम मतदाता सूचषी में दर्ज करा रखे हैं और विभिन्न सरकारषी योजनाओं का लाभ अवैध रूप से उठा कर देश के नागरिकों को उनके लोकतांवत्क हक से वंचित करते आ रहे हैं । लेकिन इस सच को स्वीकार करने के सथान पर कांग्ेस और उनके सहयोगषी चुनाव आयोग के विरुद्ध अनर्गल प्रलाप करने में
जुटे हैं । जबकि चुनाव आयोग यह बात कई बार सपषट कर चुका है कि एसआइआर वाले सभषी राजयों के राजनषीवतक दल अपने-अपने सतर से आयोग से संपर्क कर सकते हैं, जहां उनहें लगता है कि किसषी भषी योगय मतदाता का नाम सूचषी में शामिल नहीं है । यह प्रवरिया बिहार में हुई, पर किसषी भषी नागरिक ने सामने आकर यह आरोप नहीं लगाया कि उसका नाम गलत तरषीके से सूचषी में से हटा दिया गया है । बिहार में भषी कांग्ेस सहित अनय विपक्षी दल के कार्यकर्ता, बषीएलओ और जिला, शहर, तथा बलाक अधयक् निरंतर जनता के बषीच में सवरिय रहे, लेकिन किसषी भषी तरह गलतषी को सामने लाने में असफल रहषी रहे । देश के असलषी मतदाताओं को हटाने या फजजी मतदाताओं को शामिल करने के तमाम आरोप लगा रहे विपक्षी दल उच्चतम नयायालय में भषी अपने किसषी भषी आरोप को सहषी सिद्ध करने में असफल रहे ।
प्रश्न यह भषी है कि जब कांग्ेस सतिा में थषी, उस समय भषी चुनाव आयोग ने एसआइआर कषी प्रवरिया के माधयि से कई बार मतदाता सूचषी को संशोधित करने का काम किया था । लेकिन ततकालषीन समय में कांग्ेस सहित अनय दलों ने कोई आपवति नहीं कषी थषी और न हषी आयोग पर आरोप लगाया था, तो पुनः उसषी प्रवरिया को लेकर कांग्ेस एवं अनय विपक्षी दल‘ वोट चोरषी’ का आरोप कयों लगा रहा हैं? ऐसे में कांग्ेस के सहयोगषी एवं कश्मीर के नेता उमर अबदुलला का यह बयान अब सभषी के सामने हैं कि वह कांग्ेस के वोट चोरषी आरोप से सहमत नहीं हैं और न हषी इस मुद्े पर कांग्ेस या अनय किसषी विपक्षी दल के साथ हैं । तो अब कांग्ेस और उनके सहयोगियों को विचार करना हषी होगा कि सच कया है और झूठ कया है? अगर वह ऐसा नहीं करते है तो जलद हषी जनता उनकषी असलियत को जान और समझ कर उनकषी राजनषीवतक जिषीन को साफ कर देगषी, ऐसे में विपक्षी दल बस आरोप-प्रतयारोप हषी करते रहेंगे और जनता उनको सतिा से बार-बार दूर करतषी रहेगषी ।
fnlacj 2025 3