जो अब हो रहा है देश के हर व्यक्ति के साथ कोरोना से समय में हो चुका है कुछ जानकारियां हर व्यक्ति को हो चुकी हैं अभी तक देश में इस तरह की कई चीजें हुई तब तक आप लोग उन परेशानियों से अवगत नहीं थे
उन्हें जानकारी नहीं थी सरकार के आदेशों को मानना सरकार के लोगों के आदेशों को माना उन आदेशों को मानते मानते सरकार को सरकार के लोगों को यही लगने लग गया है कि हमारा कोई भी आदेश माननीय है
लोग मानेंगे हम बोलेंगे घर में बंद हो, शायद यह सब करते करते गलतफहमियां पैदा हो गई है इन नुमाइंदों के अंदर कि हम कानून से परे जाकर भी लोगों से अपनी बात मनवा सकते हैं शायद इसी एवज में इस तरह के तुगलकी फरमान पास किए जा रहे हैं जिसके खिलाफ में हूं और मुझ जैसे लोगों को होना भी चाहिए मैं यहां पर वैक्सिंग के खिलाफ नहीं हूं मैं इन सामानों के खिलाफ हूं जो कानून से परे होकर लोगों पर थोपे जा रहे हैं
देश के हेल्थ मिनिस्टर डॉक्टर हर्षवर्धन का भी बयान रहा वह भी जी7 की मीटिंग में कि किसी भी देश में वैक्सीन मैंडेटरी नहीं होना चाहिए वैक्सीन का कोई पासपोर्ट नहीं होना चाहिए वैक्सीन की वजह से किसी भी व्यक्ति का आना जाना नहीं रुकना चाहिए और यही बात देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी कही कि वैक्सीन मैंडेटरी नहीं है ऐसे में इन लोगों से ऊपर कौन हो सकता है ए
अगर वैक्सीन के बारे में बात की जाए तो इन सभी अधिकारियों को पता है डब्ल्यूएचओ ने कहा है सरकार को पता है कि वैक्सीन कंपनी ट्रायल के साथ नहीं आई है उसके अभी पूरे ट्रायल नहीं हुए हैं वह शार्ट टाइम में ली गई है इमरजेंसी मैनेजमेंट में वैक्सीन को उठाया गया है तो ऐसे में इस बात को समझते हुए मैंडेटरी करना एक किसी भी सरकारी व्यक्ति को जिम्मेवारी के तौर पर नहीं करना चाहिए जो यह कर रहे हैं तो क्या इन्हें नहीं पता है कि वैक्सीन इमरजेंसी मैनेजमेंट पर लिया गया है जब कुछ नहीं हो रहा था तो यही एक सहारा था जो लोगों को दिया जाना था
डॉक्टर्स की ड्यूटी
ऐसे में डॉक्टर्स की क्या ड्यूटी बनती है ऐसे में डॉक्टर की ड्यूटी बनती है मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में जब वह शपथ लेते हैं जब वह डॉक्टर बन रहे होते हैं तो उन्हें यह बताया जाता है कि आप किसी भी पेशेंट को उसके बगैर कंसेंट के बगैर मर्जी के कोई दवा नहीं देगे, दूसरी चीज कि अगर कंसेंट लेना है तो आप उसे समझाएंगे बताएंगे कि इसके यह फायदे हैं यह नुकसान है इससे आपको यह फायदा हो सकता है यह नुकसान हो सकता है और अगर उसके लिए आपका पेशेंट तैयार होता है तो ही तो आप उसे दवा लिख सकते हैं इंजेक्शन लगा सकते हैं कोई बोतल चढ़ा सकते हैं ऑपरेशन कर सकते हैं,
सरकार की तरफ से वैक्सीन को मैंडेटरी नहीं किया गया है